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Wednesday 17 June 2020 06:16:31 PM
नई दिल्ली। भारत-चीन के सीमा क्षेत्र में समकक्ष चीनी सैनिक अधिकारियों से भारतीय क्षेत्र से चीनी सैनिकों की वापसी के लिए वार्ता करने गए भारतीय सेना के कमांडर बी संतोष बाबू और उनके निहत्थे सैनिकों पर चीनी सैनिकों के घात लगाकर एकतरफा हमले में शहीद हुए भारतीय सैनिकों की शहादत को नमन करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि भारत माता के वीर सपूतों ने गलवान वैली में हमारी मातृभूमि की रक्षा करते हुए सर्वोच्च बलिदान दिया है। उन्होंने कहा कि देश को इस बात का गर्व है कि हमारे सैनिक मारते-मारते मरे हैं, मैं देश की सेवा में उनके इस महान बलिदान के लिए उन्हें नमन करता हूं, उन्हें कृतज्ञतापूर्वक श्रद्धांजलि देता हूं और दुःख की इस कठिन घड़ी में शहीदों के परिजनों के प्रति मैं अपनी संवेदनाएं व्यक्त करता हूं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज पूरा देश अपने सैनिकों और उनके परिजनों के साथ है, देश की भावनाएं उनके साथ हैं। उन्होंने कहा कि हमारे शहीदों का ये बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा, चाहे स्थिति कुछ भी हो, परिस्थिति कुछ भी हो, भारत पूरी दृढ़ता से देश की एक-एक इंच जमीन और देश के स्वाभिमान की रक्षा करेगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत सांस्कृतिक रूपसे एक शांतिप्रिय देश है, भारत का इतिहास शांति का है, भारत का वैचारिक मंत्र ही रहा है-लोकाः समस्ताः सुखिनों भवंतु, हमने हर युग में पूरे संसार में शांति की, पूरी मानवता के कल्याण की कामना की है। नरेंद्र मोदी ने कहा कि हमने हमेशा से ही अपने पड़ोसियों के साथ सहकारी और मैत्रीपूर्ण तरीके से मिलकर काम किया है, हमेशा उनके विकास और कल्याण की कामना की है, जहां कहीं हमारे मतभेद रहे भी हैं, हमने हमेशा ही ये प्रयास किया है कि मतभेद विवाद न बनें, मतभेद विवाद में न बदलें। उन्होंने कहा कि हम कभी किसी को भी उकसाते नहीं हैं, लेकिन हम अपने देश की अखंडता और संप्रभुता के साथ समझौता भी नहीं करते हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि जब भी समय आया है, हमने देश की अखंडता और संप्रभुता की रक्षा करने में अपनी शक्ति का प्रदर्शन किया है, अपनी क्षमताओं को साबित किया है। नरेंद्र मोदी ने कहा कि त्याग और तितिक्षा हमारे राष्ट्रीय चरित्र का हिस्सा हैं, लेकिन साथ ही विक्रम और वीरता भी उतना ही हमारे देश के चरित्र का हिस्सा हैं। उन्होंने कहा कि मैं देश को पुनः भरोसा दिलाना चाहता हूं, हमारे जवानों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा, हमारे लिए भारत की अखंडता और संप्रभुता सर्वोच्च है और इसकी रक्षा करने से हमें कोई भी नहीं रोक सकता, इस बारे में किसी को भी जरा भी भ्रम या संदेह नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा कि भारत शांति चाहता है, लेकिन भारत को उकसाने पर हर हाल में निर्णायक जवाब भी दिया जाएगा।