स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम
Friday 05 April 2013 06:59:34 AM
नई दिल्ली। राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने नई दिल्ली के विज्ञान भवन में सूक्ष्म, लघु और औसत दर्जे के उद्यमों और बैंकों को समारोहपूर्वक राष्ट्रीय पुरस्कार प्रदान किए। इस अवसर पर राष्ट्रपति ने कहा कि सूक्ष्म, लघु और औसत दर्जे के उद्यम भारत के आर्थिक विकास और आर्थिक परिवर्तन की महत्वपूर्ण कड़ी बन गए हैं। उन्होंने कहा कि ये उद्यम देश के सकल घरेलू उत्पाद में आठ प्रतिशत का योगदान करते हैं और औद्योगिक उत्पादन में उनका हिस्सा 45 प्रतिशत है। कुल निर्यात में इन उद्योगों का भाग 40 प्रतिशत है, लेकिन इसके बावजूद इनके सामने अनेक चुनौतियां हैं।
प्रणव मुखर्जी ने कहा कि इस क्षेत्र में देश में आर्थिक सामाजिक परिवर्तन लाने की विशाल संभावनाएं मौजूद हैं, लेकिन इसके लिए हमें इस क्षेत्र में प्रतिस्पर्द्धा बढ़ानी होगी और इनके लिए संस्थागत ऋण, नवाचारों को प्रोत्साहन तथा बुनियादी सुविधाएं प्रदान करनी होंगी। उन्होंने कहा कि देश के सूक्ष्म, लघु और औसत दर्जे के उद्योगों की संभावित क्षमता बहुत विशाल है और वित्तीय संसाधनों की कमी के कारण इनकी विकास गति नहीं रुकनी चाहिए। प्रणव मुखर्जी ने सभी पुरस्कार विजेताओं को बधाई देते हुए उम्मीद जाहिर की कि इससे देश भर के लघु उद्यमियों को बढ़ावा मिलेगा।