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Thursday 8 October 2020 11:27:52 AM
नई दिल्ली। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में रक्षा उत्पादन विभाग ने एयरो इंडिया-2021 पर राजदूतों का गोलमेज वर्चुअल सम्मेलन आयोजित किया, जिसमें 75 देशों के राजदूत, मिशन और रक्षा प्रमुख शामिल हुए। सम्मेलन 2021 में 3 से 7 फरवरी तक कर्नाटक की राजधानी बैंगलुरू में होगा, जो 13वें द्विवार्षिक कार्यक्रम की बढ़ती प्रतिष्ठा का संकेत है और जिसमें एक ही जगह पर भारत की एयरोस्पेस और रक्षा विनिर्माण क्षमताओं का प्रदर्शन किया जाएगा। नई दिल्ली में विदेशी मिशनों के वरिष्ठ प्रतिनिधियों को एयरो इंडिया-21 के बारे में जानकारी दे दी गई है।
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि आत्मनिर्भरता के साथ मित्र देशों की जरूरतें पूरी करने का उद्देश्य पाने के लिए सार्वजनिक और निजी क्षेत्र की सक्रिय भागीदारी के साथ एयरो इंडिया-21 भारत को विश्व के शीर्ष पांच रक्षा और एयरोस्पेस उद्योगों में पहुंचाने के दृष्टिकोण पर आधारित है। राजनाथ सिंह ने कहा कि आत्मनिर्भर भारत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सपने का केंद्र बिंदु है और इस दिशा में रक्षा मंत्रालय ने स्वचालित मार्ग से प्रत्यक्ष विदेशी निवेश की सीमा 74 प्रतिशत तक बढ़ाने, रक्षा अधिग्रहण प्रक्रिया-2020, सह-विकास और सह-उत्पादन के लिए भारत में निवेश प्रोत्साहित करने के लिए संशोधित दिशा-निर्देश बनाने जैसी कई सरकारी सुधारों की घोषणा की है। इस दृष्टिकोण को आगे बढ़ाने के साथ-साथ कारोबार को सरल बनाने के लिए कोरोना महामारी वाले महीनों के लिए रक्षा उत्पादन एवं निर्यात संवर्धन नीति-2020 का प्रारूप भी बनाया है।
राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत का एयरोस्पेस और रक्षा क्षेत्र परिपक्व हुआ है और भारत में विनिर्माण उद्योग लगाने एवं भारत में उत्पादित रक्षा उपकरणों का निर्यात करने के लिए मित्र देशों के साथ पारस्परिक लाभ देने वाली साझेदारियों की तलाश की जा रही है। उन्होंने कहा कि एयरो इंडिया-21, 2025 तक एयरोस्पेस और रक्षा वस्तुओं व सेवाओं में 5 बिलियन अमरीकी डॉलर के निर्यात के साथ कारोबार को 25 अरब अमरीकी डॉलर तक ले जाने सरकार के लक्ष्य को प्रदर्शित करेगा। उन्होंने कहा कि दुनियाभर के प्रतिनिधियों को जानकारी दी गई है कि एयरो इंडिया-21 एक व्यापार उन्मुख कार्यक्रम होगा। उन्होंने कहा कि एयरो इंडिया कार्यक्रम की वेबसाइट पर 90 प्रतिशत से ज्यादा जगह का बुक हो जाना एयरो शो में भाग लेने के लिए प्रदर्शकों में जबरदस्त उत्साह को दर्शाता है। रक्षामंत्री ने कहा कि यहां बहुत ही सुव्यवस्थित व्यापार कार्यक्रमों और सेमिनारों की योजना बनाई जा रही है और एशिया के सबसे बड़े एयर शो में 500 से अधिक प्रदर्शकों के आने की उम्मीद है।
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने राजदूतों से अपने-अपने देशों और रक्षा उद्योगों के प्रमुखों को एयरो इंडिया-21 में बड़े पैमाने पर शामिल होने के लिए प्रभावित करने का आग्रह किया। राजनाथ सिंह ने आधिकारिक एयरो इंडिया-2021 उद्घाटन फिल्म का भी विमोचन किया। कार्यक्रम की थीम 'द रनवे टु अ बिलियन अपॉर्चुनिटीज' है, जिसमें सिविल एयरोस्पेस क्षेत्र के अलावा एयरोस्पेस और रक्षा विनिर्माण के अवसरों को शामिल किया गया है। रक्षामंत्री ने विश्वास व्यक्त किया कि एयरो इंडिया-21 कोविड के बाद की दुनिया में बढ़त लेने और भारत की शक्ति को और मजबूत करने की की क्षमता को प्रदर्शित करेगा। रक्षा उत्पादन विभाग ने एयरो इंडिया-21 के बारे में एक विस्तृत प्रस्तुति दी और आश्वासन दिया कि कोविड-19 की शर्तों का पूरी तरह से पालन किया जाएगा। कर्नाटक सरकार ने भी एक प्रस्तुति दी, जिसमें प्रतिभागियों को एक नियंत्रित और सुरक्षित वातावरण में कार्यक्रम करने संबंधी तैयारियों के बारे में बताया गया।
कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने भी सम्मेलन को संबोधित किया। उन्होंने भरोसा दिलाया कि कर्नाटक सरकार फरवरी 2021 में बैंगलुरू में एयरो इंडिया-21 के सुरक्षित संचालन के लिए प्रतिभागियों की सुरक्षा और कोविड-19 के प्रोटोकॉल को ध्यान में रखकर सभी आवश्यक तैयारियां करेगी। रक्षा राज्यमंत्री श्रीपद येसो नाइक, सचिव (रक्षा उत्पादन) राज कुमार ने भी सम्मेलन को संबोधित किया और आत्मनिर्भर भारत के एक स्तंभ के रूपमें स्वदेशी रक्षा उद्योग को गति प्रदान करने के रक्षा मंत्रालय के संकल्प को सामने रखा और विदेशी प्रतिनिधियों को एयरो इंडिया-21 में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया गया है, ताकि रणनीतिक साझेदारियों के लक्ष्य के साथ भारत में उपलब्ध रणनीतिक और व्यावसायिक अवसरों का मजबूती से लाभ उठाया जा सके।