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Tuesday 09 April 2013 11:33:00 AM
नई दिल्ली। केंद्रीय जल संसाधन मंत्री हरीश रावत ने मंगलवार को दूसरे भारत जल सप्ताह पर प्रदर्शनी का उद्घाटन किया। प्रदर्शनी का उद्देश्य विभिन्न शेयरधारकों और सामान्य जनता को लाभ पहुंचाने के लिए प्रौद्योगिकी, नवीनतम विकास और कृषि तथा सिंचाई के क्षेत्र में समता में सुधार करने के समाधान दिखाना है। प्रदर्शनी में दुनिया भर से 50 से अधिक कुल उत्पाद और सेवा प्रदाताओं का व्यापक स्पेक्ट्रम है।
प्रदर्शनी बांध पुनरुद्धार और सुधार में नई सामग्री और तकनीक के बारे में जानकारी देने लिए विशेष स्थान भी प्रदान करेगी। जल उद्योग और संबद्ध मंत्रालय के विकास को पहचानने और प्रोत्साहित करने के अलावा अपने कौशल को विकसित कर और अपने लाभ को बढ़ाने के लिए सही ज्ञान प्रदान कर और विकास के लिए सुधार के उपाय के बारे में शिक्षित कर और नई और उन्नत तकनीक अपना कर लघु और मझौले उद्यमों को अंतर्राष्ट्रीय मंच तथा विश्व स्तर का अवसर प्रदान करेगी।
प्रतिभागियों में जल संसाधन मंत्रालय के प्रशासनिक नियंत्रण के अधीन कई विभाग शामिल हैं। इनमें शामिल हैं-दामोदर घाटी निगम (कोलकाता-पश्चिम बंगाल), केंद्रीय जल तथा उर्जा अनुसंधान केंद्र (पुणे-महाराष्ट्र), सिंचाई तथा उर्जा केंद्रीय बोर्ड (नई दिल्ली), केंद्रीय मृदा एवं सामग्री अनुसंधानशाला (सीएसएमआरएस) (नई दिल्ली), केंद्रीय भू-जल बोर्ड (फरीदाबाद-हरियाणा), केंद्रीय जल आयोग (नई दिल्ली), भास्काचार्य संस्थान अंतरिक्ष अनुप्रयोग तथा जीई-सूचना विज्ञान (गांधी नगर-गुजरात) और ब्रह्मपुत्र बोर्ड (गुवाहाटी-असम) इसके अलावा जल शोधन तथा जल का पता लगाने वाले उपकरणों के निर्माण में लगी हुई कई निजी कंपनियों ने भी इस प्रदर्शनी में अपने स्टॉल लगाए हैं।