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Friday 8 January 2021 02:30:39 PM
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत की आजादी के महानायक नेताजी सुभाषचंद्र बोस की भतीजी प्रोफेसर चित्रा घोष के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। एक ट्वीट में प्रधानमंत्री ने कहा है कि प्रोफेसर चित्रा घोष ने सामाजिक जीवन और शिक्षा के क्षेत्र में अग्रणी योगदान दिया है। उन्होंने कहा कि मैं उनके साथ हुई उस समय की बातचीत का स्मरण करता हूं, जब हमने नेताजी सुभाषचंद्र बोस से संबंधित फाइलों को सार्वजनिक करने सहित कई अन्य विषयों पर भी उनसे विचार-विमर्श किया था। उन्होंने कहा कि उनके निधन से मुझे दु:ख हुआ है, उनके शोक संतप्त परिवार के प्रति मैं अपनी संवेदनाएं व्यक्त करता हूं।
नेताजी सुभाषचंद्र बोस के परिवार के सदस्य और बीजेपी नेता चंद्र कुमार बोस के ट्विटर से देश को चित्रा घोष के निधन की जानकारी मिली कि प्रोफेसर चित्रा घोष का 7 जनवरी की रात को निधन हो गया है। चित्रा घोष 90 साल की थीं। प्रोफेसर चित्रा घोष नेताजी सुभाषचंद्र बोस के भाई शरत चंद्र बोस की सबसे छोटी बेटी थीं। वह एक प्रख्यात प्रोफेसर थीं। वह संसद की सदस्य भी रहीं। नेताजी सुभाष चंद्र बोस से जुड़ी फाइलों, मौत के रहस्यों को लेकर चित्रा घोष ने लगातार काम किया। चित्रा घोष ने पॉलिटिकल साइंस और इकॉनोमिक्स के क्षेत्र में काम किया, साथ ही बंगाल सरकार के शिक्षा विभाग के साथ भी लंबे वक्त तक जुड़ी रहीं। उन्होंने जाधवपुर यूनिवर्सिटी, कोलकाता के एशियन स्टडीज समेत अन्य कुछ विद्यालयों में भी विभिन्न पदों पर सेवाएं दीं।