स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम
Tuesday 6 October 2020 02:11:25 PM
हैदराबाद/ नई दिल्ली। केंद्रीय शिक्षामंत्री रमेश पोखरियाल 'निशंक' ने आगरा के केंद्रीय हिंदी संस्थान के हैदराबाद क्षेत्रीय केंद्र के नवनिर्मित भवन का ऑनलाइन माध्यम से उद्घाटन किया। शिक्षामंत्री ने इस अवसर पर कहा कि इस भवन का उद्घाटन पद्मभूषण मोटूरि सत्यनारायण की धरती पर हुआ है, जोकि महात्मा गांधी के बहुत बड़े अनुयायी थे और महात्मा गांधी ने कहा था कि हमारी सभी भाषाएं एक समान हैं एवं सभी भाषाओं को एकसूत्र में पिरोने वाली हिंदी भाषा को हमें और ज्यादा सशक्त बनाना है। उन्होंने हिंदी संस्थान को जमीन उपलब्ध कराने के लिए तेलंगाना सरकार को धन्यवाद दिया। शिक्षामंत्री ने कहा कि संविधान की 8वीं अनुसूची में सम्मिलित देश की 22 भाषाओं को सशक्त बनाने का कार्य करना है और इन सबको जोड़ने का महत्वपूर्ण दायित्व हिंदी पर है। शिक्षामंत्री ने कहा कि नई शिक्षा नीति में हम मातृभाषा को लेकर आए हैं और भाषा शब्द नहीं है, बल्कि आत्मा है भाषा में परंपरा, संस्कृति, जीवन और मूल्य शामिल हैं।
शिक्षामंत्री रमेश पोखरियाल 'निशंक' ने कहा कि हिंदी की सशक्तता के लिए इन 22 भाषाओं से शब्द लेकर उसका सामर्थ्य बढ़ाया जाए, क्योंकि संभवतः यही एक ऐसी भाषा है, जिसकी 9 लाख से ज्यादा शब्द-संपदा है और यह शक्ति अवश्य ही देश की इन 22 भाषाओं से मिलती है। रमेश पोखरियाल ने इस बात पर प्रकाश डाला कि कई देशों में मातृभाषा में शिक्षा प्रदान की जाती है, इनमें जर्मनी, फ्रांस, जापान, इजराइल आदि देशों के उदाहरण हमारे सामने हैं, इन सभी देशों ने मातृभाषा में अध्ययन करके शोध और तकनीकी क्षेत्रों में बहुत प्रगति की है। उन्होंने कहा कि हमें विदेशी भाषाओं को भी जानना चाहिए, लेकिन अपनी जड़ें नहीं छोड़नी चाहिएं। रमेश पोखरियाल ने कहा कि हम भारतीय भाषा विश्वविद्यालय बनाने का प्रयास कर रहे हैं, जिससे विभिन्न क्षेत्रों के लोग विभिन्न राज्यों की भाषाएं सीख सकें, यह बहुत आवश्यक है कि उत्तर के लोग दक्षिण की भाषाएं सीखें और दक्षिण के लोग उत्तर की भाषाएं सीखें, यह देश तभी एकीकृत होगा, जब हम एक-दूसरे की संस्कृति, परंपरा और खान-पान से परिचित होंगे।
शिक्षामंत्री ने राज्यों से मातृभाषा में शिक्षा की व्यवस्था लागू करने की अपील की। उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति भारतीय भाषाओं के विकास में आधारशीला के रूप में कार्य करेगी, इस संबंध में केंद्रीय हिंदी संस्थान की बहुत बड़ी भूमिका हो सकती है और संस्थान की स्थापना जिन उद्देश्यों के लिए की गई है, उन्हें उन उद्देश्यों को पूरा किया जाना चाहिए। रमेश पोखरियाल ने कहा कि लगभग 14 हजार छात्रों