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Thursday 16 April 2020 06:10:35 PM
नई दिल्ली। केंद्रीय अल्पसंख्यक कल्याण कार्यमंत्री एवं सेंट्रल वक्फ काउंसिल के चेयरमैन मुख्तार अब्बास नक़वी ने अपील की है कि 24 अप्रैल से शुरू हो रहे रमजान के पवित्र महीने में सभी मुसलमान भाई कृपया घरों में रहकर ही इबादत करें। मुख्तार अब्बास नक़वी ने धार्मिक, सार्वजनिक, व्यक्तिगत स्थलों पर लॉकडाउन, कर्फ्यू, सोशल डिस्टेंसिंग का प्रभावी ढंग से पालन करने और लोगों को अपने-अपने घरों पर रहकर ही इबादत करने के लिए देश के 30 से ज्यादा राज्य वक्फ बोर्डों के वरिष्ठ अधिकारियों से वीडियो कॉंफ्रेंसिंग के जरिए बात की। ज्ञातव्य है कि देश के विभिन्न वक्फ बोर्डों के अंतर्गत 7 लाख से ज्यादा पंजीकृत मस्जिदें, ईदगाह, दरगाह, इमामबाड़े एवं अन्य धार्मिक व सामाजिक स्थल हैं और सेंट्रल वक्क काउंसिल राज्यों के वक्फ बोर्डों की रेगुलेटरी बॉडी यानी नियामक संस्था है।
अल्पसंख्यक कल्याण कार्यमंत्री ने कहा है कि हमें कोरोना से लड़ रहे स्वास्थ्य कर्मियों, सुरक्षाबलों, प्रशासनिक अधिकारियों, सफाई कर्मचारियों से सहयोग करना चाहिए, वे अपनी जान हथेली पर रखकर हम सभी की स्वास्थ्य-सुरक्षा के लिए काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि क्वारंटाइन, आइसोलेशन सेंटरों को लेकर फैलाई जा रही अफवाहों को भी हमें ध्वस्त करना चाहिए एवं लोगों में इनके प्रति जागरुकता पैदा करनी चाहिए, हमें बताना चाहिए कि ऐसे केंद्र लोगों को उनके परिवार और समाज को किसी भी तरह के संक्रमण से सुरक्षित करने के लिए हैं। मुख्तार अब्बास नक़वी ने वक्फ बोर्डों, धार्मिक एवं सामाजिक संगठनों से कहा कि फेक न्यूज़ एवं भड़काऊ बातों और अफवाह फ़ैलाने वाले साजिश-षड़यंत्रकर्ताओं से हमें होशियार रहना है, भारत में बिना भेदभाव के सभी नागरिकों की सेहत सलामती के लिए काम हो रहा है। उन्होंने खासतौर से मुस्लिम समाज को सचेत किया कि कोरोना के खिलाफ देश की सामूहिक जंग को कमजोर करने की कोशिश की जा रही है, इसलिए हम सभी को सजग होकर एकजुटता से ऐसी साजिशों, दुष्प्रचार, अफवाहों को परास्त कर कोरोना के खिलाफ जंग में विजय हासिल करनी है।
मुख्तार अब्बास नक़वी ने राज्य वक्फ बोर्डों के अधिकारियों से कहा कि वे रमजान के पवित्र महीने में इबादत, इफ्तार, तराबी एवं अन्य धार्मिक गतिविधियों में केंद्रीय गृह मंत्रालय, राज्य सरकारों एवं सेंट्रल वक्फ काउंसिल के दिशा-निर्देशों का पालन सुनिश्चित कराने में सक्रिय भूमिका निभाएं। उन्होंने कहा कि कोरोना की चुनौतियों के मद्देनज़र देश के सभी मंदिरों, गुरुद्वारों, चर्चों एवं अन्य धार्मिक-सामाजिक स्थलों पर भीड़भाड़ वाली सभी धार्मिक-सामाजिक गतिविधियां रुकी हुई हैं, इसी तरह सभी मस्जिदों एवं अन्य मुस्लिम धार्मिक स्थलों पर भी किसी भी तरह की भीड़भाड़ वाली धार्मिक गतिविधि नहीं होनी चाहिएं। मुख्तार अब्बास नक़वी ने कहा कि कोरोना के कहर के चलते देश के सभी धर्मगुरुओं, धार्मिक सामाजिक संगठनों ने भी रमजान में इबादत, इफ्तार, तराबी एवं अन्य धार्मिक कर्तव्य, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए अपने घरों में ही नमाज़ अदा करने की अपील की है। उन्होंने उल्लेख किया कि मक्का मदीना में और दुनिया के अधिकांश मुस्लिम राष्ट्रों ने भी माहे रमजान में मस्जिदों एवं अन्य धार्मिक स्थलों पर भीड़भाड़ वाली गतिविधियों पर रोक लगा रखी है।
मुख्तार अब्बास नक़वी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राज्य सरकारों के साथ मिलकर लोगों की सेहत और सलामती के लिए प्रभावी कार्य कर रहे हैं, लोगों के सहयोग ने कोरोना के खिलाफ जंग में भारत को काफी राहत दी है, लेकिन चुनौतियां कम नहीं हुईं हैं, इन चुनौतियों पर विजय तभी पाई जा सकती है, जब हम केंद्र एवं राज्य सरकारों के सभी दिशा-निर्देशों का कड़ाई एवं मुस्तैदी से पालन करते रहेंगे। मुख्तार अब्बास नक़वी ने अपील की कि लॉकडाउन के दिशा-निर्देशों एवं सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए हम अपने घरों पर ही दुआ करें कि हमारे हिंदुस्तान एवं संपूर्ण दुनिया के इंसानों को कोरोना के कहर से निजात मिले। वीडियो कॉंफ्रेंसिंग में उत्तर प्रदेश (शिया एवं सुन्नी), आंध्र प्रदेश, बिहार (शिया एवं सुन्नी), दादर एवं नागर हवेली, हरियाणा, कर्नाटक, केरल, मध्यप्रदेश, पंजाब, पश्चिम बंगाल, दिल्ली, असम, मणिपुर, राजस्थान, तेलंगाना, अंडमान एवं निकोबार, छत्तीसगढ़, गुजरात, हिमाचल प्रदेश, जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, झारखंड, महाराष्ट्र, ओडिशा, पुडुचेरी, तमिलनाडु, त्रिपुरा, उत्तराखंड आदि के वक्फ बोर्डों के वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए।