स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम
Thursday 17 September 2020 02:49:24 PM
नई दिल्ली। केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने शिक्षक पर्व पहल पर एनएसएस, एनसीसी, एनवाईकेएस और उन्नत भारत अभियान वॉलंटियर्स के माध्यम से नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के बारे में जागरुकता फैलाने के लिए राष्ट्रीय वेबिनार का आयोजन किया, जिसमें रक्षामंत्री राजनाथ सिंह मुख्य अतिथि थे। देशभर से राष्ट्रीय कैडेट कोर, राष्ट्रीय सेवा योजना, नेहरू युवा केंद्र संगठन और उन्नत भारत अभियान के वॉलंटियर्स भी वर्चुअल माध्यमों से इस वेबिनार से जुड़े। रक्षामंत्री ने वेबिनार में कहा कि नई शिक्षा नीति भारतीय इतिहास की पहली ऐसी नीति है, जिसमें बहुआयामी और बहुहितधारक सलाह प्रक्रिया को अपनाया गया है, इसमें ऑनलाइन, जमीनी और राष्ट्रीयस्तर की चर्चा-परिचर्चा शामिल है। उन्होंने कहा कि जमीनी स्तर पर विचार-विमर्श का विस्तार सभी ग्राम पंचायतों, ब्लॉक, शहरी स्थानीय निकायों, जिलों और राज्यों एवं केंद्रशासित प्रदेशों तक है।
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि एनईपी को अध्यापकों, शिक्षाविदों, अभिभावकों और शिक्षा से जुड़े दूसरे हितधारकों से मिले 2 लाख से ज्यादा सुझावों को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है, यह नीति छात्रों के समग्र विकास के लिए स्कूल और उच्च शिक्षा में कई क्रांतिकारी बदलावों का सुझाव देती है। उन्होंने कहा कि नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की एक आत्मनिर्भर भारत की परिकल्पना को पूरा करेगी। रक्षामंत्री ने बताया कि इस नीति में राज्य सरकारों को अपने मिडिल और हाई स्कूलों में एनसीसी विंग शुरू करने के लिए प्रोत्साहित करने का भी प्रावधान है। राजनाथ सिंह ने कहा कि उच्च शिक्षा में विभिन्न स्तरों पर कुछ अलग होने और शामिल होने की योजना (मल्टीपल एंट्री और एग्जिट स्कीम) से उन युवाओं को लाभ होगा, जिन्हें अपनी पढ़ाई बीच में ही छोड़नी पड़ती है और यह कदम हमारे सशस्त्र बलों के उन सैनिकों के लिए बहुत ही लाभकारी सिद्ध होगा, जो देश की सेवा करने के अलावा अध्ययन करने में भी रुचि रखते हैं।
रक्षामंत्री ने कहा कि संसाधन की क्षमता बढ़ाने के लिए स्थानीय प्रतिष्ठित व्यक्तियों या विशेषज्ञों को स्कूलों में विशेष प्रशिक्षकों के रूपमें रखने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा, इसमें सेना के सेवानिवृत्त शिक्षक और अधिकारी अपने आस-पास के स्कूलों में सेवाएं देकर राष्ट्र निर्माण में योगदान कर सकेंगे। एक प्रसिद्ध कथन का उल्लेख करते हुए रक्षामंत्री ने कहा कि अगर आप पीढ़ियों को बेहतर बनाना चाहते हैं तो आपको शिक्षा के क्षेत्र में निवेश करना चाहिए। उन्होंने कहा कि भारत, दुनिया के सबसे युवा देशों में से है और राष्ट्र के विकास में बड़े लक्ष्यों को हासिल करने में युवा हमारी शक्ति हैं। उन्होंने आशा जताई कि यह आयोजन देश के युवाओं को समसामयिक मुद्दों के प्रति जागरुक करने में महत्वपूर्ण कड़ी साबित होगा। उन्होंने कहा कि युवाओं का समर्थन मिलने से पूरी शिक्षा प्रणाली बहुत प्रभावशाली बनेगी। केंद्रीय शिक्षामंत्री रमेश पोखरियाल ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 भारत को ज्ञान पुंज बनाने के लिए निरंतर सकारात्मक सोच और प्रयासों का परिणाम है।
