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Monday 25 January 2021 05:27:44 PM
नई दिल्ली। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने आज भारत निर्वाचन आयोग के 11वें राष्ट्रीय मतदाता दिवस समारोह को संबोधित करते हुए कहा है कि देश के नागरिक और राजनीतिक दल वोट देने के अधिकार का हमेशा सम्मान करें। राष्ट्रपति ने वर्ष 2020-21 के राष्ट्रीय पुरस्कार प्रदान किए और निर्वाचन आयोग के वेब रेडियो हैलो वोटर्स को भी लॉंच किया, जो एक ऑनलाइन डिजिटल रेडियो सेवा है। राष्ट्रपति ने कहा कि राष्ट्रीय मतदाता दिवस पर वे याद दिलाना चाहते हैं कि हमें वोट देने के अपने बहुमूल्य अधिकार का हमेशा सम्मान करना चाहिए। उन्होंने कहा कि वोट देने का अधिकार साधारण अधिकार नहीं है, दुनियाभर के लोगों ने इसके लिए बहुत संघर्ष किया है, स्वतंत्रता के बाद हमारे संविधान ने योग्यता, धर्म, नस्ल, जाति के आधार पर बिना किसी भेदभाव के सभी नागरिकों को समान मतदान अधिकार दिए हैं। इसके लिए हम अपने संविधान निर्माताओं के ऋणी हैं।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि भारतीय संविधान के मुख्य निर्माता बाबासाहेब डॉ भीमराव अम्बेडकर ने मतदान के अधिकार को सर्वोपरि माना, इसलिए यह हम सभी की विशेषकर हमारे युवाओं की, जिन्हें पहली बार मतदान करने का अधिकार मिला है, जिम्मेदारी है कि अपने मताधिकार का प्रयोग पूरी ईमानदारी के साथ करें और दूसरों को भी ऐसा करने के लिए प्रेरित करें। पिछले साल कोविड-19 महामारी के दौरान बिहार, जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में सफल एवं सुरक्षित चुनाव के लिए भारत निर्वाचन आयोग की प्रशंसा करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि यह हमारे लोकतंत्र की असाधारण उपलब्धि है। उन्होंने कहा कि उन्हें यह जानकर खुशी हुई कि चुनाव आयोग ने सहज, समावेशी और सुरक्षित चुनाव कराने के लिए कई अभिनव और समयबद्ध उपाय किए हैं।
भारत निर्वाचन आयोग की स्थापना 25 जनवरी 1950 को हुई थी, पर 2011 से हर साल 25 जनवरी को देशभर में राष्ट्रीय मतदाता दिवस मनाया जाता है। राष्ट्रीय मतदाता दिवस समारोह का मुख्य उद्देश्य विशेषकर नए मतदाताओं को प्रोत्साहित करना, सुविधा देना और मतदाता सूची में अधिकतम नामांकन करना है। देश के मतदाताओं को समर्पित इस दिवस का उपयोग मतदाताओं के बीच जागरुकता फैलाने और चुनावी प्रक्रिया में भागीदारी को बढ़ावा देने के लिए किया जाता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी राष्ट्रीय मतदाता दिवस पर निर्वाचन आयोग की सराहना करते हुए कहा कि राष्ट्रीय मतदाता दिवस हमारे लोकतांत्रिक ताने-बाने को मजबूत करने और चुनाव सुचारू ढंग से कराने के लिए निर्वाचन आयोग के उल्लेखनीय योगदान की सराहना करने का अवसर है, यह विशेष रूपसे युवाओं में मतदाता पंजीकरण सुनिश्चित करने की आवश्यकता के बारे में जागरुकता फैलाने का भी दिन है।