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Thursday 7 May 2020 06:19:50 PM
नई दिल्ली। रेल मंत्रालय ने अपने 5231 कोचों को कोविड देखभाल केंद्रों में बदल दिया है, इन कोचों को कोरोना संक्रमण के बेहद हल्के मामलों के लिए उपयोग में लाया जा सकता है, जिन्हें नैदानिक रूपसे स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के जारी दिशा-निर्देशों के अनुरूप कोविड देखभाल केंद्रों को सौंपा जा सकता है। इन कोचों का उपयोग वैसे क्षेत्रों में किया जा सकता है, जहां राज्य की सुविधाएं कमजोर हैं और कोविड के संदिग्ध तथा पुष्ट मामलों के आइसोलेशन के लिए क्षमताओं को बढ़ाने की आवश्यकता है।
भारतीय रेल कोविड-19 के खिलाफ सरकार के स्वास्थ्य देखभाल प्रयासों में सहायता देने के लिए सभी संभव प्रयास कर रही है। भारतीय रेल ने अपने 5231 कोविड देखभाल केंद्र राज्यों को प्रदान करने की तैयारी की है। जोनल रेलवे ने इन कोचों को क्वारांटाइन सुविधा में बदल दिया है। करीब 215 स्टेशनों में से रेलवे 85 स्टेशनों पर स्वास्थ्य देखभाल सुविधाएं उपलब्ध कराएगा, 130 स्टेशनों में राज्य तभी कोविड देखभाल कोचों का आग्रह करेंगे, जब वे कर्मचारियों एवं अनिवार्य दवाएं उपलब्ध कराने के लिए सहमत होंगे। भारतीय रेल ने कोविड देखभाल केंद्रों के लिए 158 स्टेशनों को वाटरिंग और चार्जिंग सुविधा के साथ और 58 स्टेशनों को वाटरिंग सुविधा के साथ तैयार रखा है। भारतीय रेल कोविड-19 का सामना करने के लिए 2500 से अधिक चिकित्सक और 35000 से अधिक अर्ध चिकित्सक कर्मचारियों की नियुक्ति करेगी।
चिकित्सकों और अर्ध चिकित्सक कर्मचारियों की नियुक्ति विभिन्न जोनों में अस्थायी आधार पर की जा रही है, 17 समर्पित अस्पतालों में लगभग 5,000 बेड एवं रेलवे अस्पतालों में 33 अस्पताल ब्लॉक की कोविड-19 रोगियों के उपचार के लिए पहचान की गई है, जो किसी भी आकस्मिक स्थिति के लिए तैयार रहेंगे। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के दिशानिर्देशों के अनुरूप राज्य सरकारें रेलवे को मांग पत्र भेजेंगी। रेलवे राज्यों व केंद्रशासित प्रदेशों को इन कोचों का आवंटन करेगा। रेलवे के आवंटन के बाद रेलगाड़ी आवश्यक अवसंरचना के साथ अपेक्षित स्टेशन पर खड़ी कर दी जाएगी और जिला कलेक्टर या मजिस्ट्रेट या उनके किसी प्राधिकृत व्यक्ति को सुपुर्द कर दी जाएगी। रेलगाड़ी जहां कहीं भी खड़ी होगी जल, बिजली, अपेक्षित मरम्मत, कैटरिंग प्रबंधों एवं सुरक्षा का ध्यान रेलवे रखेगा।