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Friday 29 January 2021 04:42:20 PM
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली के करियप्पा ग्राउंड में राष्ट्रीय कैडेट कोर की रैली में गार्ड ऑफ ऑनर का निरीक्षण किया, एनसीसी की टुकड़ियों के मार्च पास्ट की समीक्षा की और कार्यक्रम के दौरान एनसीसी कैडेट्स के सांस्कृतिक कलाओं के प्रदर्शन को भी देखा। प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर कहा कि जिन देशों के सामाजिक जीवन में अनुशासन की मजबूत उपस्थिति होती है, वे सभी क्षेत्रों में आगे बढ़ते हैं। उन्होंने कहा कि भारत के सामाजिक जीवन में अनुशासन की भावना पैदा करने में एनसीसी की प्रमुख भूमिका है। प्रधानमंत्री ने कहा कि वर्दी में रहने वाले सबसे बड़े युवा संगठन के तौरपर एनसीसी का कद दिन-प्रतिदिन बढ़ रहा है, एनसीसी कैडेट्स हर उस जगह मौजूद हैं, जहां वीरता और सेवा की भारतीय परंपरा को बढ़ावा दिया जा रहा है, संविधान के बारे में जागरुकता, पर्यावरण, जल संरक्षण में एनसीसी की भागीदारी महत्वपूर्ण है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना महामारी जैसी आपदाओं के दौरान एनसीसी कैडेटों के योगदानों के लिए उनकी प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि हमारे संविधान में निहित कर्तव्यों को पूरा करना सभी नागरिकों की जिम्मेदारी है, जब भी नागरिकों और नागरिक समाज इनका पालन करते हैं तो कई चुनौतियों का सामना सफलता के साथ किया जा सकता है। नरेंद्र मोदी ने कहा कि यह नागरिकों की कर्तव्य भावना और सुरक्षा बलों की बहादुरी का मिश्रण ही था, जिसने हमारे देश के एक बड़े हिस्से को प्रभावित करने वाले नक्सलवाद और माओवाद की कमर तोड़ डाली, अब नक्सलवाद का खतरा देश के बहुत सीमित क्षेत्र तक सिमट गया है और प्रभावित युवाओं ने विकास की मुख्यधारा में शामिल होने के लिए हिंसा का रास्ता छोड़ दिया है। प्रधानमंत्री ने कहा कि कोरोनाकाल चुनौतीपूर्ण था, लेकिन यह देश के लिए असाधारण काम के अवसर लेकर आया, इसने देश को आत्मनिर्भर बनाते हुए सामान्य से सर्वश्रेष्ठ बनने की ओर बढ़ने के लिए उसकी क्षमताओं में सुधार किया और इसमें युवाओं की अहम भूमिका है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सीमा और तटीय इलाकों में एनसीसी के विस्तार की योजनाओं की रूपरेखा पेश की और अपने 15 अगस्त के भाषण को याद किया, जिसमें उन्होंने 175 ऐसे जिलों में एनसीसी के लिए नई भूमिका की घोषणा की थी, इसके लिए लगभग 1 लाख कैडेटों को सेना, वायुसेना और नौसेना प्रशिक्षित कर रही है, उनमें से एक तिहाई महिला कैडेट्स हैं एवं एनसीसी के लिए प्रशिक्षण से जुड़े बुनियादी ढांचे को मजबूत किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पहले जहां सिर्फ एक फायरिंग सिमुलेटर था, वहीं अब 98 फायरिंग सिम्युलेटरों की स्थापना की जा रही है, माइक्रो फ्लाइट सिमुलेटर को 5 से बढ़ाकर 44 और रोइंग सिमुलेटर को 11 से बढ़ाकर 60 किया गया है। प्रधानमंत्री ने फील्ड मार्शल करियप्पा को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि भी दी और इस तथ्य को रेखांकित किया कि यह कार्यक्रम स्थल उनके नाम पर है। उन्होंने कहा कि सशस्त्र बलों में महिला कैडेटों के लिए नए अवसर उभर रहे हैं, हाल के दिनों में एनसीसी में महिला कैडेटों की संख्या में 35 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। प्रधानमंत्री ने गणतंत्र दिवस परेड और रैली में उत्कृष्ट प्रदर्शन पर एनसीसी कैडेट्स को ट्रॉफी देकर सम्मानित किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 1971 के बांग्लादेश युद्ध में जीत की 50वीं वर्षगांठ पर सशस्त्र बलों के शहीद जवानों को भी श्रद्धासुमन अर्पित किए। प्रधानमंत्री ने कैडेटों से राष्ट्रीय युद्ध स्मारक की यात्रा करके और उन्हें पुनर्निर्मित शौर्य पुरस्कार पोर्टल से जुड़ने के लिए कहा। उन्होंने एनसीसी डिजिटल प्लेटफॉर्म का उल्लेख किया, जो विचारों के आदान-प्रदान के एक मंच के रूपमें तेजी से उभर रहा है। प्रधानमंत्री ने बताया कि इस वर्ष भारत आजादी के 75वें वर्ष में प्रवेश कर रहा है, नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125वीं जयंती है। उन्होंने कैडेटों को नेताजी के शानदार उदाहरण से प्रेरणा लेने को कहा। प्रधानमंत्री ने देश की रक्षा संबंधी चुनौतियों के साथ-साथ वायरस से मिलने वाली चुनौती से निपटने में भारत की क्षमताओं के बारे में विस्तार से बताया। प्रधानमंत्री ने उल्लेख किया कि संयुक्त अरब अमीरात, सऊदी अरब और ग्रीस की मदद से नए राफेल विमानों के आकाश में ईंधन भरने से खाड़ी देशों के साथ संबंध मजबूत हुए हैं, इसी तरह भारत ने यह निर्णय किया है कि देश में 100 से अधिक रक्षा संबंधी उपकरणों का निर्माण किया जाएगा।
नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत रक्षा उपकरणों के एक प्रमुख उत्पादक के रूपमें उभरेगा। प्रधानमंत्री ने कैडेटों से वोकल फॉर लोकल को बढ़ावा देने का आग्रह किया, युवाओं के बीच एक लोकप्रिय ब्रांड के रूपमें खादी को रूपांतरित किया और फैशन, शादी, त्योहार जैसे अवसरों पर स्थानीय उत्पादों के उपयोग पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि युवा आत्मविश्वासी व आत्मनिर्भर बनें और यह भारत के लिए जरूरी है, इसके लिए सरकार फिटनेस, शिक्षा और कौशल के क्षेत्र में काम कर रही है। प्रधानमंत्री ने कहा कि फिटनेस और खेल को एनसीसी में विशेष कार्यक्रमों सहित फिट-इंडिया और खेलो इंडिया मूवमेंट के माध्यम से अभूतपूर्व गति दी जा रही है। प्रधानमंत्री ने बताया कि नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति आवश्यकताओं और रुचि के अनुसार विषय चुनने की प्रणाली को छात्र केंद्रित बना रही है। प्रधानमंत्री ने कहा कि देश तभी प्रगति करेगा जब युवा सुधारों के जरिए मिले अवसरों का लाभ उठाएंगे। रैली में रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, चीफ ऑफ डिफेंस स्टॉफ जनरल बिपिन रावत, थलसेना, नौसेना और वायु सेनाध्यक्ष, रक्षा सचिव, एनसीसी के महानिदेशक और एनसीसी कैडेट्स उपस्थित थे।