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Thursday 11 April 2013 10:03:06 AM
नई दिल्ली। सूचना एवं प्रसारण मंत्री मनीष तिवारी ने गुरूवार को बांग्लादेश के सूचना एवं प्रसारण मंत्री हसन-उल हक से मुलाकात की और सूचना एवं प्रसारण क्षेत्र संबंधी प्रमुख विषयों पर विस्तृत चर्चा की। चर्चा के दौरान दोनों नेताओं ने तय किया कि बांग्लादेश के "मुक्ति-संघर्ष" पर फिल्म बनाने के लिए दोनों देश विचार करेंगे। इस संबंध में बांग्लादेश के सूचना मंत्री ने भारत सरकार से निवेदन किया कि मुक्ति संघर्ष के दौरान जो भारतीय सैनिक शहीद हुये थे, उनके नाम देने पर विचार किया जाये।
चर्चा के दौरान दोनों मंत्रियों ने सूचना एवं प्रसारण क्षेत्र के महत्वपूर्ण विषयों पर विचार करने के लिए एक संयुक्त कार्य समूह के गठन की संभावनायें खोजने पर भी सहमति व्यक्त की। यह कार्य समूह दोनों देशों के बीच भावी सहयोग की रुपरेखा तैयार करेगा। बांग्लादेश के सूचना मंत्री ने मनीष तिवारी से यह निवेदन भी किया कि निजी वितरण नेटवर्क के जरिये बांग्लादेश के टीवी चैनलों को डाउनलिंकिंग की सुविधा दी जाये। दोनों मंत्रियों ने प्रसार भारती और बांग्लादेश स्टेट टेलीविजन के बीच सहयोग बढ़ाने पर भी सहमति व्यक्त की। उल्लेखनीय है कि इस संबंध में वर्ष 2011 में दोनों संस्थाओं के बीच एक समझौता-दस्तावेज पर हस्ताक्षर हुये थे।
बैठक के दौरान दोनों मंत्रियों ने भारत और बांग्लादेश के बीच अभिलेखीय सामग्रियों के आदान-प्रदान पर भी रजामंदी जाहिर की। इस विषय में मनीष तिवारी ने मंत्रालय की प्रमुख नीति पहलों का उल्लेख किया। बैठक में दोनों मंत्रियों के साथ दोनों देशों के सूचना एवं प्रसारण मंत्रालयों के आला अधिकारी भी मौजूद थे।