स्वतंत्र आवाज़
word map

हमदर्द फाउंडेशन लॉकडाउन में भी बना हमदर्द!

दिल्‍ली में बड़ी संख्या में ग़रीबों को भोजन राशन उपलब्‍ध कराया

मुश्किल की इस घड़ी में हमदर्द ने की अनेक पहलें-हम्‍माद अहमद

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Tuesday 5 May 2020 09:59:20 AM

hamdard national foundation india

नई दिल्ली। हमदर्द नेशनल फाउंडेशन इंडिया ने कोरोना महामारी की परिस्थितियों से जूझ रहे समाज के ग़रीब वर्ग को अपने राशन वितरण अभियान में बड़ी राहत पहुंचाई है। हमदर्द नेशनल फाउंडेशन राष्‍ट्रीय राजधानी क्षेत्र में प्रवासी कामगारों और दिहाड़ी मजदूरों बीच पहुंचा और उन्हें भोजन सामग्री मुहैया कराई। हमदर्द नेशनल फाउंडेशन इस राहत कार्य में दो अलग-अलग एनजीओ सोफिया और गुंचा फाउंडेशन के साथ काम कर रहा है। ये एनजीओ'ज लॉकडाउन में सुविधाहीन परिवारों की बढ़-चढ़कर मदद कर रहे हैं। एनएचएफ ने एनजीओ सोफिया के माध्‍यम से लगभग 200 परिवारों को भोजन और राशन उपलब्‍ध कराया है, जबकि समाज के सबसे ज्‍यादा प्रभावित वर्गों के लिए गुंचा फाउंडेशन को ड्राई फूड राशन किट्स दिए हैं।
हमदर्द नेशनल फाउंडेशन लॉकडाउन में उल्‍लेखनीय रूपसे काम कर रहा है। इसने दिल्‍ली सरकार में आहार एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री इमरान हुसैन को लगभग 400 परिवारों के लिए खाद्यान्न की मासिक आपूर्ति प्रदान की है। एचएनएफ ने दक्षिण पूर्व दिल्‍ली के डीएम की मदद से प्रशासन से प्राप्‍त इमरजेंसी डिस्‍ट्रेस्‍ड कॉल्‍स के आधार पर 300 से अधिक परिवारों को फूड और राशन किट्स वितरित किए। इनका वितरण एनजीओ मरहम के सहयोग से किया गया। इस वितरण अभियान के लिए खाद्य किट्स को एंग्‍लो अरैबिक सीनियर सेकेंडरी स्‍कूल दिल्‍ली में तैयार किया गया था। इस प्रकार एचएनएफ कई गैरसरकारी और सरकारी प्राधिकरणों के साथ मिलकर 1200 से अधिक वंचित परिवारों तक पहुंचने में सफल रहा है। ये हेल्पिंग हैंड्स जामिया हमदर्द यूनिवर्सिटी के टीचिंग और नॉन-‍टीचिंग स्‍टॉफ की एक भावनात्मक पहल है, जिसने राशन वितरण अभियान में एचएनएफ के साथ सहयोग किया है।
हमदर्द नेशनल फाउंडेशन इंडिया के प्रेसिडेंट हम्‍माद अहमद का कहना है कि हमदर्द अपने साझीदार गैरसरकारी संगठन और सरकार के साथ मिलकर इस क्षेत्र में दिन-रात काम कर रहा है, ताकि लॉकडाउन से प्रभावित परिवारों को ज्‍यादा से ज्‍यादा खाद्य राहत सामग्री उपलब्‍ध कराई जा सके। उनका कहना है कि कोरोना महामारी के कारण लॉकडाउन से फिलहाल लोगों की आजीविका छिन चुकी है। उन्होंने कहा कि हमदर्द ने हमेशा से ही एक अनूठे बिज़नेस मॉडल के साथ काम किया है, जिसके अंतर्गत मुनाफे की एक बड़ी राशि समाज के समग्र विकास के लिए दान में दी जाती है। हम्‍माद अहमद कहते हैं कि इस ड्राई राशन डिस्‍ट्रीब्‍यूशन ड्राइव के साथ हमदर्द नेशनल फाउंडेशन इंडिया यह संदेश देना चाहता है कि मुश्किल की इस घड़ी में हम सभी मिलकर कठिन परिस्थिति से पार पा सकते हैं। कोरोना महामारी संकट में अधिकतम सहयोग और पोषण प्रदान करने के उद्देश्‍य को पूरा करने के लिए हमदर्द इंडिया ने अनेक पहलें की हैं।
हमदर्द नेशनल फाउंडेशन इंडिया एक सोसाइटी है, जिसकी स्थापना 1964 में हकीम अब्दुल हमीद ने की थी। फाउंडेशन समाज कल्याण के लक्ष्य को ध्यान में रखकर काम करता रहा है। इसका सबूत फाउंडेशन द्वारा स्थापित जामिया हमदर्द यूनिवर्सिटी है। यह फार्मेसी और यूनानी दवाइयों के क्षेत्र में सबसे सम्मानित और प्रतिष्ठित यूनिवर्सिटीज में से एक है। बिज़नेस एम्‍प्‍लॉयमेंट ब्यूरो जैसी पहल के साथ हमदर्द नेशनल फाउंडेशन लड़कियों को शिक्षित करने में भी मदद कर रहा है और आर्थिक रूपसे कमजोर वर्गों को अपना रोज़गार खोलने के लिए भी तैयार कर रहा है। समाज कल्याण के लिए एनजीओ के रूपमें काम कर रहा ये फाउंडेशन समाज के ग़रीब और उपेक्षित वर्ग के स्वास्थ्य की देखभाल, शिक्षा और कौशल विकास में भी अपना निरंतर योगदान करता आ रहा है।

हिन्दी या अंग्रेजी [भाषा बदलने के लिए प्रेस F12]