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Thursday 9 July 2020 05:52:43 PM
वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज वीडियो कॉंफ्रेंस के जरिए वाराणसी के उन गैर सरकारी संगठनों के प्रतिनिधियों के साथ संवाद किया, जो इस कोविड संकटकाल में ग़रीबों की मदद के लिए पूरी तन्मयता के साथ काम कर रहे हैं। प्रधानमंत्री ने कोरोना महामारी के बावजूद पूरे उत्साह और उम्मीदों के साथ काम करने के लिए पुण्य एवं पावन नगरी वाराणसी के लोगों की जोरदार प्रशंसा की। नरेंद्र मोदी ने कहा कि उन्हें निरंतर इस आशय की जानकारियां मिलती रही हैं कि कैसे यहां के लोग पूरी जीवटता एवं सेवाभाव के साथ जरूरतमंदों की मदद में जुटे हुए हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि वह कोरोना महामारी को फैलने से रोकने के लिए उठाए जा रहे विभिन्न कदमों, विभिन्न अस्पतालों की मौजूदा स्थिति, क्वारंटाइन की व्यवस्था और प्रवासी श्रमिकों के कल्याण के लिए ठोस इंतजाम के बारे में निरंतर जानकारियां प्राप्त करते रहे हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि एक पुरानी मान्यता है कि काशी में कोई भी भूखा नहीं सोएगा, क्योंकि इस शहर पर माँ अन्नपूर्णा और बाबा विश्वनाथ का विशेष आर्शीवाद है। प्रधानमंत्री ने कहा कि यह हम सभी के लिए अत्यंत सौभाग्य की बात है कि इसबार भगवान ने हम सबको ग़रीबों की सेवा का माध्यम बनाया है। उन्होंने कहा कि पुण्य पावन नगरी में विभिन्न धार्मिक गतिविधियों पर रोक के बावजूद वाराणसी के लोगों ने सोशल डिस्टेंस के नियमों का पालन करते हुए यह साबित कर दिखाया है कि वे कोरोना के खिलाफ अपनी लड़ाई में किसी से भी पीछे नहीं हैं और इसके साथ ही वे खाद्य पदार्थों और चिकित्सा सामग्री की निरंतर आपूर्ति कर गरीबों एवं जरूरतमंदों की मदद कर रहे हैं। प्रधानमंत्री ने विभिन्न सरकारी निकायों और स्थानीय प्रशासन के निकायों के साथ मिलकर जरूरतमंदों की मदद हेतु निरंतर काम करने के लिए गैर सरकारी संगठनों या सामाजिक संस्थाओं के प्रयासों की सराहना की।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि इतने कम समय में फूड हेल्पलाइन एवं कम्युनिटी किचन का व्यापक नेटवर्क तैयार करना, हेल्पलाइन विकसित करना, डेटा साइंस की मदद लेना, वाराणसी स्मार्ट सिटी के कंट्रोल एवं कमांड सेंटर का भरपूर उपयोग करना काफी बड़ी बात है, जिसका मतलब यही है कि हर स्तर पर सभी ने ग़रीबों की मदद के लिए पूरी क्षमता के साथ काम किया है। प्रधानमंत्री ने बताया कि जब जिला प्रशासन के पास भोजन बांटने के लिए अपनी गाड़ियां कम पड़ गईं तो डाक विभाग उसकी मदद के लिए आगे आया। संत कबीरदास को उद्धृत करते हुए नरेंद्र मोदी ने कहा कि सेवा करने वाला सेवा का फल नहीं मांगता है, दिन-रात निःस्वार्थ भाव से सेवा करता है! प्रधानमंत्री ने कहा कि कई विशेषज्ञों ने भारत की विशाल आबादी और कई अन्य चुनौतियों को ध्यान में रखते हुए भारत की कोरोना महामारी से लड़ने की क्षमताओं पर सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि 23-24 करोड़ की आबादी वाले उत्तर प्रदेश में संक्रमण के काफी तेजी से फैलने की आशंकाएं इस राज्य के लोगों के सहयोग और कड़ी मेहनत की बदौलत निराधार साबित हुई हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस बात पर संतोष व्यक्त किया कि उत्तर प्रदेश में न सिर्फ संक्रमण की गति अब नियंत्रण में है, बल्कि जिन्हें कोरोना हुआ है, वे भी तेजी से ठीक हो रहे हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार जरूरतमंदों को विभिन्न तरह की सुविधाएं प्रदान कर रही है और लगभग 80 करोड़ लोग उन योजनाओं से लाभांवित हुए हैं, जिनके तहत न केवल मुफ्त राशन, बल्कि मुफ्त सिलेंडर भी दिए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि भारत, जहां अमेरिका के मुकाबले दोगुनी आबादी है, एक पैसा लिए बिना उनका भरण-पोषण कर रहा है और अब तो इस योजना को नवंबर के आखिर यानी दीपावली और छठ पूजा तक बढ़ा दिया गया है। उन्होंने कहा कि वाराणसी के व्यापारियों और कारोबारियों के साथ-साथ विभिन्न शिल्पकारों विशेषकर बुनकरों की भी तरह-तरह की परेशानियों को दूर करने के प्रयास किए जा रहे हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि 8000 करोड़ रुपये की लागत वाली विभिन्न अवसंरचना और परियोजनाएं बड़ी तेजी से कार्यांवित की जा रही हैं।