स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम
Saturday 18 July 2020 03:38:00 PM
नई दिल्ली। भारत सरकार के वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय के तहत उद्योग और आंतरिक व्यापार संवर्द्धन विभाग (डीपीआईआईटी) की विश्वस्तर की डिजाइन शिक्षा प्रदान करने के लिए भारत में पांच राष्ट्रीय डिजाइन संस्थान (एनआईडी) कार्य कर रहे हैं। एनआईडी ने अहमदाबाद, गांधीनगर और बेंगलुरु कैंपस के साथ 1961 में अपनी गतिविधियों की शुरुआत की थी, जबकि बाकी के चार नए एनआईडी अर्थात एनआईडी आंध्र प्रदेश, एनआईडी हरियाणा, एनआईडी असम और एनआईडी मध्य प्रदेश पिछले कुछ वर्ष में अस्तित्व में आए हैं। एनआईडी को संसद के अधिनियम के आधार पर राष्ट्रीय महत्व के संस्थानों के रूपमें घोषित किया गया है और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर इन्हें बेहतरीन डिजाइन संस्थान माना जाता है।
एआईडी के स्नातक भारत में विभिन्न क्षेत्रों में काम कर रहे हैं, जबकि इनमें से कई भारत के बाहर विभिन्न देशों में चुनौतीपूर्ण अवसरों का भी चयन करते हैं। ऐसा ही एक देश जर्मनी है, जिसने विदेशी शिक्षा के लिए एक केंद्रीय कार्यालय (जेडएबी) खोला है, जो जर्मनी में विदेशी योग्यता का मूल्यांकन करने के लिए एकमात्र प्राधिकरण के रूपमें कार्य करता है। अपने काम के तौरपर वे एनाबिन नामक एक डेटाबेस तैयार रखते हैं जो जर्मन डिप्लोमा और डिग्री के संबंध में विदेशी डिग्रियों और उच्च शिक्षा योग्यताओं को सूचीबद्ध रखते हैं। जर्मनी में विदेशी विश्वविद्यालय स्तर की योग्यता की पहचान अक्सर जर्मन वर्क वीजा, जॉब सीकर्स वीजा या जर्मन ब्लू कार्ड हासिल करने के लिए एक आवश्यक शर्त है।
वीजा आवेदन की सफलता अक्सर इस प्रमाण पर निर्भर करती है कि जर्मनी के बाहर अर्जित विश्वविद्यालय स्तरीय योग्यता को समकक्ष जर्मन योग्यता के बराबर माना जाता है। आमतौर पर जर्मनी में किसी की डिग्री को मान्यता के लिए उसे 3/4 वर्षीय स्नातक की डिग्री प्राप्त होने की बुनियादी आवश्यकता होती है। एनआईडी अहमदाबाद को साल 2015 में एनाबिन सूची में शामिल किया गया था और अब अन्य चार नए एनआईडी को भी हाल ही में इस डेटाबेस में शामिल किया गया है। अब जबकि सभी एनआईडी इस सूची का एक हिस्सा बन चुके हैं तो इसके छात्र जर्मनी में अपनी शिक्षा के अनुकूल क्षेत्रों में काम करने के लिए जरूरी वर्क परमिट के लिए आसानी से आवेदन कर सकेंगे।