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Saturday 21 November 2020 01:52:25 PM
नई दिल्ली। भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच 'भारतीय रक्षा उद्योग की वैश्विक पहुंच बढ़ाने के क्रम में दक्षिण अफ्रीका के साथ सहयोग और साझेदारी: वेबिनार और एक्सपो’ थीम पर वेबिनार हुआ, जिसका आयोजन एसआईडीएम के तहत रक्षा मंत्रालय के रक्षा उत्पादन विभाग ने किया था। यह उस वेबिनार श्रृंखला का हिस्सा है, जिसका आयोजन मित्र देशों के साथ रक्षा उद्योग से जुड़े उत्पादों के निर्यात को बढ़ावा देने और अगले पांच वर्ष में 5 बिलियन डॉलर के निर्यात लक्ष्य को प्राप्त करने के उद्देश्य से किया जा रहा है।
भारत सरकार के रक्षा मंत्रालय में संयुक्त सचिव डीआईपी/ पी&सी अनुराग बाजपेयी ने इस अवसर पर कहा कि भारत सरकार ने सुधारवादी नीतियां अपनाई हैं और कई प्रक्रियागत सुधार किए हैं, जिनमें रक्षा उत्पादन में एफ़डीआई की सीमा बढ़ाना और व्यवसाय अनुकूल वातावरण सृजित करना इत्यादि शामिल हैं। उन्होंने कहा कि इसके चलते रक्षा उद्योग इस योग्य बनता हुआ नज़र आ रहा है कि यह घरेलू ही नहीं, बल्कि वैश्विक मांग को भी पूरा कर सकेगा। उन्होंने कहा कि भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच रणनीतिक साझेदारी से रक्षा सम्बंधों में मजबूती और आर्थिक सहयोग के सुखद परिणाम प्राप्त किए जा सकते हैं।
भारत-दक्षिण अफ्रीका के वेबिनार में विभिन्न भारतीय कंपनियों एल एंड टी, टाटा एड्वान्स्ड़ सिस्टम्स, एमकेयू, ओएफ़बी, मझगांव डॉक शिपबिल्डर लिमिटेड और 5 दक्षिण अफ्रीकी कंपनियां सैंडोक औस्ट्राल, जीईडबल्यू, हेंडसोल्ट, ग्रिंटेक डिफेंस और रायटेक शामिल हुईं। इन कंपनियों ने वेबिनार में अपने उत्पादों की प्रदर्शनी लगाई और अपनी कंपनी के बारे में प्रस्तुतियां भी दीं। वेबिनार में 100 से ज्यादा प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया और एक्सपो में 100 से ज्यादा वर्चुअल प्रदर्शनियां लगाई गईं।