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Wednesday 6 May 2020 12:08:11 PM
नई दिल्ली। केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने वेबिनार के माध्यम से लंबित प्रवेश परीक्षाओं की तारीखों की घोषणा कर दी है। उन्होंने बताया कि एनईईटी का आयोजन 26 जुलाई को होगा और जेईई मुख्य परीक्षा 18, 20, 21, 22 और 23 जुलाई 2020 को होगी। उन्होंने बताया कि जेईई (एडवांस) परीक्षा अगस्त में हो सकती है, यूजीसी नेट 2020 और सीबीएसई की 12वीं की बोर्ड परीक्षा की तारीखें भी जल्द ही घोषित की जाएंगी। एचआरडी मंत्री ने इस प्रकार देशभर के विद्यार्थियों के साथ एकबार फिर संवाद किया और स्कूली परीक्षाओं, प्रवेश परीक्षाओं, शैक्षणिक कैलेंडर, ऑनलाइन शिक्षा, शुल्क, विद्यार्थियों के मानसिक स्वास्थ्य, अंतर्राष्ट्रीय विद्यार्थियों, फेलोशिप आदि से जुड़ी चिंताओं और सवालों पर अपनी प्रतिक्रियाएं दीं। उन्होंने विद्यार्थियों की सुरक्षा और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सुनिश्चित करने के लिए एचआरडी राज्यमंत्री संजय धोत्रे के प्रयासों की प्रशंसा की।
रमेश पोखरियाल निशंक ने मानसिक स्वास्थ्य के मुद्दे पर विद्यार्थियों से संवाद करते हुए परामर्श दिया कि उन्हें शांत रहना चाहिए और अपने पाठ्यक्रम के अध्ययन पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए, विद्यार्थियों को अपनी पढ़ाई के लिए समय सारणी बनानी चाहिए और बीच में लघु विश्राम भी लेना चाहिए। एचआरडी मंत्री ने कहा कि प्रवेश परीक्षा में आगे रहने के लिए पाठ्यक्रम और परीक्षा के पैटर्न के बारे में जानकारी होना अहम है। उन्होंने विद्यार्थियों से चिंतित नहीं होने और स्वस्थ भोजन करने तथा सुरक्षित रहने को कहा। एचआरडी मंत्री ने विद्यार्थियों से राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी की आधिकारिक वेबसाइट के लिंक-https://nta.ac.in/LecturesContent पर जाकर भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान, गणित और जीव विज्ञान से जुड़े व्याख्यान देखकर प्रवेश परीक्षा की तैयारी करने के लिए कहा।
एचआरडी मंत्री ने कहा कि प्रवेश परीक्षा की तैयारियों के लिए एमएचआरडी के विभिन्न प्लेटफॉर्म को उपयोग किया जा सकता है, इसमें स्वयंप्रभा डीटीएच चैनल, आईआईटी पाल ऑफ स्वयंप्रभा, दीक्षा, ई पाठशाला, नेशनल डिजिटल लाइब्रेरी, स्वयं, ई-पीजी पाठशाला, शोधगंगा, ई-शोधसिंधु, ई-यंत्र, स्पोकेन ट्यूटोरियल और वर्चुअल लैब्स शामिल हैं। उन्होंने विद्यार्थियों को बताया कि लॉकडाउन में उच्च शिक्षा के प्रमुख ऑनलाइन शैक्षणिक पोर्टल्स पर हिट्स की संख्या 5 गुना तक बढ़ गई है। नेटवर्क में दिक्कतों से जुड़े ग्रामीण क्षेत्र के विद्यार्थियों के सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि एमएचआरडी ने टाटा स्काई और एयरटेल डीटीएच परिचालकों, डीडी-डीटीएच, डिश टीवी के डीटीएच प्लेटफॉर्मों और जियो टीवी एप पर स्वयंप्रभा चैनलों के प्रसारण के लिए सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के साथ समझौता किया है। उन्होंने कहा कि स्वयंप्रभा एक 32 डीटीएच चैनलों का समूह है, जो जीवनभर सीखने में दिलचस्पी रखने वाले देशभर के सभी शिक्षकों, विद्यार्थियों और नागरिकों के लिए विभिन्न विषयों से जुड़ी पाठ्य सामग्री पर आधारित उच्चगुणवत्ता वाला शैक्षणिक पाठ्यक्रम उपलब्ध करा रहा है।
विभिन्न डीटीएच सेवा प्रदाताओं पर चैनल नंबर इस प्रकार हैं-एयरटेल टीवी में चैनल # 437, चैनल # 438 और चैनल #439, वीडियोकॉन में चैनल # 475, चैनल # 476, चैनल # 477, टाटा स्काई में चैनल # 756, जो स्वयंप्रभा डीटीएच चैनलों के लिए विंडो पॉपअप करता है और डिश टीवी में चैनल # 946, चैनल # 947, चैनल #949, चैनल # 950 है। एचआरडी मंत्री ने बताया कि एचआरडी मंत्रालय विद्यार्थियों के लिए पाठ्यक्रम चलाने को आकाशवाणी, दूरदर्शन और 2जी नेटवर्क के उपयोग की संभावनाएं तलाश रहा है। शैक्षणिक वर्ष 2020-21 में शुल्क बढ़ोतरी पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा कि शैक्षणिक वर्ष 2020-21 के लिए आईआईटी, आईआईआईटी और एनआईटी के शुल्क में कोई बढ़ोतरी नहीं की जाएगी। नवोदय विद्यालयों के विद्यार्थियों के संबंधित राज्यों और घर को पलायन पर उन्होंने कहा कि सभी विद्यालयों के लिए पलायन की प्रक्रिया पर काम किया जा रहा है और एमएचआरडी से राज्यों के मुख्य सचिवों को डीओ पत्र जारी किए जाने के बाद से इस काम में तेजी आई है।
