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Wednesday 30 September 2020 01:48:34 PM
नई दिल्ली। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने इनोवेशन फॉर डिफेंस एक्सीलेंस इकोसिस्टम के आकाश के घेरे का विस्तार करने के उद्देश्य से की गई पहल के साथ आईडीईएक्स कार्यक्रम के दौरान डिफेंस इंडिया स्टार्टअप चैलेंज (डिस्क 4) को लॉंच किया है। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि आईडीईएक्स पहल हमारे देश में बनाई गई सबसे प्रभावी और अच्छी तरह से क्रियांवित रक्षा स्टार्टअप इकोसिस्टम में से एक के रूपमें है और यह आत्मनिर्भर भारत अभियान की दिशा में एक निर्णायक कदम होगा। राजनाथ सिंह ने कहा कि पहली बार देश में ऐसा माहौल बना है, जब रक्षा क्षेत्र में नवाचारों को आगे बढ़ाने के लिए विभिन्न हितधारकों को एकसाथ लाया गया है।
रक्षामंत्री ने कहा कि हमारी रक्षा प्रणाली को और मजबूत बनाने और इसे आत्मनिर्भर बनाने के लिए निजी क्षेत्र की भागीदारी भी महत्वपूर्ण है, इसके लिए हमने कुछ कदम उठाए हैं जैसेकि निजी क्षेत्र के साथ भागीदारी, प्रौद्योगिकी हस्तांतरण, स्वचालित मार्ग के माध्यम से 74 प्रतिशत एफडीआई और हाल ही में अनुबंधित अवधि के बाद आयात पर प्रतिबंध लगाने के लिए जारी की गई 101 वस्तुओं की नकारात्मक सूची शामिल है। उन्होंने आईडीईएक्स-4 फौजी पहल और उत्पाद प्रबंधन दृष्टिकोण दिशा-निर्देश भी जारी किए, इनमें से प्रत्येक पहल से कार्यक्रम को गुणात्मक और मात्रात्मक रूपसे बढ़ाने के लिए आईडीईएक्स-डीआईओ सुविधा की उम्मीद है। रक्षामंत्री ने कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार ने रक्षा अधिग्रहण प्रक्रिया 2020 शुरू की, जो निजी क्षेत्र को रक्षा क्षेत्र में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित करना चाहती है।
रक्षामंत्री ने सशस्त्र बलों को रक्षा नवाचार संगठन मंच का पूरा उपयोग करने के लिए अपनी तकनीकी आवश्यकताओं और भारतीय स्टार्टअप को इस अवसर का उपयोग करने के लिए हमारे रक्षा दूतों का अभिन्न अंग बनने के लिए प्रेरित किया। आईडीईएक्स-4 फौजी अपनी तरह की पहली पहल है, जो भारतीय सशस्त्र बलों के पहचाने गए नवाचारों को सहयोग देने के लिए शुरु की गई है और यह सैनिकों एवं क्षेत्र की रचना से किफायती नवोन्मेष विचारों को संभालेगा। गौरतलब है कि मैदान में और सीमाओं पर 13 लाख से अधिक सेवाकर्मी काम कर रहे हैं, अत्यंत कठिन परिस्थितियों का निर्वाह कर रहे हैं और उपकरणों को संभाल रहे हैं। इस तरह के उपकरणों को बेहतर बनाने के लिए उनके पास अनेक विचार और नवीन अविष्कार हो सकते हैं। आईडीईएक्स-4 फौजी इस खिड़की को खोलेगा और हमारे फौजियों को नवाचार प्रक्रिया का हिस्सा बनने और मान्यता देने एवं पुरस्कृत करने की अनुमति देगा।
