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Saturday 26 September 2020 01:12:01 PM
कोच्चि। भारत के वाइस एडमिरल फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ दक्षिणी नौसैनिक कमान एके चावला ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की ओर से कोच्चि नौसेना अड्डे पर नौसेना अलंकरण समारोह में गणतंत्र दिवस-2020 पर घोषित बहादुर नौसेना कर्मियों को वीरता एवं गैर वीरता पदक प्रदान किए। उन्होंने उन नौसेना कर्मियों को भी सम्मानित किया, जिन्होंने नेतृत्व क्षमता का परिचय दिया, पेशेवर उपलब्धियां हासिल कीं, उच्चस्तरीय उल्लेखनीय सेवा की और नौसेना की सेवा में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। समारोह में वीरता के लिए चार नौसेना मेडल, ड्यूटी के प्रति समर्पण हेतु दो नौसेना मैडल, लंबे समय तक वीरता का परिचय देने में चार विशिष्ट सेवा मेडल सहित कुल दस पदक प्रदान किए गए।
कमांडर इन चीफ ने साहसिक कार्य एवं बलिदान के लिए जीवन रक्षा पदक के साथ पिछले एक वर्ष में असाधारण सेवा के लिए एशोर यूनिट (प्रतिष्ठान) एवं एफ्लोट यूनिट (जहाज़) को वर्ष 2020-21 के लिए यूनिट साइटेशन दिए जाने की घोषणा की। कमांडर शैलेंद्र सिंह, कमांडर विक्रांत सिंह, लेफ्टिनेंट कमांडर रवींद्र सिंह चौधरी और लीडिंग सीमैन सुशील कुमार नौसेना मैडल (वीरता) से सम्मानित किए गए। कोमोडोर एमपी अनिल कुमार और कोमोडोर गुरचरण सिंह को नौसेना मैडल (ड्यूटी के प्रति समर्पण) प्रदान किया गया। रियर एडमिरल तरुण सोबती, कोमोडोर अजीत वी कुमार, कोमोडोर आर रामकृष्णन अय्यर और कैप्टन के निर्मल रघु को विशिष्ट सेवा मेडल दिया गया। चीफ पैटी ऑफिसर मुकेश कुमार को जीवन रक्षा पदक मिला तो एशोर यूनिट आईएएस चिल्का (प्रतिष्ठान) और अफ्लोट यूनिट आईएनएस सुजाता (जहाज़) यूनिट साइटेशन से सम्मानित किए गए।
वाइस एडमिरल एके चावला ने इस अवसर पर कहा कि यह एक विशेष महत्व का अवसर है, जिसमें अपने साथी नौसेनाकर्मियों की बहादुरी के कारनामों और ड्यूटी के प्रति समर्पण को भारतीय नौसेना औपचारिक मान्यता प्रदान करती है। उन्होंने इस बात को रेखांकित किया कि नौसेना के सभी पुरुष और महिला कर्मचारी हर समय आगे बढ़कर उसी तरह की निस्वार्थ सेवा देते हैं, जैसी भारतीय नौसेना हिंद महासागर क्षेत्र के लिए हर समय देती है। उन्होंने इसके लिए हाल में आईएनएस निरीक्षक द्वारा मॉरिशस को प्रदान की गई सहायता का उदाहरण दिया और कहा कि यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सागर क्षेत्र के सभी देशों के लिए सुरक्षा और तरक्की-सिक्योरिटी एंड ग्रोथ फॉर आल इन दि रीजन परिकल्पना पर आधारित था।
अलंकरण समारोह के दौरान रस्मी परेड में 50 सैन्य कर्मियों ने सलामी गारद निकाली। सलामी गारद का निरीक्षण वाइस एडमिरल एके चावला ने किया। इससे पहले उन्होंने एसएनसी के विभिन्न जहाज़ों और प्रतिष्ठानों के नौसेनाकर्मियों की पलटनों की परेड का भी निरीक्षण किया। परेड का नेतृत्व कमांडर अभिषेक तोमर ने किया। यह समारोह सामान्य तौरपर भारतीय नौसेना के लिए ही आयोजित किया जाता है, फिर भी देश के वर्तमान स्वास्थ्य परिदृश्य को ध्यान में रखते हुए इसे हर कमान के अपने कर्मचारियों के लिए स्थानीय तौरपर आयोजित किया गया। इसमें सामाजिक दूरी बनाए रखने के सभी नियमों और कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन किया गया। समारोह में भारतीय नौसेना के वरिष्ठ अधिकारी और गणमान्य अतिथि उपस्थित थे।