स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम
Saturday 18 April 2020 06:28:21 PM
बेंगलूरू। वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान परिषद् (सीएसआईआर) के घटक बेंगलूरू में राष्ट्रीय अंतरिक्ष प्रयोगशाला ने एमएएफ क्लोदिंग्स प्राइवेट लिमिटेड के साथ पॉलीप्रोपलीन लेपित कई लेयरों वाला बिना बुना हुआ कपड़े का एक ऐसा सुरक्षा सूट बनाया है, जिसका इस्तेमाल कोविड-19 शमन के लिए चौबीस घंटे काम करने वाले डॉक्टर, नर्स, अर्द्धचिकित्साकर्मियों और अन्य स्वास्थ्य सेवाकर्मियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए किया जा सकता है।
सीएसआईआर के डॉ हरीश सी बरशिलिया, डॉ एमएस हेमंत कुमार शुक्ला और एमएएफ के एमजे विजु की टीम ने स्वदेशी सामग्री और नवीन विनिर्माण प्रक्रियाओं की पहचान करके समस्या का समाधान खोजने के लिए इस क्षेत्र में तेजी से काम किया है। इन सूटों को कोयंबटूर के दक्षिण भारत कपड़ा अनुसंधान संघ की प्रयोगशाला में कड़े परीक्षण के बाद उपयोग के योग्य माना गया है। सीएसआईआर और एनएल तथा एमएएफ ने ऐसे सूट बनाने के लिए चार सप्ताह के भीतर अपनी उत्पादन क्षमता बढ़ाकर प्रतिदिन लगभग 30,000 करने की योजना बनाई है।
सीएसआईआर-एनएएल के निदेशक जितेंद्र जे जाधव ने यह जानकारी देते हुए आगे बताया है कि इन सूटों का मुख्य लाभ यह है कि वे अन्य निर्माताओं के सूटों की तुलना में कीमत के हिसाब से काफी प्रतिस्पर्धी हैं और इनमें किसी प्रकार की आयातित सामग्री का इस्तेमाल नहीं किया गया है। उन्होंने विकास और प्रक्रिया में तेजी लाकर देश की जरूरत के लिए चौबीस घंटे काम करने के लिए एनएएल, एमएएफ तथा एसआईटीआर की टीमों के प्रयासों की सराहना की है।