सेवा मुख्यालय अधिकतम भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए पूरे देश में सैनिकों और क्षेत्र संरचनाओं को सहायता प्रदान करेगा। डिफेंस इंडिया स्टार्टअप चैलेंज के तहत सशस्त्र बलों, ओएफबी और डीपीएसयू की ग्यारह चुनौतियों को संभावित स्टार्टअप्स, इनोवेटर्स, एमएसएमई के लिए समान रूपसे खोल दिया गया है, ताकि वे प्रौद्योगिकियों पर अपने अभिनव विचार प्रदान कर सकें। रक्षा उत्पादन विभाग की आईडीईएक्स पहल को अप्रैल 2018 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय रक्षा क्षेत्र में नवाचारों को प्रोत्साहित करने और विकसित करने के उद्देश्य से शुरू किया था और एक इकोसिस्टम का निर्माण किया गया था, जहां स्टार्टअप, एमएसएमई और व्यक्तिगत नवाचारकर्ता भारतीय रक्षा प्रतिष्ठानों के साथ आसानी से बातचीत कर सकते हैं एवं नवीन समाधानों के सह-विकास और सह-उत्पादन के माध्यम से परिचालन वातावरण में अनुभव की गई विशिष्ट चुनौतियों के लिए नवीनतम तकनीकी नवाचार प्रदान करते हैं। आईडीइएक्स पहल रक्षा नवोन्मेष संगठन, डीपीएसयू, बीईएल और एचएएल की सेक्शन 8 कंपनी द्वारा निष्पादित की जाती है।
आईडीइएक्स-डीआईओ ने सशस्त्र बलों, डीपीएसयू और ओएफबी के 18 समस्या बयानों के साथ डिफेंस इंडिया स्टार्टअप चैलेंज के तीन राउंड लॉंच किए हैं और तकनीकी क्षेत्रों में नवप्रवर्तन अनुदान प्राप्त करने के लिए 55+ स्टार्ट-अप्स की पहचान की है, जिन्हें सपोर्ट फॉर प्रोटोटाइप और रिसर्च किकस्टार्ट (स्पार्क) कहा जाता है, जो प्रोटोटाइप विकास के लिए कई किश्तों के माध्यम से महत्वपूर्ण अवस्था के आधार पर स्टार्टअप्स को 1.5 करोड़ रुपये तक के अनुदान का प्रावधान करता है। डीआईओ ने देश के प्रमुख इनक्यूबेटरों के साथ रणनीतिक साझेदारी में प्रवेश किया है और विशेष रूप से अमेरिका में डिफेंस इनोवेशन यूनिट के साथ अंतरराष्ट्रीय सहयोग किया है। प्रभावी ढंग से गतिविधियों को आगे बढ़ाने के लिए डीआईओ ने वेबसाइट www.idex.gov.in और पोर्टल शुरू किया है, स्वत: नवीन अविष्कार करने, स्पार्क II दिशा-निर्देशों और एक प्रशिक्षण कार्यक्रम का समर्थन करने के लिए खुली चुनौती के 2 चक्र लॉंच किए।
डीडीपी के पास देश में रक्षा उत्पादन के स्तंभ के रूपमें 9 रक्षा सार्वजनिक उपक्रम हैं और आईडीइएक्स ने नवाचार और अनुसंधान और विकास की संस्कृति को विकसित करके डीपीएसयू में क्षमता निर्माण को सक्षम किया है। आईडीइएक्स कार्यक्रम सफलतापूर्वक एक ही मंच पर आईडीइएक्स के हितधारकों यानी रक्षा मंत्रालय, आईडीइएक्स चयनित स्टार्टअप्स, पार्टनर इनक्यूबेटर्स, डिफेंस इनोवेशन ऑर्गनाइजेशन, नोडल एजेंसियां (भारतीय सेना, भारतीय नौसेना, भारतीय वायु सेना), नीति आयोग, डीआरडीओ, डीपीएसयू, ओएफबी, थिंक टैंक, निजी उद्योग और उद्योग संघ को साथ लाया है। वीडियो कॉंफ्रेंस के माध्यम से 500 से अधिक स्टार्टअप्स और इनोवेटर्स ने इस आयोजन में भाग लिया। कार्यक्रम को रक्षा राज्यमंत्री श्रीपद येसो नाइक, चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत, रक्षा सचिव डॉ अजय कुमार और रक्षा उत्पादन विभाग के सचिव राजकुमार ने भी संबोधित किया।