शिक्षामंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा कि एनईपी केवल एक नीतिगत दस्तावेज नहीं है, बल्कि भारत के लोगों की आकांक्षाओं का प्रतिबिंब भी है। उन्होंने कहा कि यह बहुत व्यापक और दूरदर्शी नीति है और भविष्य में राष्ट्र की उन्नति को सुगम बनाने में बड़ी भूमिका निभाएगी। शिक्षामंत्री ने कहा कि नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति मौजूदा शिक्षा व्यवस्था में सकारात्मक बदलाव और भविष्य की चुनौतियों को दूर करने की अपील करती है। उन्होंने कहा कि एनईपी, सामाजिक व आर्थिक तौर पर वंचित वर्गों पर विशेष ध्यान देने के साथ सभी छात्रों की गुणवत्तापूर्ण शिक्षा तक समान रूपसे पहुंच को सुनिश्चित करती है। रमेश पोखरियाल ने कहा कि युवा कार्यक्रम और खेल मंत्रालय के पास विभिन्न युवा कार्यक्रमों से जुड़े भारत के स्व-उत्साही युवाओं की एक महाशक्ति है। उन्होंने कहा कि एक एनईपी एंबेसडर के रूपमें युवा राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के बारे में जमीनी स्तरपर जागरुकता पैदा करने में महत्वपूर्ण योगदान दे सकते हैं।
रमेश पोखरियाल ने शिक्षा नीति को सफलता के साथ लागू करने के लिए शिक्षा मंत्रालय और युवा कार्यक्रम व खेल मंत्रालय के संयुक्त वेबिनार से उम्मीद जताई कि एनवाईकेएस, एनएसएस, एनसीसी के वॉलंटियर्स और उन्नत भारत अभियान के समन्वयक, युवा भारत की आकांक्षा के अनुरूप बनाई गई नई शिक्षा नीति के सफल कार्यांवयन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। खेल मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति ने युवाओं को अपनी सिफारिशों के केंद्र में रखा है, एक तरह से इस नीति ने राष्ट्र निर्माण में युवाओं की अधिक भागीदारी की मांग पेश की है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के तहत छात्रों को विषयों के चुनाव में बहुत ज्यादा छूट और विकल्प मिलेंगे। इसमें कला और विज्ञान, पाठ्यक्रम और खेल जैसी पाठ्यक्रमेतर गतिविधियों, पेशेवर और शैक्षणिक धाराओं के बीच कोई सख्त विभाजन नहीं होगा, इस अंतर-पाठ्यक्रम शैक्षिक दृष्टिकोण से बच्चों का सर्वांगीण विकास होगा। उन्होंने कहा कि युवा कार्यक्रम और खेल मंत्रालय, शिक्षा मंत्रालय के साथ समन्वय स्थापित करके इस दिशा में ठोस प्रयास करने के लिए प्रतिबद्ध है।
खेल मंत्री किरेन रिजिजू ने आगे कहा कि युवा, राष्ट्र निर्माता हैं और देश को सफलता के मार्ग पर आगे ले जाएंगे। किरेन रिजिजू ने कहा कि नई शिक्षा नीति के बारे में जागरुकता पैदा करने में युवाओं को शामिल करने से शिक्षा क्षेत्र में बदलाव पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ेगा। उन्होंने कहा कि नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति देश को एनईपी के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा करने का एक मंच दे रही है। उन्होंने कहा कि हमारे वॉलंटियर्स को शिक्षा नीति के विभिन्न प्रावधानों की जानकारी देने के लिए यह वेबिनार भी श्रृंखला का एक हिस्सा है। यह आयोजन एक हैंडबुक नई शिक्षा नीति-2020 की सूचनाओं के प्रसार के लिए एनएसएस, एसीसी, एनवाईकेएस और यूबीए वॉलंटियर्स के लिए वेब रिसोर्स को जारी किए जाने का गवाह बना। वेबिनार में शिक्षा राज्यमंत्री संजय धोत्रे, रक्षा मंत्रालय के सचिव अजय कुमार, उच्च शिक्षा सचिव अमित खरे, स्कूल शिक्षा और साक्षरता सचिव अनीता करवाल, युवा और खेल मामलों की सचिव ऊषा शर्मा, विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के अध्यक्ष प्रोफेसर डीपी सिंह, विश्वविद्यालयों के कुलपति भी शामिल हुए।