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टॉयकाथॉन-2021 और पोर्टल शुरु हुआ

भारत का वैश्विक खिलौना निर्माण केंद्र के रूपमें विकास

केंद्रीय शिक्षा मंत्री व बाल विकास मंत्री ने किया शुभारंभ

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Wednesday 6 January 2021 02:42:22 PM

union education minister and women & child development minister launch of the toycathon-2021

नई दिल्ली। केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल 'निशंक' और केंद्रीय महिला एवं बाल विकास तथा वस्त्र मंत्री स्मृति ईरानी ने संयुक्त रूपसे टॉयकाथॉन-2021 का शुभारंभ किया है। दोनों मंत्रियों ने इस अवसर पर संयुक्त रूपसे टॉयकाथॉन पोर्टल का भी लोकार्पण किया। इस टॉयकाथॉन का उद्देश्य भारतीय मूल्य प्रणाली पर आधारित अभिनव खिलौनों की अवधारणा विकसित करना है, जो बच्चों के बीच सकारात्मक व्यवहार तथा अच्छे मूल्यों को विकसित करेगा। शिक्षा मंत्री ने इस अवसर पर कहा कि भारत को वैश्विक खिलौना निर्माण केंद्र के रूपमें विकसित करने के लिए टॉयकाथॉन का आयोजन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि भारत में खिलौना बाज़ार आर्थिक आधार पर लगभग एक अरब अमेरिकी डॉलर का है, लेकिन दुर्भाग्य से 80 प्रतिशत खिलौने भारत में आयात किए जाते हैं।
शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल 'निशंक' ने कहा कि टॉयकाथॉन की शुरुआत वास्तव में सरकार द्वारा घरेलू खिलौना उद्योग और स्थानीय निर्माताओं के लिए एक इकोसिस्टम बनाने के लिए एक प्रयास है, साथ ही इसके माध्यम से अप्रयुक्त संसाधनों और इसकी क्षमताओं का दोहन करने की कोशिश की जा रहा है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 5 ट्रिलियन-डॉलर की अर्थव्यवस्था के दृष्टिकोण का भी ज़िक्र किया। शिक्षा मंत्री ने भारतीय खिलौना बाज़ार की विशाल क्षमता पर विचार करते हुए सभी से खिलौना उद्योग में भारत को 'आत्मनिर्भर' बनाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 प्राथमिक शिक्षा के प्रारंभ से ही सीखने में नवाचार और शोध पर जोर देती है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति के लक्ष्य के साथ ही टॉयकाथॉन का लक्ष्य देशभर के 33 करोड़ छात्रों को नवीन कौशल से जोड़ने का है।
बाल विकास मंत्री स्मृति ज़ुबिन ईरानी ने कहा कि भारत 80 प्रतिशत खिलौनों का आयात करता है और सरकार इस क्षेत्र में देश को आत्मनिर्भर बनाने के लिए स्वदेशी खिलौना उद्योग को बढ़ावा देने की दिशा में काम कर रही है। उन्होंने कहा कि शिक्षा मंत्रालय के सहयोग से ही छात्रों का देश के सभी स्कूलों, कॉलेजों और विश्वविद्यालयों के संकायों के लिए मार्ग प्रशस्त होता है, छात्रों का आह्वान करके टॉयकाथॉन के ज़रिए 'आत्मनिर्भर भारत' बनाने की दिशा में कदम बढ़ाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि यह पहली बार है, जब स्कूली बच्चे विशेष रूपसे दिव्यांग बच्चों के लिए भी नवाचार, डिजाइन और संकल्पना वाले खिलौने बनाएंगे। स्मृति ईरानी ने बताया कि टॉयकाथॉन में भाग लेने वाले छात्रों और संकाय सदस्यों को 50 लाख रुपये तक के पुरस्कार दिए जाएंगे।
