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Friday 1 May 2020 04:55:38 PM
लखनऊ। भारतीय सेना की सूर्या कमान ने आज लखनऊ में अपनी स्थापना के 57 वर्ष पूरे कर लिए हैं। वर्ष 1962 में भारत-चीन युद्ध के बाद 1 मई 1963 को लखनऊ में सूर्या कमान का गठन किया गया था। सूर्या कमान को मध्य कमान के नाम से भी जाना जाता है। पिछले 57 वर्ष में सूर्या कमान ने हर बड़े सैन्य और आपदा ऑपरेशनों यानी ऑपरेशन कैकटस लिली, ऑपरेशन पवन, ऑपरेशन रक्षक, ऑपरेशन विजय और ऑपरेशन सहायता सहित विभिन्न आंतरिक सुरक्षा ऑपरेशनों में हिस्सा लिया है। सूर्या कमान ने आपदा प्रबंधन कार्यों में भी अपनी अहम भूमिका निभाई है।
सूर्य ऊर्जा का द्योतक है, जो पृथ्वी पर सभी जीवों में ऊर्जा बनाए रखने के सबसे शक्तिशाली स्रोत का प्रतिनिधित्व करता है। भौगोलिक रूपसे सूर्या कमान का परिक्षेत्र देश के ग्रेटर हिमालय से बंगाल की खाड़ी तक फैले सात राज्यों तक है। केंद्रीय क्षेत्र की सुरक्षा सुनिश्चित करते हुए सूर्या कमान अपने प्रशिक्षण से संपूर्ण भारतीय सेना को प्रतिष्ठानों और लॉजिस्टिक नोड के माध्यम से सहायता प्रदान करती है। कोविड-19 महामारी में लॉकडाउन के चलते सूर्या कमान के पारंपरिक स्थापना दिवस समारोह का भव्य आयोजन इसबार रद्द कर दिया गया है। सूर्या कमान के जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ लेफ्टिनेंट जनरल आईएस घुमन ने सूर्या कमान के युद्ध स्मारक 'स्मृतिका' पर माल्यार्पण करके जांबाज शहीद सैनिकों को श्रद्धांजलि दी, जिन्होंने राष्ट्र की सुरक्षा के लिए अपना सर्वोच्च बलिदान कर दिया है।