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Thursday 16 April 2020 12:29:26 PM
जम्मू। कोविड-19 से देशभर में लॉकडाउन के कारण नज़दीकी डाकघर लोगों को सुगमता से अपनी सेवाएं प्रदान कर रहे हैं। भारतीय डाकघर ने कोविड-19 से मुकाबला करने और एक दूसरे से दूरी बनाए रखने के उद्देश्य को हासिल करने, डाकघरों में भीड़भाड़ रोकने और बुजुर्ग पेंशनरों को उनकी पेंशन घर पर ही देना सुनिश्चित करने के लिए ऐसे और भी कई कारगर कदम उठाए हैं। नज़दीकी डाकघर स्थानीय प्रशासन के प्रयासों में अतिरिक्त योगदान देकर जनता की वित्तीय, स्वास्थ्य देखभाल और कल्याण की जरूरतों को उनतक पहुंचाने का प्रयास कर रहे हैं।
संघशासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर तथा लद्दाख के डाकघरों को वित्तीय लेन-देन को आसान बनाने और धनराशि निकालने और जमा करने की सुविधा के प्राथमिक उद्देश्य के साथ खोला गया है, ताकि लोगों के पास रोजमर्रा की बुनियादी जरूरतों की पूर्ति के लिए पर्याप्त नकदी हो। इस संबंध में आधार सक्षम भुगतान प्रणाली (एईपीएस) को डाकघरों में भी चालू किया गया है, ताकि किसी भी बैंक में खाते वाले लोग किसी भी डाकघर से प्रतिमाह 10000 रुपये निकाल सकें। इसमें एकमात्र शर्त यह है कि लाभार्थी का बैंक खाता आधार कार्ड के साथ जुड़ा होना चाहिए।
जम्मू-कश्मीर तथा लद्दाख के सुदूरवर्ती और सीमावर्ती क्षेत्रों को प्राथमिकता वाली डाक सेवाएं जैसे स्पीड पोस्ट, रजिस्टर्ड पोस्ट आदि सुचारू रूपसे पहुंचाना सुनिश्चित करने के लिए विशेष डाक प्रबंध किए गए हैं। डाकघरों में प्राथमिकता वाली डाक की विंडो डिलीवरी भी सुनिश्चित की गई है। डाकघर संकट के इस समय में समाज के गरीब और कमजोर वर्ग को राहत और सहायता प्रदान करने के सामाजिक दायित्व में भी शामिल हैं। राज्य और स्थानीय प्रशासन के साथ निकट सहयोग कायम कर सूखा राशन और सुरक्षा साधन जैसे मास्क, सैनिटाइज़र, साबुन जनता तक पहुंचा रहे हैं। खाद्य और अन्य वस्तुओं, दवाओं आदि के वितरण में रसद सहायता प्रदान करने के लिए जिला एवं नगरपालिका अधिकारियों के नियंत्रण में विभागीय मेल मोटर वाहनों को रखा गया है। डाकघर परिसर का सफाई का काम नगरपालिका अधिकारियों के सहयोग से किया गया है।