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भारत-यूरोपीय संघ में तरजीही व्यापार समझौता

यूरोपीय संघ और भारत बहुत महत्वपूर्ण हितधारक-वाणिज्य मंत्री

भारत और यूरोपीय संघ का राजनयिक और उद्योग नेतृत्व सत्र

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Thursday 8 October 2020 03:42:25 PM

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नई दिल्ली। रेलवे और वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कहा है कि हम एफटीए की दिशा में यूरोपीय संघ के साथ तरजीही व्यापार समझौता कर रहे हैं, इस प्रकार हम यूरोपीय संघ के साथ काम करने की उम्मीद कर रहे हैं, संभवतः तेजी से परिणाम प्राप्त करने के लिए जल्दी फायदा उठाने की दिशा में इसकी तरजीही व्यापार समझौते से शुरूआत की जा सकती है। उन्होंने कहा कि व्यापार और अर्थव्यवस्था भारत-यूरोपीय संघ साझेदारी के सबसे महत्वपूर्ण स्तंभों में से एक है। यूरोपीय संघ-भारत सहयोगात्मक आर्थिक विकास पर राजनयिक और उद्योग नेतृत्व सत्र को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हमने यूरोपीय संघ में अपने संबंधों को और भी ज्यादा मजबूत बनाया है। उन्होंने कहा कि यूरोपीय संघ के साथ राजनयिक संबंध विकसित करने और मित्रता का हाथ बढ़ाने वाले पहले देशों में भारत एक था।
वाणिज्य मंत्री ने कहा कि यूरोपीय संघ से हमारी मित्रता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं यूरोपीय संघ के विभिन्न नेताओं के बीच संबंध वास्तव में उल्लेखनीय है। पीयूष गोयल ने कहा कि यूरोपीय संघ से हमारी साझेदारी राजनीतिक, नवाचार और सांस्कृतिक सहयोग से भी बढ़कर है, हम दोनों बहुत ही स्वाभाविक साझेदार हैं, जो बहुत ही महत्वपूर्ण विषयों वाली वैश्विक चुनौतियों से निपटने के लिए जिम्मेदार वैश्विक नागरिकों के रूपमें शामिल होने के इच्छुक हैं। उन्होंने कहा कि उनका मानना है कि जब महत्वपूर्ण विषयों के लिए समाधान खोजने की बात आती है तो यूरोपीय संघ और भारत दोनों ही बहुत महत्वपूर्ण हितधारक हैं। पीयूष गोयल ने यूरोपीय संघ और भारत द्वारा उपयोग किए जा रहे 3-आर वाले दृष्टिकोण को मजबूत करने का आह्वान किया, ये तीन आर री-एनर्जाइज़, रि-इनवॉइस एंड रि-ओरिएंट हैं। उन्होंने कहा कि आगे बढ़ने के लिए यूरोप और भारत के बीच व्यापार की बाधाओं को दूर करना जरूरी है।
पीयूष गोयल ने कहा कि यूरोपीय संघ भारत का सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार ब्लॉक है, जिसने 2019 में वस्तुओं का लगभग 105 बिलियन डॉलर का व्यापार किया, यह भारतीय निर्यात के लिए दूसरा सबसे बड़ा गंतव्य भी है। पीयूष गोयल ने कहा कि हमारा मानना है कि हमें संतुलित, महत्वाकांक्षी और पारस्परिक रूपसे लाभप्रद व्यापार और निवेश समझौतों की दिशा में काम करना होगा। उन्होंने कहा कि जुलाई 2020 में 15वें भारत-यूरोपीय संघ शिखर सम्मेलन के दौरान हमने यूरोपीय संघ-भारत रणनीतिक साझेदारी को अपनाया था, जो भविष्य में हमारे सहयोग और समन्वय के मार्गदर्शक के रूपमें काम करेगा। पीयूष गोयल ने कहा कि कोविड संकट से निपटने के लिए भारत और यूरोप ने मिलकर काम किया है, चाहे वह विभिन्न यूरोपीय देशों को दवाओं की पर्याप्त आपूर्ति करने की बात हो या कोरोना वायरस से लड़ने के लिए अन्य आवश्यक सामानों की आपूर्ति करने की बात हो। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन में हमारे सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र ने बिना किसी रुकावट के यूरोप में कारोबार को सेवाएं देना जारी रखा।
वाणिज्य मंत्री ने कहा कि हमने अपने सभी अंतर्राष्ट्रीय दायित्वों को पूरा किया है और इसलिए भारत को यूरोपीय संघ के एक विश्वसनीय साझेदार के रूपमें देखा जाता है। वाणिज्य मंत्री ने कहा कि भारत एकल स्रोत आपूर्ति श्रृंखलाओं से दूर जाने के लिए विश्वसनीय साझेदार बन सकता है और विभिन्न देश मजबूत और टिकाऊ वैश्विक आपूर्ति श्रृंखलाओं के लिए भारत के साथ साझेदारी में काम कर सकते हैं। वाणिज्य मंत्री ने कहा कि कोरोना महामारी के दौरान भारत ने कभी भी अपने किसी मित्र देश को सहयोग से इनकार नहीं किया। पीयूष गोयल ने कहा कि जब कोरोना समस्या का समाधान करने की बात आई तो हमने देश में तेजी से लॉकडाउन किया, ताकि हम लोगों के बहुमूल्य जीवन को बचा सकें और हम कोविड से लड़ने के लिए खुद को तैयार करने में सक्षम हो गए, हमने जून के महीने से अनलॉक की प्रक्रिया शुरू कर दी। उन्होंने कहा कि हम जीवन संरक्षण और लोगों की आजीविका बचाने के लिए आगे बढ़ रहे हैं, हम आपात स्थिति के अनुसार विकसित हुए हैं। उन्होंने कहा कि भारत में कोविड संक्रमित लोगों की दुनिया में सबसे रिकवरी दरें सबसे कम मृत्यु दर देखने को मिली है।
वाणिज्य मंत्री ने कहा कि हमने अर्थव्यवस्था को खोल दिया है, हम देख रहे हैं कि भारत तेजी से अपनी आर्थिक स्थिति को बहाल करते हुए वापसी कर रहा है, तेजी से सामान्य स्थिति में वापस आ रहा है, हाल ही में हमने एन-95 मास्क और पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्विपमेंट के निर्यात पर लगे सभी प्रतिबंध हटा दिए हैं, वस्तु और माल क्षेत्र में सितंबर के महीने में हमने पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 5.27 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की है। उन्होंने कहा कि साल दर साल सितंबर 2020 में बिजली की खपत 4.6 प्रतिशत बढ़ी है, विश्व व्यापार में भी भारत अपनी पहचान बना रहा है, सितंबर और अक्टूबर के पहले 6 दिन में रेलवे माल भाड़े में पिछले साल की समान अवधि की तुलना में 15 फीसद की वृद्धि हुई है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने लोगों और उद्योग को राहत देने के लिए आत्मनिर्भर भारत पैकेज देने की पेशकश की है, इससे भारतीय अर्थव्यवस्था सामान्य स्थिति के लिए आने वाले वर्षों में विकास के लिए तैयार हो सकेगी, सरकार ने कृषि, श्रम, रक्षा, अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी, खनन, ऊर्जा में कई सुधार शुरू किए हैं।

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