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Wednesday 18 March 2020 03:14:32 PM
नई दिल्ली। स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने दिल्ली में विभिन्न मंत्रालयों और विभागों से संबंधित अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की, जिसमें उन्होंने स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के दिशानिर्देशों के अनुसार एक-दूसरे से आवश्यक दूरी बनाए रखने के उपायों के कार्यांवयन पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि सामाजिक रूपसे दूरी बनाए रखने से इस बीमारी के प्रसार को सीमित करने में बड़ी मदद मिलेगी। उन्होंने क्वॉरंटीन सुविधाओं, अस्पताल प्रबंधन और जागरुकता अभियानों के लिए विभिन्न राज्यों की तैयारियों की भी समीक्षा की। उन्होंने बताया कि केंद्र व राज्यों के बीच प्रभावी तालमेल सुनिश्चित करने के लिए संयुक्त सचिव और उनसे ऊपर के स्तर के 30 नोडल अधिकारियों को विभिन्न मंत्रालयों से संपर्क में रहने, तालमेल स्थापित करने तथा राज्यों को केंद्र सरकार से आवश्यक मदद के लिए तैयार रखा गया है। उन्होंने कहा कि इन्हें राज्यों में प्रतिनियुक्त पर भेजा जाएगा, जो तैयारियों और रोकथाम के उपायों के लिए राज्य अधिकारियों के साथ तालमेल बनाएंगे।
स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव ने सभी मंत्रालयों एवं विभागों के सचिवों को भी लिखित आदेश देते हुए उनसे भारत सरकार के उन विभिन्न दिशानिर्देशों व परामर्श को लागू करने का अनुरोध किया है, जो जारी किए गए हैं और ये उनपर तथा उनके तहत आने वाले संगठनों पर लागू होते हैं। उन्होंने 11 और 16 मार्च को यात्रा परामर्श को जारी रखते हुए बताया कि अफगानिस्तान, फिलीपींस, मलेशिया से भारत आने वाले यात्रियों की यात्रा तत्काल प्रभाव से प्रतिबंधित है, भारतीय समयानुसार शाम 3 बजे के बाद इन देशों से भारत के लिए भी कोई भी विमान उड़ान नहीं भरेगा। उन्होंने कहा कि यह निर्देश एक अस्थायी उपाय है और 31 मार्च 2020 तक लागू रहेगा और बाद में इसकी समीक्षा की जाएगी। कोविड-19 के रोगियों की प्रारंभिक पहचान के चिकित्सीय प्रबंधन पर दिशानिर्देश, संक्रमण की रोकथाम और नियंत्रण उपायों के कार्यांवयन को संशोधित एवं अपडेट किया गया है। शव प्रबंधन के लिए मानक सावधानियों, संक्रमण की रोकथाम और नियंत्रण उपायों के लिए भी दिशानिर्देश जारी किए गए हैं।
कोविड-19 परीक्षण शुरु करने के लिए निजी क्षेत्र की प्रयोगशालाओं को भी दिशानिर्देश जारी कर दिए गए हैं। प्रयोगशाला परीक्षण केवल तभी किया जाएगा जब आईसीएमआर नियमों के अनुसार एक योग्य चिकित्सक परीक्षण निर्धारित करेगा। आईसीएमआर प्रयोगशाला परीक्षण के लिए एसओपी साझा करेगा और परीक्षण के लिए सकारात्मक नियंत्रण प्रदान करेगा। परीक्षण के लिए वाणिज्यिक किट एलसीएमआर-नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी पुणे के दिशानिर्देशों पर आधारित होनी चाहिए। संदिग्ध रोगी से सैंपल एकत्र करते समय उचित बायोसेफ्टी और सुरक्षा सावधानियां सुनिश्चित की जानी चाहिए। वैकल्पिक रूपसे एक बीमारी विशिष्ट अलग संग्रह केंद्र बनाया जा सकता है। आईसीएमआर फिरसे अपील करता है कि निजी प्रयोगशालाओं को कोविड-19 के इलाज की मुफ्त पेशकश करनी चाहिए। कार्मिक और प्रशिक्षण विभाग के परामर्श में कोविड-19 के प्रसार को नियंत्रित करने के लिए मंत्रालयों व विभागों के सभी कर्मचारियों द्वारा निवारक उपायों का जिक्र किया गया है। सभी को सलाह दी गई है कि सरकारी भवनों में प्रवेश करने पर थर्मल स्कैनर लगाया जाए, हैंड सेनिटाइज़र रखना अनिवार्य किया जाए।
फ्लू जैसे लक्षण पाए जाने पर उचित उपचार या क्वॉरन्टीन आदि करने की सलाह दी जा सकती है। कार्यालय परिसर में आगंतुकों के प्रवेश को जितना हो सके उतना कम करना। आगंतुकों या अस्थायी पास के नियमित मुद्दे को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया जाना चाहिए। केवल उन्ही आगंतुकों को जिनके पास उस अधिकारी की उचित अनुमति होना चाहिए, जिनसे वे मिलना चाहते हैं। उनकी ठीक से जांच के बाद अनुमति दी जानी चाहिए। बैठकें जहां तकसंभव हो, वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से की जानी चाहिए। जबतक आवश्यक न हो बैठकों को टाला जा सकता है या फिर बैठक में कम और जरूरी लोगों को ही ही बुलाया जा सकता है। गैर जरूरी आधिकारिक यात्रा से बचें, आवश्यक पत्राचार को आधिकारिक ईमेल से करें और संभव होने तक अन्य कार्यालयों में फाइलें तथा दस्तावेज भेजने से बचें। कार्यालय भवन के प्रवेश द्वार पर ही डाक की डिलीवरी और रसीद की सुविधा।
सरकारी भवनों में सभी जिम/ मनोरंजन केंद्र/ क्रेच को बंद करना। कार्य स्थल की उचित सफाई और लगातार स्वच्छता सुनिश्चित करना, विशेष रूपसे उन जगहों पर जिन्हें हम अक्सर छूते हैं। वॉशरूम में हैंड सैनिटाइजर, साबुन और बहते पानी की नियमित आपूर्ति सुनिश्चित करना। अधिकारी व कर्मचारी अपने स्वयं के स्वास्थ्य की देखभाल करें और श्वसन संबंधी लक्षणों या बुखार से बचाव करें। यदि अस्वस्थ महसूस कर रहे हैं तो अपने रिपोर्टिंग अधिकारियों को सूचित करने के तुरंत बाद कार्यस्थल को छोड़ दें। जब भी कोई एहतियात के तौरपर सेल्फ क्वॉरन्टीन के लिए अनुरोध करता है तो छुट्टी स्वीकृत करने वाले अधिकारियों को छुट्टी मंजूर करने की सलाह दी गई है। बुजुर्ग कर्मचारी, गर्भवती कर्मचारी और जिनका इलाज चल रहा है, उन्हें अतिरिक्त सावधानी बरतने की सलाह दी गई है। मंत्रालयों एवं विभागों को इस तरह के कर्मचारियों का ख्याल रखना चाहिए।