स्मृति ईरानी ने कहा कि वाणिज्य मंत्रालय और सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्रालय ने खिलौना निर्माण उद्योग की सुरक्षा के लिए विभिन्न कदम उठाए हैं, इसे प्रतिस्पर्धी बनाने तथा खिलौनों के बारे में रासायनिक रूपसे हानिकारक नहीं होने के संबंध में जागरुकता के लिए जो भी विशेष उपाय हैं, वे सभी शिक्षा मंत्रालय और महिला एवं बाल विकास मंत्रालय अपनाएंगे। आत्मनिर्भर भारत बनाने की राह में एक बड़ा कदम उठाते हुए शिक्षा मंत्रालय, महिला एवं बाल विकास मंत्रालय, वस्त्र मंत्रालय, वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्रालय, सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय और अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद ने संयुक्त रूपसे टॉयकाथॉन-2021 को लॉंच किया है। यह एक विशेष प्रकार का हैकाथॉन है, जिसमें स्कूल और कॉलेजों के छात्रों तथा शिक्षकों, डिज़ाइन विशेषज्ञों, खिलौना विशेषज्ञों और स्टार्टअप्स एक साथ मिलकर नए विचारों को साझा करने का काम करेंगे।
टॉयकाथॉन के ज़रिए भारतीय संस्कृति और लोकाचार, स्थानीय लोककथाओं तथा नायकों एवं भारतीय मूल्य प्रणालियों पर आधारित खिलौनों और खेलों को विकसित किया जाएगा, इतना ही नहीं इससे भारत को खिलौनों और खेलों के लिए एक वैश्विक केंद्र के रूपमें विकसित करने में मदद मिलेगी साथ ही यह हमारे बच्चों को नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 में परिकल्पित भारतीय संस्कृति के सदाचार संबंधी विचार तथा मूल्यों को समझने में भी मदद करेगा। टॉयकाथॉन नौ विषयों पर आधारित है-भारतीय संस्कृति, इतिहास, भारत और सांस्कृतिक मूल्यों का ज्ञान, सीखना, अध्ययन और स्कूली शिक्षा, सामाजिक तथा मानवीय मूल्य, व्यवसाय एवं विशिष्ट क्षेत्र, वातावरण, दिव्यांग, फिटनेस और खेल इन सबके अलावा रचनात्मक एवं तार्किक सोच तथा पारंपरिक भारतीय खिलौनों को पुन: डिजाइन करना। टॉयकाथॉन में तीन स्तर होंगे-जूनियर, वरिष्ठ और स्टार्ट अप। इसमें स्‍टार्टअप और खिलौना विशेषज्ञों के अलावा स्‍कूलों, कॉलेजों तथा विश्‍वविद्यालयों के छात्रों एवं शिक्षकों को भागीदारी की अनुमति होगी।
प्रतिभागियों के पास अपने विचार प्रस्तुत करने के लिए दो विकल्प होंगे, वे या तो प्रकाशित माध्यम से किसी खिलौने को और बेहतर बनाने के लिए अपने विचार प्रस्तुत कर सकते हैं या फिर खिलौना बनाने की नई संकल्पना की श्रेणी में अपनी प्रस्तुति दे सकते हैं। यह सबसे बेहतरीन समय है, जब हम अपनी भारतीय संस्कृति, परंपरा और विरासत तथा प्राचीन भारत की कहानियों एवं लोगों की मान्यताओं के प्रदर्शन के आधार पर प्रतिभाशाली रचनात्मक दिमागों का उपयोग कर रहे हैं। टॉयकाथॉन-2021 में भाग लेने के लिए https://toycathon.mic.gov.in देखें। प्रस्ताव 5 जनवरी से 20 जनवरी 2021 तक ऑनलाइन जमा किए जा सकते हैं। सचिव प्रवीण कुमार, अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद के अध्यक्ष प्रोफेसर अनिल सहस्रबुद्धे और शिक्षा मंत्रालय में मुख्य नवाचार अधिकारी डॉ अभय जेरे भी टॉयकाथॉन-2021 के लॉंच इवेंट में मौजूद थे। 

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