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Wednesday 4 November 2020 05:00:43 PM
नई दिल्ली। ‘भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा-एक दशक आगे’ विषय पर 5 और 6 नवंबर को नेशनल डिफेंस कॉलेज वेबिनार का आयोजन कर रहा है, जिसकी रक्षा सचिव डॉ अजय कुमार और एनडीसी के कमांडेंट एयर मार्शल डी चौधरी ने आज नई दिल्ली में एक मीडिया सम्मेलन में घोषणा की है। गौरतलब है कि नेशनल डिफेंस कॉलेज अपने हीरक जयंती समारोह के उपलक्ष्य में यह वेबिनार आयोजित कर रहा है। डॉ अजय कुमार ने इस अवसर पर कहा है कि एनडीसी दुनिया के उन अग्रणी संस्थानों में से एक है, जो भारत और अन्य देशों के सशस्त्र बलों एवं सिविल सेवा के चुनिंदा वरिष्ठ अधिकारियों के बौद्धिक विकास और रणनीतिक प्रशिक्षण के लिए समर्पित है।
रक्षा सचिव डॉ अजय कुमार ने बताया कि पहला एनडीसी कोर्स 1960 में 21 प्रतिभागियों के साथ आयोजित किया गया था और हीरक जयंती वर्ष में एनडीसी के 100 प्रतिभागी भारत से 75 और मित्र देशों से 25 हैं। डॉ अजय कुमार ने कहा कि यह सशस्त्र बलों और सिविल सेवा दोनों में उच्च प्रबंधन के लिए सबसे प्रतिष्ठित कार्यक्रम है। उन्होंने बताया कि एनडीसी कार्यक्रम में वर्तमान में सीडीएस, दो राज्यपाल, वर्तमान राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार, दो चुनाव आयुक्त, 30 सेवा प्रमुख और 74 विदेशी सेवा अधिकारी, 20 से अधिक राजदूत, 4 रक्षा सचिव, 5 विदेशी सचिव एनडीसी के पूर्व छात्र हैं। उन्होंने बताया कि कुछ विदेशी पूर्व छात्रों ने भी अपने देशों में महत्वपूर्ण स्थान हासिल किया है, विदेशी सशस्त्र बलों के 74 चीफ ऑफ स्टाफ हैं, इनमें से कुछ प्रमुख हैं-जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक द किंग ऑफ भूटान, लेफ्टिनेंट जनरल हुसैन मुहम्मद इरशाद पूर्व राष्ट्रपति बांग्लादेश और लेफ्टिनेंट जनरल फ्रेडरिक विलियम क्वासी अकफू पूर्व प्रमुख घाना।
रक्षा सचिव डॉ अजय कुमार ने कहा कि एनडीसी अपनी तरह का दुनिया के सबसे अधिक मांग वाले नामों में से एक है, अन्य देशों से अधिक सीटों की निरंतर मांग को पूरा करने के लिए रक्षा मंत्रालय ने 2021 में एनडीसी की क्षमता 100 से 110 और 2022 में 120 तक बढ़ाने का फैसला किया है। उन्होंने कहा कि हम मित्र देशों से अधिक सीटों की पेशकश करने में सक्षम होंगे, जहां मांग बहुत बड़ी है। उन्होंने कहा कि इस संबंध में आवश्यक बुनियादी ढांचा बनाया जा रहा है, हम नेपाल, म्यांमार, बांग्लादेश के अलावा उज्बेकिस्तान, ताजिकिस्तान फिलीपिंस, इंडोनेशिया और मालदीव को अतिरिक्त सीटें देने जा रहे हैं। एनडीसी का हीरक जयंती वर्ष मनाने के लिए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने एनडीसी में राष्ट्रीय सुरक्षा और रणनीति पर प्रेसिडेंट चेयर ऑफ एक्सीलेंस गठित करने की सहमति प्रदान की है, यह एनडीसी 2021 से चालू होगा।
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह के मुख्य भाषण के साथ वेबिनार की शुरुआत होगी, जिसमें प्रमुख वक्ताओं में पीटर वर्गीस चांसलर क्वींसलैंड विश्वविद्यालय, सी राजमोहन निदेशक दक्षिण एशियाई विश्वविद्यालय, चीफ ऑफ डिफेंस स्टॉफ, विदेश सचिव, द चीफ ऑफ आर्म्ड फोर्स, रुद्र चौधरी निदेशक कार्नेगी इंडिया और डॉ शामिका रवि ब्रुकिंग्स इंडिया भी शामिल होंगे। रक्षामंत्री एनडीसी-एबोडे ऑफ स्ट्रैजिक एक्सीलेंस नाम से एनडीसी की एक ई-पुस्तक जारी करेंगे। एनडीसी के कमांडेंट एयर मार्शल डी चौधरी ने कहा कि कोविड-19 बाधाओं के बावजूद एनडीसी ने अपना कार्यक्रम ऑनलाइन मार्च 2020 प्रभाव से जारी रखा है। उन्होंने कहा कि यह उल्लेखनीय है कि पूरा पाठ्यक्रम बिना पाठ्यक्रम को कम किए पूरा किया गया है।