और शिक्षकों ने हैदराबाद केंद्र से प्रशिक्षण प्राप्त किया है, वे सभी हिंदी के राजदूत हैं। केंद्रीय हिंदी संस्थान के हैदराबाद केंद्र के शिलान्यास पर मानव संसाधन विकास राज्यमंत्री सतपाल सिंह ने तेलंगाना सरकार से अनुरोध किया कि संस्थान को और भूमि उपलब्ध कराई जाए, जिससे हिंदी प्रेमियों को भविष्य में बहुत अधिक सुविधा होगी। केंद्रीय हिंदी शिक्षण मंडल आगरा के उपाध्यक्ष अनिल कुमार शर्मा ‘जोशी’ ने कहा कि केंद्रीय हिंदी संस्थान के संस्थापक की जन्मभूमि तेलुगु प्रदेश में नए भवन का उद्घाटन केवल एक भवन का उद्घाटन नहीं है, बल्कि यह नई शिक्षा नीति में प्रस्तावित हिंदी और भारतीय भाषाओं के उत्थान के प्रयासों का महत्वपूर्ण पड़ाव है।
अनिल कुमार शर्मा ने कहा कि संस्थान के संस्थापक मोटूरि सत्यनारायण के भारतीय भाषाओं में संवाद, सद्भावना और समन्वय के प्रयासों का भवन के रूपमें यह प्रकटीकरण है। अनिल कुमार शर्मा ने शिक्षामंत्री के प्रति आभार व्यक्त किया, जिन्होंने ऐसी शिक्षा नीति बनाई है, जो इस देश के करोड़ों युवाओं के भविष्य को अपने लक्ष्य तक पहुंचाएगी। केंद्रीय हिंदी शिक्षण मंडल के अध्यक्ष के रूपमें शिक्षामंत्री के मन-विचार में हिंदी और भारतीय भाषाओं के सैकड़ों सपने हैं, उनका सक्रिय मार्गदर्शन केंद्रीय हिंदी संस्थान की सबसे बड़ी ताकत है। उन्होंने कहा कि वे कवि, लेखक, साहित्यकार होने के नाते वे हिंदी और भारतीय भाषाओं के सामने आने वाली चुनौतियों से अच्छी तरह से परिचित हैं। उन्होंने कहा कि केंद्रीय हिंदी संस्थान की कोशिश है कि वर्तमान सत्र में हिंदी शिक्षण-प्रशिक्षण के लिए ऑनलाइन कोर्स तैयार किए जाएं। मुख्यालय आगरा में तकनीकी समन्वयन अनुपम श्रीवास्तव ने किया और कार्यक्रम का संचालन डॉ ज्योत्सना रघुवंशी ने किया।
हैदराबाद केंद्र का एक मल्टीमीडिया संदर्शन प्रस्तुत किया गया, जिसमें हैदराबाद केंद्र के नवनिर्मित भवन की विशेषताओं से परिचित कराया गया। गौरतलब है कि क्षेत्रीय केंद्र हैदराबाद 1976 से अभी तक किराए के भवन से अपनी गतिविधियों को संपन्न कर रहा था। तेलंगाना सरकार से प्राप्त भूखंड पर इसके चार मंजिला भवन का निर्माण 1,000 वर्ग गज में लगभग 5.67 करोड़ रुपए की लागत से केंद्रीय लोकनिर्माण विभाग हैदराबाद के माध्यम से किया गया है। कार्यक्रम में सिकंदराबाद छावनी के विधायक जी सायन्ना, हैदराबाद तेलंगाना के विधायक एन रामचंद्र राव, केंद्रीय हिंदी संस्थान आगरा की निदेशक प्रोफेसर बीना शर्मा और केंद्रीय हिंदी संस्थान परिवार के सदस्य, विद्वान और छात्र शामिल हुए। तेलंगाना सरकार में रोज़गार, श्रम और महिला एवं बाल विकास मंत्री सीएच मल्ला रेड्डी ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की।