एचआरडी मंत्री ने बताया कि 173 विद्यालयों में से 62 से ज्यादा विद्यालयों ने यह प्रक्रिया शुरू कर दी है, सभी विद्यालयों की नियमित रूपसे निगरानी की जा रही है, जहां पर प्रवासी विद्यार्थी अध्ययन करते हैं। अपने-अपने घरों को भेजे जा रहे विद्यार्थियों को सैनिटाइजर्स, मास्क, छोटे साबुन और जेएनवी की मेस से बने स्नैक जैसे भोजन दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि रास्ते में पड़ने वाले सभी जेएनवी द्वारा इन विद्यार्थियों के लिए भोजन, विश्राम, स्नैक और स्वास्थ्य देखभाल आदि सुविधाएं दी जा रही हैं। रमेश पोखरियाल निशंक ने बताया कि एमएचआरडी कोविड महामारी के कारण पैदा हुए शैक्षणिक अंतर को पाटने की योजना बना रहा है। एमएचआरडी ने विद्यार्थियों को पढ़ाई पर ध्यान देने के लिए प्रोत्साहित किया और साथ ही विद्यालयी और उच्च शिक्षा के लिए विभिन्न ई-लर्निंग संसाधन और डिजिटल प्लेटफॉर्मों के माध्यम से पढ़ाई में सहायता लेने के लिए कहा। रमेश पोखरियालय ने विद्यार्थियों को बताया कि प्राथमिक, उच्च प्राथमिक और माध्यमिक शिक्षा के लिए वैकल्पिक कैलेंडर भी जारी कर दिया गया है।
वैकल्पिक कैलेंडर मौज-मस्ती, दिलचस्प तरीकों से शिक्षा प्रदान करने के लिए उपलब्ध विभिन्न तकनीकी साधनों और सोशल मीडिया टूल्स के उपयोग पर शिक्षकों को दिशा-निर्देश प्रदान करता है, जिनका उपयोग विद्यार्थी, अभिभावक और शिक्षक घर पर भी कर सकते हैं। बोर्ड परीक्षा से संबंधित विद्यार्थियों की चिंताओं पर उन्होंने स्पष्ट किया कि बोर्ड सिर्फ मुख्य विषयों की परीक्षाएं ही आयोजित करेगा, जो अगली कक्षा में जाने के लिए जरूरी होंगी। यह उच्च शिक्षण संस्थानों के लिए अहम हो सकता है। उन्होंने बताया कि 1 अप्रैल 2020 को जारी सीबीएसई की प्रेस विज्ञप्ति में 29 विषयों का ब्यौरा और अन्य विवरण दिया गया है, जो बोर्ड की वेबसाइट http://cbse.nic.in/ पर देखा जा सकता है। उन्होंने बताया कि उत्तर पूर्व दिल्ली को छोड़कर देशभर में 10वीं कक्षा की परीक्षाएं संपन्न हो गई हैं और परीक्षाएं शुरू होने से पहले सभी हितधारकों को 10 दिन का पर्याप्त समय दिया जाएगा। एचआरडी मंत्री उत्तर पूर्व दिल्ली के विद्यार्थियों को यह भी स्पष्ट किया कि अगर आप पहले ही परीक्षा दे चुके हैं तो उन्हें फिरसे परीक्षा में शामिल होने की कोई जरूरत नहीं है।
रमेश पोखरियाल ने बताया कि ये परीक्षाएं फिर से उन विद्यार्थियों के लिए होंगी, जो कानून व्यवस्था से जुड़ी समस्याओं के चलते पूर्व निर्धारित समय पर हुई परीक्षाओं में शामिल नहीं हो पाए थे, विद्यार्थी सीबीएसई द्वारा अपनी वेबसाइट पर अपलोड किए गए अक्सर पूछे जाने वाले सवालों को भी देख सकते हैं। रमेश पोखरियाल ने कहा कि सरकार लॉकडाउन की अवधि के दौरान हुए शैक्षणिक नुकसान से विद्यार्थियों को उबारने की योजना बना रही है। उन्होंने कहा कि कोविड-19 लॉकडाउन पर प्रतिक्रिया के रूपमें सीबीएसई बोर्ड परीक्षाओं 2021 के लिए पाठ्यक्रमभार में अनुपातिक कमी के लिए शिक्षण संबंधी नुकसान आकलन किया जाएगा। इस क्रम में बोर्ड की पाठ्यक्रम समितियों ने विभिन्न परिदृश्यों में पाठ्यक्रम में कटौती की दिशा में काम शुरू कर दिया है। इस संबंध में जल्द ही विद्यार्थियों को सूचना दे दी जाएगी। विश्वविद्यालयों में परीक्षा के संबंध में यूजीसी ने एमएचआरडी के साथ परामर्श के बाद दिशानिर्देश जारी किए हैं। यूजीसी वेबसाइट पर दिशानिर्देशों का आकलन किया जा सकता है। परीक्षा प्रक्रिया की शैक्षणिक शुचिता और सत्यनिष्ठा बरकरार रखने के लिए विश्वविद्यालय यूजीसी की आवश्यकताओं के अनुसार अल्पावधि में प्रक्रिया को पूरा करने के लिए परीक्षाओं के वैकल्पिक और सरल प्रणालियां तथा विधियां अपना सकते हैं।