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Monday 15 June 2020 04:47:49 PM
नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली में कोरोना संक्रमण की भयानक स्थिति से निपटने के लिए केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने आज दिल्ली में सर्वदलीय बैठक बुलाई, जिसमें उन्होंने कहा है कि केंद्र सरकार दिल्ली में कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए सभी जरूरी कदम उठा रही है। अमित शाह ने कहा कि हम सभी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में साथ मिलकर कोरोना महामारी से लड़ना है। गृहमंत्री ने कहा कि दिल्ली में कोरोना से निपटने के लिए कल हुई बैठक में कुछ महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए हैं और सभी राजनीतिक दलों को मिलकर निचले स्तर तक इन फैसलों को बेहतर तरीके से पूरा करने में योगदान देना होगा। अमित शाह ने सभी राजनीतिक दलों से अपील करते हुए कहा कि उनके कार्यकर्ता यह सुनिश्चित करें कि केंद्र सरकार के दिल्ली की जनता के लिए किए गए निर्णयों का नीचे तक कार्यांवयन हो।
गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि इस समय सभी राजनीतिक द्वेष भुलाकर सभी राजनीतिक दल दिल्ली की जनता के हितों के लिए साथ मिलकर काम करें, सभी दलों की एकजुटता से जनता में विश्वास बढ़ेगा, कोरोना के विरुद्ध लड़ाई को और अधिक बल मिलेगा एवं दिल्ली की स्थिति जल्द ही सामान्य होगी। गृहमंत्री ने कहा कि हमको नए उपायों से दिल्ली में कोरोना की टेस्टिंग को बढ़ाना है। बैठक में आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह, भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अनिल चौधरी एवं बहुजन समाज पार्टी के प्रतिनिधि भी शामिल हुए। इन नेताओं ने कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए कुछ सुझाव दिए और केंद्र सरकार, दिल्ली सरकार और तीनों नगर निगमों को पूरा सहयोग देने का आश्वासन दिया। दिल्ली में कोरोना से लड़ाई में अभी तक तो राजनीति ही दिख रही है, जिसमें आम आदमी पार्टी की सरकार के प्रमुख नेता और स्वयं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल कोरोना पर कम बल्कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह पर ज्यादा निशाना साधे हुए हैं।
कोरोना से राजधानी के बिगड़ते हालात पर गृहमंत्री अमित शाह ने कल दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और वरिष्ठ अधिकारियों के साथ एक बैठक की थी, जिसमें दिल्ली की जनता की सुरक्षा और कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए थे। इनमें दिल्ली में कोरोना से संक्रमित मरीजों के लिए बेड की कमी को देखते हुए दिल्ली को तुरंत 8000 बेड वाले 500 रेलवे कोच देने, कंटेनमेंट जोन में मरीज के संपर्क में आए लोगों की पहचान के लिए घर-घर जाकर हर एक व्यक्ति का व्यापक स्वास्थ्य सर्वे कराना तथा दो दिन में कोरोना की टेस्टिंग को बढ़ाकर दो गुना करना और 6 दिन बाद तीन गुना करना, दिल्ली के निजी अस्पताओं में कोरोना संक्रमण के इलाज के लिए निर्धारित कोरोना बेड में से 60 प्रतिशत बेड कम रेट में उपलब्ध कराना शामिल है।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गृहमंत्री अमित शाह के साथ बैठक में कोरोना उपचार और कोरोना की टेस्टिंग के रेट तय करने के लिए नीति आयोग के सदस्य डॉ वीके पॉल की अध्यक्षता में एक कमेटी बनाने और दिल्ली के छोटे अस्पतालों तक कोरोना के लिए सही जानकारी तथा दिशा-निर्देश देने के लिए अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में फोन पर मार्गदर्शन प्रदान करने का भी फैसला किया गया था। इसके बाद आज दिल्ली में यह सर्वदलीय बैठक बुलाई गई, जिसमें कोरोना से निपटने के फैसलों को लागू करने पर सहमति बनी। बैठक से बाहर आकर राजनीतिक दलों के नेताओं ने मीडिया के सामने बैठक के एजेंडों की जानकारी दी। गृहमंत्री अमित शाह के साथ बैठक में कोरोना संक्रमण के उपचार के उपायों के साथ इस बात पर ज्यादा जोर रहा कि किसी भी प्रकार के राजनीतिक द्वेष भुलाकर कोरोना से निपटा जाए। अब देखना होगा कि दिल्ली की आम आदमी पार्टी की सरकार कोरोना से निपटने के लिए भारी पैकेज लेने के नाम पर राजनीति जारी रखती है या केंद्र सरकार के साथ मिलकर कोरोना से निपटती है।