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Tuesday 19 January 2021 01:41:15 PM
नई दिल्ली। भारतीय रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन के दिल्ली में नामिकीय औषिध तथा संबद्ध विज्ञान संस्थान (आईएनएमएएस) की बनाई बाइक आधारित कैजुअल्टी ट्रांसपोर्ट इमरजेंसी एम्बुलेंस ‘रक्षिता’ को केंद्रीय रिज़र्व पुलिस बल को सौंप दी गई। डीआरडीओ के डीएस एवं डीजी (एलएस) डॉ एके सिंह ने 'रक्षिता' का मॉडल सीआरपीएफ के महानिदेशक एपी माहेश्वरी को सौंपा, जिसके बाद 21 बाइकों के एक दल को झंडी दिखाकर रवाना किया गया। यह बाइक एम्बुलेंस भारतीय सुरक्षा बलों और आपातकालीन स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं के सामने आने वाली समस्याओं में तत्काल मदद करेगी। डीआरडीओ के अध्यक्ष और सचिव डीडी आरएंडडी डॉ जी सतीश रेड्डी ने सुरक्षा बलों के सामने आने वाली चुनौतियों के जवाब में इस स्वदेशी और लागत प्रभावी समाधान के लिए वैज्ञानिकों के प्रयासों की सराहना की है।
बाइक एम्बुलेंस रक्षिता कम तीव्र संघर्ष वाले इलाकों से घायलों को निकालने के दौरान जीवन रक्षक सहायता प्रदान करेगी। यह संकीर्ण सड़कों और दूरदराज के इलाकों के लिए उपयुक्त होगी, जहां एम्बुलेंस के माध्यम से पहुंचना मुश्किल और अधिक समय लगता है। यह बाइक एम्बुलेंस अपनी कार्यक्षमता और एकीकृत आपातकालीन चिकित्सा सहायता प्रणाली के चलते चार पहिया एम्बुलेंस की तुलना में तेजी से रोगियों के लिए एक चिकित्सा आपातकालीन आवश्यकता उपलब्ध करा सकती है। रक्षिता में एक स्वनिर्धारित रिक्लाइनिंग कैजुअल्टी इवैक्यूएशन सीट लगाई गई है, जिसे आवश्यकता के अनुसार उपयोग किया जा सकता है।
रक्षिता में हेड इम्मोबिलाइज़र, सुरक्षा हार्नेस जैकेट, हाथों और पैरों की सुरक्षा के लिए सुरक्षा पट्टियां, ड्राइवर के लिए वायरलेस मॉनिटरिंग क्षमता और ऑटो चेतावनी प्रणाली के साथ फ़िज़ियोलॉजिकल पैरामीटर मापने वाले उपकरण भी अन्य प्रमुख विशेषताओं में शामिल है। घायल साथी के हाल की रियल टाइम निगरानी डैशबोर्ड पर लगे एलसीडी पर की जा सकती है। बाइक एंबुलेंस मौके पर ही स्वास्थ्य सुविधा प्रदान करने के लिए एयर स्प्लिंट, मेडिकल और ऑक्सीजन किट से भी लैस है। यह बाइक एम्बुलेंस न केवल अर्धसैनिक और सैन्यबलों के लिए उपयोगी है, बल्कि नागरिकों के लिए भी इसका उपयोग किया जा सकता है।