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Saturday 16 May 2020 11:46:53 AM
नई दिल्ली। केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने आत्मनिर्भर भारत अभियान के अंतर्गत खेती और किसानों से जुड़े क्षेत्रों पर वित्तीय पैकेज का एलान किया। इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण को बधाई देते हुए केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा है कि मोदी सरकार का विश्वास है कि किसानों के कल्याण में भारत का कल्याण निहित है, आज किसानों को दी गई यह अभूतपूर्व सहायता मोदीजी की किसानों को सशक्त बनाकर देश को आत्मनिर्भर बनाने की दूरदर्शिता को दर्शाती है। लॉकडाउन के चलते किसानों की सहायता के लिए उठाए गए कुछ महत्वपूर्ण कदमों का गृहमंत्री ने विशेष उल्लेख किया।
गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि मोदी सरकार ने लॉकडाउन में किसानों को राहत देते हुए 74,300 करोड़ रुपये की फसल को न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीदा, पीएम किसान के अंतर्गत 18,700 करोड़ रुपये उनके खाते में पहुंचाए, फसल बीमा योजना के अंतर्गत 6,400 करोड़ रुपये दिए। अमित शाह के अनुसार विषम परिस्थितियों में भी किसानों के प्रति प्रधानमंत्री की यह संवेदनशीलता सम्पूर्ण विश्व के लिए अनुकरणीय है। पशुपालन क्षेत्र से संबंधित पैकेज पर गृहमंत्री ने कहा कि कोरोना महामारी के कारण देश में दूध की खपत 20-25 प्रतिशत तक कम हो गई, लेकिन मोदी सरकार ने 111 करोड़ लीटर अधिक दूध खरीदकर किसानों को 4,100 करोड़ रुपये का भुगतान किया है, आज पशुपालन क्षेत्र के 2 करोड़ किसानों को दी गई 5,000 करोड़ रुपये की सहायता के लिए प्रधानमंत्री को धन्यवाद दिया।
अमित शाह ने 1 लाख करोड़ रुपये के ‘कृषि इंफ्रास्ट्रक्चर फंड’ की घोषणा पर कहा कि केंद्र सरकार द्वारा कृषि क्षेत्र के बुनियादी ढांचे के लिए 1 लाख करोड़ रुपये के कृषि इंफ्रास्ट्रक्चर फंड बनने का निर्णय भारत के कृषि क्षेत्र और किसानों के कल्याण को एक नई दिशा देगा। उन्होंने कहा कि माइक्रो फूड एंटरप्राइज़ेज़ के लिए 10,000 करोड़ रुपये प्रदान करने के निर्णय के साथ क्लस्टर बेस्ड अप्रोच अपनाकर विभिन्न क्षेत्रों में आम, केसर, मिर्च व बांस जैसे छोटे-छोटे उद्यमों से जुड़े लोगों को एक अभूतपूर्व बल प्रदान करेगा, इससे न सिर्फ उनकी आय बढ़ेगी बल्कि उन्हें बेहतर बाज़ार भी उपलब्ध होगा। मत्स्यपालन क्षेत्र से सम्बंधित पैकेज पर गृहमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना के माध्यम से मत्स्यपालन क्षेत्र को 20,000 करोड़ रुपये प्रदान करने के निर्णय से इस क्षेत्र के बुनियादी ढांचे, आधुनिकीकरण, उत्पादकता व गुणवत्ता को नई शक्ति मिलेगी और नए रोज़गार भी उत्पन्न होंगे।
अमित शाह ने कहा कि पशुपालन क्षेत्र के लिए 15,000 करोड़ रुपये का एनिमल हस्बंडरी इंफ्रास्ट्रक्चर डिवेलप्मेंट फंड, औषधीय खेती को बढ़ावा देने के लिए 4,000 करोड़ रुपये और मधुमक्खी पालन को 500 करोड़ रुपये देने के निर्णयों से इन क्षेत्रों का अभूतपूर्व विकास होगा व इससे इन क्षेत्रों में आय और रोज़गार बढ़ेंगे। कृषि विपणन सुधार के ऐतिहासिक निर्णय पर गृहमंत्री ने कहा कि मोदी सरकार एक केंद्र्रीय कानून लाएगी, जिससे किसानों को बेहतर कीमत पर अपनी उपज बेचने के लिए पर्याप्त विकल्प मिलेंगे, इसके बाद वे बैरियर-मुक्त अंतर्राज्य व्यापार कर पाएंगे और ई-ट्रेडिंग से उनकी उपज देश के कोने-कोने तक पहुंच पाएगी।