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Thursday 25 June 2020 11:31:23 AM
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हथकरघा एवं पावरलूम क्षेत्र से जुड़े अनुसूचित जाति जनजाति के बुनकरों के सम्बंध में राज्य में व्यापक सर्वे कराए जाने और इनकी स्थिति सुदृढ़ किए जाने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने बुनकरों के प्रशिक्षण की आवश्यकता पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि अनुसूचित जाति जनजाति के बुनकरों को प्रशिक्षण मिलने और उनमें जागरुकता से अधिक से अधिक संख्या में लोग इस क्षेत्र में आएंगे और उन्हें रोज़गार मिलेगा। मुख्यमंत्री ने हथकरघा एवं पावरलूम सेक्टर में आधुनिक तकनीक अपनाए जाने और इस क्षेत्र के लिए सौर ऊर्जा की सम्भावनाएं तलाशने को कहा। मुख्यमंत्री के समक्ष प्रस्तावित झलकारी बाई कोरी हथकरघा एवं पावरलूम विकास योजना का प्रस्तुतिकरण हो रहा था। उन्होंने इस योजना में आवश्यक संशोधन के दिशा-निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हथकरघा एवं पावरलूम बुनकरों के सामाजिक और आर्थिक उत्थान के मार्ग प्रशस्त किए जाएं। मुख्यमंत्री ने कहा कि वस्त्रों की उत्पादकता एवं गुणवत्ता बढ़ाने तथा उत्पादन लागत कम किए जाने पर भी फोकस किया जाए और पावरलूम बुनकरों को उन्नत तकनीक के आटोमेटिक रेपियर लूम के संचालन का प्रशिक्षण दिया जाए। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि इसी प्रकार हथकरघा बुनकरों को उन्नत तकनीक के हथकरघे उपलब्ध कराते हुए हथकरघा वस्त्रों की उत्पादकता एवं गुणवत्ता बढ़ाई जाए। उन्होंने कहा कि अनुसूचित जाति-जनजाति के हथकरघा एवं पावरलूम बुनकरों के स्वयं सहायता समूह के आधार पर भी उन्हें सहायता उपलब्ध कराई जा सकती है।
अपर मुख्य सचिव हथकरघा एवं वस्त्रोद्योग रमा रमण ने झलकारी बाई कोरी हथकरघा एवं पावरलूम विकास योजना का प्रस्तुतिकरण करते हुए योजना के सम्बंध में मुख्यमंत्री को विस्तृत जानकारी दी। इस अवसर पर सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह, अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त आलोक टण्डन, अपर मुख्य सचिव वित्त संजीव मित्तल, अपर मुख्य सचिव एमएसएमई नवनीत सहगल, अपर मुख्य सचिव अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आलोक कुमार, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री संजय प्रसाद, वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।