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Tuesday 09 April 2013 08:54:43 AM
लखनऊ। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कैलाश-मानसरोवर के यात्रियों को पहली बार दिए गए अनुदान को राज्य सरकार की तरफ से एक छोटा सहयोग बताया और कहा है कि प्रदेश सरकार की पहल से अन्य नागरिकों को इस दुर्गम यात्रा के संबंध में जानकारी प्राप्त करने तथा जाने की प्रेरणा मिलेगी। मुख्यमंत्री ने कैलाश-मानसरोवर की यात्रा से लौटे प्रदेश के मूल निवासियों को सम्मानित कर उन्हें क्रमशः 25000 रुपए का चेक प्रदान किया।
अखिलेश यादव ने अपने सरकारी आवास पर कैलाश-मानसरोवर की यात्रा से लौटे प्रदेश के मूल निवासियों को सम्मानित भी किया। उन्होंने कहा कि डॉ राम मनोहर लोहिया ने कैलाश-मानसरोवर के महत्व को समझते हुए ही इससे संबंधित प्रकरण को पहली बार संसद में उठाया था। कैलाश-मानसरोवर को एक भव्य धार्मिक स्थल बताते हुए उन्होंने कहा कि प्रकृति ने यहां पहुंचने के रास्ते को अत्यंत दुर्गम एवं कठिन बनाया है। उन्होंने कहा कि यात्री यहां अपनी अदम्य इच्छा शक्ति तथा श्रद्धा की भावना से ही पहुंच पाते हैं। उन्होंने कहा कि जो लोग यहां की यात्रा कर आए हैं, वास्तव में वे साहसी एवं प्रकृति प्रेमी हैं।
मुख्यमंत्री ने धर्मार्थ कार्य विभाग की प्रशंसा करते हुए कहा कि कैलाश-मानसरोवर जैसी जगह कदाचित पृथ्वी पर और कहीं नहीं है। उन्होंने कहा कि ऐसे स्थान की यात्रा के लिए यात्रियों को काफी कठिनाई का सामना करना पड़ता है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने अनुदान देने से अन्य लोग भी उत्साहित होकर यात्रा के लिए प्रेरित होंगे। इस मौके पर मानसरोवर निष्काम सेवा समिति के अध्यक्ष उदय कौशिक ने राज्य सरकार के इस निर्णय को ऐतिहासिक बताया। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश उन चंद राज्यों की सूची में शामिल हो गया है, जो मानसरोवर यात्रा के लिए आर्थिक मदद प्रदान करते हैं। कार्यक्रम में हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, गुजरात, राजस्थान, दिल्ली, चेन्नई तथा आंध्र प्रदेश से आए कैलाश-मानसरोवर के यात्रियों ने मुख्यमंत्री का परंपरागत ढंग से स्वागत एवं अभिनंदन किया।
इससे पूर्व, धर्मार्थ कार्य मंत्री आनंद सिंह ने बताया कि राज्य सरकार ने विगत एक वर्ष में प्रदेश में धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए कई निर्णय लिए हैं। उन्होंने कहा कि कैलाश-मानसरोवर की यात्रा पर गए प्रदेश के 31 मूल निवासियों को क्रमशः 25 हजार रुपए का चेक देकर पहली बार सम्मानित किया जा रहा है। इस कार्यक्रम में मंत्रिमंडल के सहयोगियों के अलावा प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री राकेश गर्ग, प्रमुख सचिव धर्मार्थ कार्य नवनीत सहगल, अन्य अधिकारी तथा कैलाश-मानसरोवर के यात्री भी मौजूद थे।