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Wednesday 17 April 2013 09:44:14 AM
लखनऊ। बीएसपी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने बसपा के राज्य मुख्यालय पर बुधवार को प्रदेश स्तरीय बैठक में पार्टी के कार्यों की समीक्षा रिपोर्ट लेने के बाद बसपा का जनाधार और आगे बढ़ाने एवं पार्टी को चुस्त-दुरूस्त रखने के नए दिशा-निर्देंश दिए। उन्होंने कहा कि सर्वसमाज में बीएसपी के जनाधार को बढ़ाने के लिए विशेष ध्यान दिया जाए, देश में लोकसभा का चुनाव समय से या समय से पूर्व हो हर स्थिति में बीएसपी चुनाव के लिए पूर्ण रूप से तैयार है।
बसपा के विभिन्न स्तर के पदाधिकारियों, सांसदों, विधानसभा व विधान परिषद के सदस्यों, पूर्व विधायकों, लोकसभा के प्रत्याशियों आदि की एक प्रदेश स्तरीय महत्वपूर्ण बैठक में मायावती ने उनका उत्साह बढ़ाते हुए कहा कि उन्होंने संसद और उत्तर प्रदेश विधानसभा के दोनों सदनों में जनहित व विकास के मुद्दों को जोरदार व प्रभावी ढंग से उठाने का जो जुझारू संघर्ष किया है वह सराहनीय है। बसपा के जनाधार को तेजी से बढ़ाने के प्रयास की रिपोर्ट पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुये मायावती ने कहा कि पार्टी संगठन की हर स्तर पर तैयारी पूरी हो चुकी है, फिर भी इस माह के अंत तक एक बार और गहन समीक्षा करके इस काम को अंतिम रूप दे दिया जाए। बीएसपी की सदस्यता व पार्टी रख-रखाव आदि की भी सफल स्थिति के लिए उन्होंने सभी पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं की पीठ थपथपाई। मायावती ने पार्टी के सांसदों एवं लोकसभा प्रत्याशियों को अपने-अपने क्षेत्र में ज्यादा-से-ज्यादा समय देने के आवश्यक दिशा-निर्देंश दिये। पार्टी के विधायकों को भी लोगों के बीच रहकर उनकी समस्याओं का निदान करने का भरसक प्रयास में लगे रहने को कहा।
सपा सरकार की स्वतः विफलताओं से उत्साहित और सरकार के शीघ्र पतन को लेकर आशावादी बसपा अध्यक्ष ने कहा कि पार्टी के लोग सपा सरकार की हर स्तर पर औरहर मामले में घोर विफलता का लाभ उठाएं और इस सरकार के कारनामों का जनता के बीच भंडाफोड़ करें। बैठक में राज्य की अपराध-नियंत्रण व कानून-व्यवस्था की बद-से-बदतर स्थिति पर चर्चा हुई। विकास ठप हो जाने के कारण आम जनता, व्यापारी, कर्मचारी एवं अन्य पेशों में लगे लोगों की त्राहि-त्राहि का उल्लेख करते हुये उन्होंने कहाकि आमजनता के हित व कल्याण से दूर सपा केवल अपने मजे के लिए सरकार चला रही है, जिसकी सजा प्रदेश की जनता इस पार्टी को जरूर आने वाले समय में देगी। उन्होंने कहा कि देश की राजनीतिक स्थिति लगातार अनिश्चितता की ओर बढ़ रही है, जिस कारण लोकसभा का आमचुनाव समय से पहले संभव है।