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नेत्रदानी को होली मिलन समारोह में श्रृद्धांजलि

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Tuesday 09 April 2013 09:39:25 AM

holi milan and tribute ceremony

लखनऊ। निगम सहयोग संगठन ने रविवार 7 अप्रैल को एक होली मिलन समारोह का आयोजन किया। इस समारोह में निगम सहयोग संगठन से जुड़े करीब 12 परिवारों ने भाग लिया। यह होली मिलन समारोह एक अनोखा समारोह था, क्योंकि इस समारोह की परिकल्पना अशोक कुमार निगम ने की थी, जिनका हृदयगति रूक जाने से 13 मार्च 2013 को अलीगंज राजकीय उद्यान शिवालय में स्वर्गवास हो गया, उनकी स्मृति में इस समारोह को श्रृद्धांजलि समारोह में परिवर्तित कर दिया गया।
समारोह में उपस्थित सभी बड़े और छोटों ने पुष्प अपर्ण कर अशोक कुमार निगम को श्रद्धांजलि देते हुए उनकी स्मृति में 2 मिनट का मौन धारण किया। सभी ने अलग-अलग तरीके से अपने हृदय के उद़गारों को व्यक्त किया। सभी को उनके बारे में बातें करते देख उनकी पत्नी कामिनी निगम,फफ़क कर रो पड़ीं और बोलीं कि वे नियम और उसूलों के पक्के समाजसेवी थे, उनकी दिनचर्या प्रातःकाल के प्रथम चरण से ही शुरू हो जाती थी, वे पैदल भ्रमण हेतु अलीगंज स्थित पुराना हनुमान मंदिर के निकट राजकीय उद्यान जाते थे। तत्पश्चात लौटकर प्रभु पूजन में लीन हो जाते थे, सूर्य की पहली किरण के साथ ही सूर्य को अर्ध्य देने के पश्चात् पक्षियों को दाना देना, कुत्तों को रस्क खिलाना और गाय को रोटी देना उनका प्रथम कार्य था।
उनकी इच्छा नेत्रदान की थी, उनकी इस इच्छा को उनके परिजनों ने नेत्रदान-टीम को बुलाकर पूरा किया। उनको श्रृद्धांजलि देते हुए सुशील कुमार निगम ने कहा कि वे सभी से उर्जावान होकर मिलते थे, सबसे हंसकर बात करना और हंसी-ठिठोली करना उनको बड़ा अच्छा लगता था। वे भोलेनाथ की बहुत सेवा करते थे। उद्यान का वातावरण भक्तिमय हो जाता था। उनके ज्येष्ठ पुत्रअनिरूद्ध ने सभी को नेत्रदान के लिए प्रेरित करते हुए कहा कि यदि हम सभी आज नेत्रदान का निर्णय लें तो भविष्य में न जाने कितने ही लोगों के जीवन को रौशन कर सकते हैं।

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