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Thursday 18 April 2013 08:43:48 AM
नई दिल्ली। राष्ट्रीय संग्रहालय की धरोहरों की सराहना के लिए पर्यटकों की सहायता हेतु स्वयंसेवी गाइड कार्यक्रम पथ प्रदर्शक की शुरूआत की जा रही है। केंद्रीय संस्कृति मंत्री चंद्रेश कुमारी कटोच 22 अप्रैल, 2013 को राष्ट्रीय संग्रहालय में 'पथ-प्रदर्शक' स्वयंसेवी गाइड कार्यक्रम का उद्घाटन करेंगी। स्वयंसेवी गाइड कार्यक्रम (वीजीपी) का उद्देश्य संग्रहालय की धरोहरों की सराहना करने के लिए पर्यटकों की सहायता करना है। वीजीपी सामान्य परिचय कराने वाला दौरा होगा, जो संग्रहालय में पहली बार आने वालों के लिए रुचिकर रहेगा। संचालित दौरे की अवधि डेढ़ घंटे की होगी, जिसमें राष्ट्रीय संग्रहालय के बारे में प्रकाश डाला जाएगा तथा इसमें दीर्घाओं तथा प्रदर्शित तीस मूर्त कृतियों का संक्षिप्त विवरण भी दिया जाएगा।
दौरे में शामिल कुछ श्रेष्ठ कृतियों में नृत्य करती हुई युवती, मोहन जोदड़ो 2700-2000 ईसा पूर्व के आसपास, सुदोधन, सातवाहन, आंध्र प्रदेश का दौरा, पहली-दूसरी शताब्दी : खड़े हुए बुद्ध, गंधार, दूसरी शताब्दी : विष्णु गुप्त, मथुरा, पांचवी शताब्दी; सूर्य, पूर्वी गंगा, कोणार्क ओडिशा, 13वीं शताब्दी : मुगल शहंशाह शाहजहां अपने बड़े बेटे दाराशिकोह की बारात में शामिल, अवध, 1740-50 के आसपास : लैंप, हाथी दांत, दिल्ली, 20वीं शताब्दी : बुद्ध और छह भिक्षु, दीवार पर पेटिंग, मिरन, तीसरी-चौथी शताब्दी आदि को दर्शाया जाएगा। गाइडिड टूर 23 अप्रैल, 2013 से शुरू होगा।