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Thursday 28 January 2021 03:19:31 PM
नई दिल्ली। केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर और सीमा शुल्क बोर्ड (सीबीआईसी) ने अंतर्राष्ट्रीय सीमा शुल्क दिवस 2021 मनाया। विश्व सीमा शुल्क संगठन ने इस साल के लिए ‘एक टिकाऊ आपूर्ति श्रृंखला के लिए सीमा शुल्क वसूली में तेजी, नवीकरण और लचीलापन’ थीम दी है। मुख्य कार्यक्रम वित्त मंत्रालय के नॉर्थ ब्लॉक में वर्चुअल माध्यम से संचालित किया गया, जिसमें सीबीआईसी के अध्यक्ष एम अजीत कुमार, बोर्ड के सदस्यों, वरिष्ठ अधिकारियों और सीबीआईसी के क्षेत्रीय कार्यालयों और निदेशालयों ने हिस्सा लिया। कार्यक्रम की शुरुआत केंद्रीय वित्त और कॉरपोरेट मामलों की मंत्री निर्मला सीतारमण के संदेश पढ़ने के साथ हुई। निर्मला सीतारमण ने सराहना की कि भारतीय सीमा शुल्क के कामकाज में एक व्यापक बदलाव आया है, क्योंकि अब ईज ऑफ डूइंग बिजनेस और व्यापार सुविधा की तरफ ध्यान केंद्रित किया गया है। वित्तमंत्री ने कहा कि एक व्यक्ति केंद्रित दृष्टिकोण अपनाए जाने से सीमा शुल्क कार्यप्रणाली के बदलाव की प्रक्रिया में और तेजी आएगी।
वित्त और कॉरपोरेट मामलों के राज्यमंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने कहा कि जैसे हम कोरोना महामारी से उभरे हैं, हमारी सीमाओं की सुरक्षा करने में सीमा शुल्क की भूमिका तो और भी महत्वपूर्ण बन गई है। वित्त सचिव डॉ अजय भूषण पांडे ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय आपूर्ति श्रृंखला में सीमा शुल्क एक प्रमुख भूमिका निभाता है, जो 2021 के लिए डब्ल्यूसीओ की थीम का केंद्र बिंदु है। उन्होंने कहा कि भारतीय सीमा शुल्क ने हमेशा संयम के साथ आर्थिक और सामाजिक चुनौतियों का सामना किया है और देश की समर्पण के साथ सेवा की है। उन्होंने अधिकारियों को उनके अनुकरणीय योगदान के लिए डब्ल्यूसीओ सर्टिफिकेट ऑफ मेरिट से पुरस्कार मिलने पर बधाई भी दी। सीबीआईसी अध्यक्ष ने व्यापार सुविधा बढ़ाने और व्यापार करने में सरलता सुनिश्चित करने के लिए सीमा शुल्क प्रयासों का उल्लेख किया। उन्होंने महामारी से ग्रस्त वर्ष में 24X7 घंटे काम करते हुए वस्तुओं, खास तौरपर कोविड राहत सामग्री की निर्बाध आवाजाही सुनिश्चित करने के लिए सीमा शुल्क अधिकारियों के प्रयासों की सराहना की।
लॉकडाउन में एक आवश्यक सेवा होने के नाते सीमा शुल्क ने निर्बाध आपूर्ति और अर्थव्यवस्था की टिकाऊ बहाली सुनिश्चित करने की चुनौतियों को स्वीकार किया। आत्मनिर्भर भारत का निर्माण सुनिश्चित करने के लिए व्यापार करने में सरलता और व्यापार सुविधा प्रेरक शक्ति थी। सीमा शुल्क के सदस्य संदीप भटनागर ने कहा कि बीते साल सीबीआईसी ने अगली पीढ़ी के ‘तुरंत कस्टम्स’ कार्यक्रम के तहत कई कदम उठाए हैं, जो सीमा शुल्क संबंधी मामलों को निपटाने में फेसलेस, संपर्क रहित और पेपरलेस प्रक्रियाओं पर ध्यान केंद्रित करता है। जोनल सदस्य संगीता शर्मा ने स्वागत भाषण में कहा कि ऑटोमेशन और नई तकनीक के साथ भारतीय सीमा शुल्क ने काम करने के नए तरीके को बहुत अच्छी तरह से अपनाया है और किसी भी चुनौती का सामना करने के लिए सुसज्जित है। नॉर्थ ब्लॉक के कार्यक्रम में दिल्ली में मौजूद आठ अधिकारियों को डब्ल्यूसीओ सर्टिफिकेट ऑफ मेरिट दिया गया और बाकी के अधिकारियों को उनके विभागाध्यक्षों ने उनकी अपनी-अपनी जगहों पर पुरस्कार दिए, जिसे वर्चुअल माध्यम से प्रतिभागियों ने देखा।
मुख्य आयुक्त सीमा शुल्क दिल्ली जोन रंजना झा प्रधान ने धन्यवाद प्रस्ताव पेश किया। वर्ष 2021 के लिए डब्ल्यूसीओ सर्टिफिकेट ऑफ मेरिट पाने वाले अधिकारियों में हैं-गौरव सिंह उप सचिव टैक्स रिसर्च यूनिट-I सीबीआईसी, आर गोपालसामी अतिरिक्त आयुक्त सीमा शुल्क चेन्नई जोन, सामया मुरली अतिरिक्त आयुक्त सीमा शुल्क चेन्नई जोन, प्रियदर्शिका श्रीवास्तव संयुक्त आयुक्त सीमा शुल्क मुंबई जोन-I, विनित कुमार उप निदेशक एनएसीआईएन फरीदाबाद, आदित्य सिंह यादव उपायुक्त सीमा शुल्क दिल्ली जोन, मनुदेव जैन उपायुक्त अंतर्राष्ट्रीय सीमा शुल्क निदेशालय, निखिल गोयल ऑफिसर ऑन स्पेशल ड्यूटी टैक्स रिसर्च यूनिट-I सीबीआईसी, डॉ विक्रम सिंह उपायुक्त एनसीटीएफ, एसए अंसारी अवर सचिव एडी-II सीबीआईसी, डॉ महेश कुमार रसायन परीक्षक ग्रेड-l सीआरसीएल वडोदरा, नीरजबाबू जैन सहायक निदेशक डीजीएचआरडी नई दिल्ली, राजेश कौशल अधीक्षक सीमा शुल्क लुधियाना, जितेंद्र मेंदोलिया अधीक्षक डब्ल्यूसीओ सेल नई दिल्ली, गगनदीप सिंह अधीक्षक सिंगल विंडो नई दिल्ली, राजेंद्र प्रसाद सामरिया अप्रेजर सीमा शुल्क (निवारक) जोधपुर और आशीष मलिक इंस्पेक्टर डीजीएचआरडी नई दिल्ली।