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Tuesday 21 April 2020 03:00:11 PM
ईटानगर। सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) ने कोविड-19 के खिलाफ सर्वाधिक सावधानियों को ध्यान में रखते हुए सुबनसिरी नदी पर दापोरिजो पुल का निर्माण कर दिया है, जिससे कि अरुणाचल प्रदेश में संचार की इस रणनीतिक लाइन को जोड़ा जा सके। दापोरिजो पुल भारत और चीन के बीच वास्तविक नियंत्रण रेखा की दिशा में एक रणनीतिक कड़ी है। सभी आपूर्तियां राशन, निर्माण संबंधी सामग्री और दवाएं इसी पुल से गुजरती हैं। पुराने पुल में दरार आ गई थी, जिसकी वजह से 26 जुलाई 1992 जैसी बड़ी दुर्घटना हो सकती थी, जब एक यात्री बस पुल से नदी में गिर गई थी और उसमें किसी की भी जान नहीं बची थी। डीजीबीआर एवं सीई अरुणांक के सहयोग से रक्षा मंत्रालय और अरुणाचल प्रदेश से इसे शीघ्रता से मंजूरी मिल गई है। कोविड-19 से संबंधित सभी सावधानियों का अनुपालन करते हुए रिकॉर्ड समय में इस कठिन और खतरनाक कार्य को पूरा कर लिया गया।
दापोरिजो पुल के निर्माण का कार्य 23 बीआरटीएफ ने 17 मार्च 2020 को आरंभ किया गया था। पुल को सफलतापूर्वक और सुरक्षित तरीके से पूरी तरह तैयार कर दिया गया। इसे सफलतापूर्वक क्लास 24 टन से 40 टन में अपग्रेड किया गया है, जिससे कि न केवल सेना की आवश्यकता वाले भारी वाहनों को इससे गुजरने में आसानी होगी, बल्कि अपर सुबनसिरी जिले की भविष्य संबंधी अवसंरचना विकास आवश्यकता की भी पूर्ति हो सकेगी। अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडु ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए इसका उद्घाटन किया। इसे वाहनों की आवाजाही के लिए खोल दिया गया है। पुल का सुरक्षित और आरंभिक निष्पादन बीआरओ, रक्षा मंत्रालय एवं अरुणाचल प्रदेश सरकार के बीच अबाधित समन्वयन एवं सहयोग को प्रदर्शित करता है।