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Monday 18 May 2020 01:23:55 PM
लखनऊ। अक्षयपात्र फाउंडेशन ने लॉकडाउन में ऋषियों-मुनियों की विश्वविख्यात तपस्थली नैमिषारण्य तीर्थ जाकर वहां जरूरतमंदों में खाद्य सामग्री किट का वितरण किया। अखिल भारतीय पंच रामानंदी खाकी अखाड़ा के महंत संतोष दास खाकी और विश्व हिंदू परिषद के नेता विमल अपनी देखरेख में इसका वितरण कराया। अक्षयपात्र फाउंडेशन काशी, प्रयागराज, अयोध्या और वृंदावन सहित देश में विभिन्न स्थानों पर भोजन और राशन किट देकर जरूरतमंदों की सेवा कर रहा है। लॉकडाउन में शादी जैसे मंगल कार्य नहीं होने से पुरोहित कार्य करने वाले लोग भी परेशान हैं, अक्षयपात्र फाउंडेशन ने लखनऊ और कुछ जिलों में ऐसे पुरोहितों को भी राशन किट का वितरण किया है। राशन किट में पांच किलो आटा, दो किलो अरहर दाल, दो किलो चावल, एक किलो चीनी, एक लीटर सरसों का तेल, मिर्ची, धनिया, हल्दी पाउडर, नमक, जीरा, साबुन होता है।
अक्षयपात्र फाउंडेशन लखनऊ शहर के साथ-साथ ग्रामीण इलाकों में भी जरूरतमंदों को राशन किट बांट रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में अक्षयपात्र फाउंडेशन ने कल एक हजार राशन सामग्री किट जरूरतमंदों के लिए भेजीं। राशन सामग्री किट को भाजपा के वरिष्ठ नेता व विधान परिषद सदस्य अशोक धवन, सेवा भारती के जनरल सेक्रेटरी वैभव कपूर और जिलाधिकारी कौशलराज ने प्राप्तकर जरूरतमंदों में वितरण कराया। यह राशन किट पेप्सिको के सहयोग तैयार कराई गई थी, जिसमें 25 किलो चावल, 10 किलो आटा, दो लीटर सरसों का तेल, एक-एक किलो पोहा, अरहर दाल, देसी चना, चीनी, नमक, हल्दी, मिर्च, काली मिर्च, साबुन, चार मास्क तथा मंजन दिया गया है।
अक्षयपात्र फाउंडेशन के उपाध्यक्ष चंचलापति प्रभु के मार्गदर्शन में यह परोपकार कार्यक्रम चल रहा है। उनका कहना है कि जहां खाद्य सामान की जरूरत होगी, वहां और भेजा जाएगा। उन्होंने कहा कि अक्षयपात्र की कोशिश रहती है कि कहीं कोई भूखा न रहे, लॉकडाउन को देखते हुए अक्षयपात्र फाउंडेशन केवल उत्तर प्रदेश ही नहीं देश के अन्य राज्यों में भी जरूरतमंदों को भोजन तथा राशन देने का काम कर रहा है। लॉकडाउन से प्रभावित लोगों की मदद के लिए सरकार के राहत प्रयासों का समर्थन करते हुए देशभर के विभिन्न स्थानों पर राह चलते दिहाड़ी मजदूरों, श्रमिकों, बेघर लोगों को भोजन तथा राशन दिया जा रहा है। चंचलापति प्रभु ने बताया कि इस माह 3 मई तक चार करोड़ जरूरतमंदों को भोजन वितरित कराया गया है, जिनमें दो करोड़ मजदूर हैं, इसके साथ ही पांच लाख से ज्यादा जरूरतमंदों को राशन किट का भी वितरण किया जा चुका है।