स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम
Friday 24 April 2020 04:49:49 PM
नई दिल्ली। केंद्रीय रिज़र्व पुलिस बल के सीधे नियुक्त राजपत्रित प्रशिक्षु अधिकारियों के 51वें बैच के दीक्षांत समारोह के लिए भेजे संदेश में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने प्रशिक्षु अधिकारियों से कहा है कि कर्तव्यों का निर्वहन करते हुए परिचालनिक कार्यों को पूर्ण करने में निश्चित रूपसे अनेक प्रकार की चुनौतियां उनके सम्मुख आएंगी और मेरा विश्वास है कि उनसे निपुणतापूर्वक निपटने के लिए वे अपने प्रशिक्षण के बल पर परिपक्वता हासिल कर चुके हैं। दीक्षांत समारोह कोविड-19 से लड़ने हेतु बनाए गए सोशल डिस्टेंसिंग नियमों की पालन करते हुए हुआ। यह ऑनलाइन आयोजन था, जो 42 प्रशिक्षु अधिकारियों का बेसिक प्रशिक्षण पूर्ण होने के पश्चात वीडियो कॉंफ्रेंसिंग के माध्यम से किया गया था। वेबिनार में सीआरपीएफ महानिदेशक एपी महेश्वरी ने दीक्षांत समारोह में केंद्रीय गृहमंत्री का संदेश पढ़ा।
देश की सुरक्षा में सीआरपीएफ के अद्वितीय योगदान की सराहना करते हुए अमित शाह ने सीआरपीएफ को देश की आंतरिक सुरक्षा की रीढ़ बताया। उन्होंने सीआरपीएफ के 2200 से भी अधिक बहादुर शहीदों, जिन्होंने देश की रक्षा के लिए अपने प्राणों का सर्वोच्च बलिदान दिया है, को हृदय से नमन करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। गृहमंत्री ने प्रशिक्षु अधिकारियों से कहा कि मुझे विश्वास है कि आप जैसे नवनियुक्त अधिकारी सीआरपीएफ में नई ऊर्जा का संचार करेंगे, मैं यह अपेक्षा करूंगा कि आप स्वयं को अग्रिम पंक्ति में रखते हुए अपने बल के जवानों को प्रभावशाली एवं दक्ष नेतृत्व प्रदान करेंगे। प्रशिक्षु अधिकारियों को देशसेवा की प्रेरणा देते हुए अमित शाह ने कहा कि मुझे पूर्ण विश्वास है कि आप अपने कर्तव्यों का निष्पादन पूर्ण ईमानदारी एवं कर्तव्यनिष्ठा के साथ करेंगे तथा अपनी एक उत्तम छवि स्थापित करने में सफल होंगे। उन्होंने कहा कि वे इस बल के यश एवं कीर्ति के अनुरूप अपना सर्वस्व देश की अखंडता, एकता एवं संप्रभुता बनाए रखने हेतु न्योछावर कर बल की गौरवशाली परंपराओं को और अधिक समृद्ध करेंगे।
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने प्रशिक्षु अधिकारियों, उनके परिजनों एवं पूरे सीआरपीएफ परिवार को बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए कहा कि मैं यह भी अपेक्षा करूंगा कि देश की आंतरिक सुरक्षा के साथ-साथ राष्ट्र निर्माण में भी आप अपना सर्वोच्च योगदान देंगे। वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से दीक्षांत कार्यक्रम को केंद्रीय गृह राज्यमंत्री जी किशन रेड्डी ने भी संबोधित किया और प्रशिक्षु अधिकारियों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि हम उन 2200 सीआरपीएफ कर्मियों को श्रद्धांजलि देते हैं, जिन्होंने राष्ट्र की सुरक्षा, एकता और अखंडता को बनाए रखने के लिए अपने प्राणों की आहुति दी। गृह राज्यमंत्री ने कहा कि इस प्रशिक्षण से वे बल को सही कमान प्रदान कर सकेंगे। उन्होंने कहा कि सीआरपीएफ देश में कोविड-19 महामारी के खिलाफ लड़ाई में अपना सर्वश्रेष्ठ योगदान दे रही है।
केंद्रीय गृह राज्यमंत्री ने कहा कि आज तक सीआरपीएफ के जवान जहां भी तैनात किए गए हैं, उन्होंने सदैव ही लोगों का विश्वास जीता है। उन्होंने कहा कि इस बल ने देश के एकीकरण के दिनों से लेकर उत्तर पूर्व में नक्सली उग्रवाद, अलगाववाद और जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद से सफलतापूर्वक निपटाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। गृह राज्यमंत्री ने प्रशिक्षण में आधुनिक तकनीकों का उपयोग करना सीआरपीएफ की बड़ी आवश्यकता बताया, जो उन्हें पूरी तरह से पेशेवर और सेवा में किसी भी चुनौती से निपटने में सक्षम बनाती है। उन्होंने कहा कि एक वर्ष के कठोर प्रशिक्षण के दौर से गुजरने के बाद 42 प्रशिक्षु अधिकारी आज अकादमी से पास आउट हुए, जिनमें 5 स्नातकोत्तर, 21 इंजीनियरिंग स्नातक, 2 डॉक्टर और 2 लॉ स्नातक शामिल हैं। इस अवसर पर प्रशिक्षु अधिकारियों को पुरस्कार और ट्रॉफी भी प्रदान की गई।