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Friday 12 April 2013 11:43:34 AM
लखनऊ। इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय का छब्बीसवां दीक्षांत समारोह शुक्रवार को लखनऊ में हुआ। मुख्य समारोह इग्नू मुख्यालय मैदानगढ़ी, नई दिल्ली में आयोजित हुआ जहां राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी मुख्य अतिथि थे और उन्होंने मुख्य दीक्षांत भाषण दिया। जितिन प्रसाद, राज्य मंत्री, मानव संसाधन विकास मंत्रालय, भारत सरकार सम्मानित अतिथि के रूप में इस कार्यक्रम में सम्मिलित हुए। यह कार्यक्रम उपग्रह से टेलीकांफ्रेंसिंग के माध्यम से 48 क्षेत्रीय केंद्रों पर साथ-साथ आयोजित किया गया एवं लखनऊ में इसका आयोजन लखनऊ क्रिश्चियन डिग्री कालेज में किया गया, जहां पर लगभग 2000 छात्रों ने अपनी डिग्री एवं डिप्लोमा प्राप्त किया। लखनऊ क्षेत्रीय केंद्र के समारोह में जीबी पटनायक, कुलपति, लखनऊ विश्वविद्यालय, सम्मानित अतिथि थे, जिन्होंने लखनऊ क्षेत्रीय केंद्र के सात छात्रों को स्वर्ण पदक प्रदान किये। डॉ मनोरमा सिंह, क्षेत्रीय निदेशक ने स्वागत भाषण में दूरस्थ एवं मुक्त शिक्षा पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि इग्नू ने 477 अकादमिक कार्यक्रमों का संचालन किया है तथा तीस लाख से अधिक विद्यार्थी उच्च शिक्षा से जुड़े हैं, जो इग्नू को विश्व का एक मेगा विश्वविद्यालय की संज्ञा दिलाता है।
डॉ मनोरमा सिंह ने पिछले एक वर्ष के इग्नू क्षेत्रीय केंद्र लखनऊ के प्रयासों का वृत्तांत प्रस्तुत किया जिसका उद्देश्य महिलाओं, ग्रामीण क्षेत्र में निवास कर रहे व्यक्तियों, सामाजिक एवं आर्थिक रूप से पिछड़े वर्ग के अभ्यर्थियों तथा कारागारों के बंदियों को उच्च शिक्षा से जोड़ना है। क्षेत्रीय निदेशक ने यह भी बताया कि क्षेत्रीय केंद्र लखनऊ उत्तर प्रदेश पुलिस कर्मियों एवं इंटीग्रेटेड वाटरशेड मैनेजमेंट प्रोजेक्ट के कर्मियों की कौशल दक्षता हेतु इग्नू के अकादमिक कार्यक्रमों से जोड़ने का प्रयास कर रहा है।अपनी वरीयता बताते हुए क्षेत्रीय निदेशक ने कहा कि इग्नू सभी शैक्षणिक रूप से पिछड़े क्षेत्रों एवं बुंदेलखंड क्षेत्र में शिक्षा के प्रचार हेतु विशेष अभियान प्रारंभ करेगा, जिससे इन क्षेत्रों में निवास कर रहे व्यक्तियों को गुणवत्तायुक्त शिक्षा उनके घर द्वार पर प्राप्त हो सके।
समारोह के अतिथि जीबी पटनायक ने दीक्षांत भाषण में उपाधि एवं स्वर्ण पदक प्राप्त विद्यार्थियों को बधाई देते हुए कहा कि उपाधि प्राप्त करने के पश्चात् विद्यार्थियों के पास रोजगार एवं उद्यम के अनेक अवसर होंगे, परंतु साथ-साथ नई चुनौतियां तथा सामाजिक एवं आर्थिक जटिलतायें भी आएंगी, जिनका समाधान छात्रों को अपने अर्जित ज्ञान तथा अनुभव के आधार पर करना होगा। पटनायक ने छात्रों से कहा कि उनपर समाज को विकसित करने की जिम्मेदारी है, जो उन्हें अपनी कौशल दक्षता, ज्ञान एवं सकारात्मक सोच से निभानी होगी, जिससे परिवार, समाज एवं देश का चहुंमुखी विकास हो सके, उन्हें अपने सुदृढ़ व्यक्तित्व का निमार्ण भी करना चाहिए जिससे उनके कार्यक्षेत्र में उन्हें सफलता मिल सके। शुभकामनाएं देते हुए मुख्य अतिथि ने कहा छुओ गगन मगर रहे ध्यान इतना, जमीं तुमसे अलग होने न पाये।
समारोह में प्रथम बार क्षेत्रीय केंद्र स्तर पर छात्रों को, जिन्होंने अपने कार्यक्रम में देश भर में सर्वोच्च अंक अर्जित किये हैं, उन्हें स्वर्ण पदक से सम्मानित किया गया। क्षेत्रीय केंद्र लखनऊ से सात छात्रों ने स्वर्ण पदक प्राप्त किए, जिनमें 71 प्रतिशत महिलायें थीं। इग्नू के लोकप्रिय कार्यक्रम बीएड का स्वर्ण पदक संध्या खरे को प्रदान किया गया, जिन्होंने अपना अध्ययन अमेठी स्थित अध्ययन केंद्र से किया था। नीलिमा सिंह को महिला सशक्तीकरण एवं विकास डिप्लोमा कार्यक्रम में स्वर्ण पदक प्रदान किया जायेगा तथा कृष्णा चैतन्य को ग्रामीण बैंकिंग में पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा कार्यक्रम में स्वर्ण पदक प्रदान किया जायेगा। क्षेत्रीय केंद्र लखनऊ के कर्मचारी राजेश कुमार कुशवाहा को पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन लाईब्रेरी आटोमेशन में स्वर्ण पदक प्रदान किया गया। इस कार्यक्रम में जो उपाधियां वितरित की गयीं, उनमें से 705 छात्रों को स्नातक स्तर की, 285 छात्रों को विभिन्न विषयों में परास्नातक स्तर पर, 300 छात्रों को बीएड कार्यक्रम में, 332 छात्रों को कम्प्यूटर में स्नातक कार्यक्रम में तथा लगभग 300 छात्रों को एमसीए की डिग्री प्रदान की गयी। डॉ अश्विनी कुमार उपनिदेशक ने छात्रों, अतिथियों एवं मीडियाकर्मियों को धन्यवाद दिया।