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Friday 25 December 2020 04:55:50 PM
नई दिल्ली। केंद्रीय गृह सचिव और डीओपीटी सचिव एके भल्ला ने भारतरत्न अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती को आज सुशासन दिवस के रूपमें मनाते हुए केंद्रीय कार्मिक, लोक शिकायत और पेंशन राज्यमंत्री डॉ जितेंद्र सिंह की 25 दिसंबर 2017 को लॉंच की गई ई-एचआरएमएस की प्रगति रिपोर्ट जारी की, जिसमें इलेक्ट्रॉनिक-मानव संसाधन प्रबंधन प्रणाली (ई-एचआरएमएस) में सिस्टम के 5 मॉड्यूल के 25 अनुप्रयोग थे। एके भल्ला ने इस अवसर पर कहा कि यह विवरणिका आने वाले समय में सभी मंत्रालयों के लिए एक अच्छा और प्रभावी टूल बनेगी। उन्होंने कहा कि कृत्रिम आसूचना टूल के अनुप्रयोग से नीति बनाने तथा कार्मिकों से संबंधित मामलों के निपटान में बहुत मदद मिलेगी।
डीओपीटी सचिव एके भल्ला ने कहा कि अन्य मंत्रालयों में व्यापक रूपसे इसका उपयोग करने के लिए ई-एचआरएमएस को लोकप्रिय बनाने की आवश्यकता है। डीओपीटी की अपर सचिव रश्मि चौधरी ने कहा कि ई-एचआरएमएस के माध्यम से सरकारी कर्मचारी अपनी सेवा संबंधी जानकारी प्राप्त कर रहे हैं और इसने भारत सरकार में मानव संसाधन प्रक्रियाओं को डिजिटाइज कर दिया है, जिससे कर्मचारियों को कई लाभ मिल रहे हैं और उनकी दक्षता बढ़ रही है। ई-एचआरएमएस के उन्नत संस्करण के साथ कर्मचारी न केवल सेवा पुस्तक, छुट्टी, जीपीएफ, वेतन आदि से संबंधित अपने सभी विवरण देख सकेंगे, बल्कि एक ही मंच पर विभिन्न प्रकार के दावों/ प्रतिपूर्ति, ऋण/ अग्रिमों, छुट्टी नकदीकरण, एलटीसी अग्रिम, टूर आदि के लिए भी आवेदन कर सकेंगे।
ई-एचआरएमएस प्रणाली के विभिन्न लाभ हैं जैसेकि कर्मचारी और प्रबंधन के लिए डैश बोर्ड प्रदान करना, अद्यतित सेवा रिकॉर्ड, कार्यालय प्रक्रियाओं में ई-गवर्नेंस, फ़ाइलों की कम आवाजाही, त्वरित सेवा प्रदायगी, निर्णय लेने में सहायता, कर्मचारियों के समान दस्तावेज़ भंडार, मास्टर डेटा का मानकीकरण, डेटा की हस्तचालित प्रविष्टि को कम करना, हितधारकों के बीच जानकारी साझा करने में सुगमता, जवाबदेही/ प्रामाणिकता के लिए ई-साइन, जीपीएफ, अग्रिमों, ऋण, प्रतिपूर्तियों के त्वरित भुगतान के लिए एमएस और ई-एचआरएमएस एकीकरण। कार्यक्रम में डीओपीटी के वरिष्ठ अधिकारियों ने भी भाग लिया।