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सरसावा के आकाश पर छाए रंगीन पैराशूट

वायु सैनिकों ने यहां हासिल किया सा‌हसिक प्रशिक्षण

महिला वायु सैनिकों ने की साहसिक पैरा जंपिंग

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Saturday 21 March 2020 04:51:37 PM

women air soldiers do adventure para jumping

सहारनपुर। वायुसेना स्टेशन सरसावा का आसमान बीते कुछ दिनों के दौरान बड़ी संख्या में रंगीन पैराशूट से भरा रहा। सरसावा बेस पर 12 से 20 मार्च 2020 के दौरान एक पैरा जंप शिविर का आयोजन किया गया, जिसमें देशभर से आए वायु सैनिकों को पैरा जंप से पहले कड़ी मेहनत से गुजरना पड़ा। स्क्वाड्रन लीडर आफताब खान और एमडब्ल्यूओ आरजे सिंह की अगुवाई में एयरफोर्स एडवेंचर सेल के दिशा-निर्देशन में यह कोर्स पूरा हुआ। इसमें 42 प्रशिक्षुओं ने हिस्सा लिया, उन्हें चार प्रशिक्षकों ने प्रशिक्षण दिया है, जो पैरा जंप विशेषज्ञ थे और उन्होंने पैरा ट्रेनिंग स्कूल आगरा से प्रशिक्षण हासिल किया था। इस दल में एयरफोर्स एडवेंचर सेल के प्रशिक्षित पैरा ट्रूपर्स भी शामिल थे।
स्क्वाड्रन लीडर वी ऐश्वर्या और स्क्वाड्रन लीडर के प्रभाकर ने 16 मार्च को एक विमान से पैराशूट के माध्यम से कूदने की अपनी पुरानी इच्छा भी पूरी की। इस प्रक्रिया के साथ वायुसेना स्टेशन सरसावा पर तैनात वह ऐसा पहला दम्पति बन गया है, जिसने एक साथ पैराशूट जम्पिंग की। सरसावा में हुई इन साहसिक गतिविधियों के साथ कई अन्य उपलब्धियां भी जुड़ गईं। महज चार दिन की अवधि के दौरान यहां 455 सुरक्षित छलांग लगाई गईं। पहली बार में 6 महिला अधिकारियों ने अपने पुरुष समकक्षों के साथ प्रशिक्षण लिया, जिनमें से चार सरसावा के ही हैं। इसके अलावा सरसावा की स्क्वाड्रन लीडर ऐश्वर्या, स्क्वाड्रन लीडर प्रियंका समाल, फ्लाइट लेफ्टिनेंट उपासना शर्मा और फ्लाइट लेफ्टिनेंट नाज, दूसरे आईएएफ बेस की स्क्वाड्रन लीडर निधि सिंह और फ्लाइट लेफ्टिनेंट सी गोयल, आईएएफ की महिला पैरा ट्रूपर्स में शामिल हो गईं।
वायु सैनिकों ने प्रशिक्षण के दौरान बेस की ‘माइटी आर्मर’ यूनिट द्वारा उड़ाए गए हेलिकॉप्टर से 4500 फुट की ऊंचाई से छलांग लगाई, वहीं एडवांस ट्रूपर्स और पैरा जंप प्रशिक्षकों ने 10000 फुट की ऊंचाई से छलांग लगाई। पांच सफल छलांग पूरी करने के बाद एयर कमोडोर अजय शुक्ला वीएम एयर आफिसर कमांडिंग वायुसेना स्टेशन सरसावा में प्रशिक्षित वायु सैनिकों को ‘पैरा विंग्स’ प्रदान किया। इसे वे अब सम्मान से अपनी वर्दी पर पहन सकेंगी। ये वायु सैनिक भारतीय वायु सेना के आदर्श वाक्य ‘गर्व के साथ आकाश को स्पर्श करो’ के साथ आगे बढ़ने के लिए तैयार हैं।

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