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Tuesday 2 March 2021 03:34:40 PM
अगरतला। त्रिपुरा के राज्यपाल रमेश बैस और केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन राज्यमंत्री प्रहलाद सिंह पटेल ने संयुक्त रूपसे त्रिपुरा के उदयपुर में विज्ञान केंद्र का उद्घाटन किया। राज्यपाल रमेश बैस ने इस दौरान दर्शकों को राष्ट्रीय विज्ञान दिवस के महत्व से अवगत कराया जो हर साल 28 फरवरी को मनाया जाता है। उन्होंने इस बात पर भी प्रकाश डाला कि विज्ञान केंद्र समाज में एक वैज्ञानिक स्वभाव विकसित करने और आम लोगों के बीच विशेष रूपसे छात्रों के बीच नवाचार संस्कृति को विकसित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
राज्यमंत्री प्रहलाद सिंह पटेल ने वैज्ञानिक जागरुकता के प्रसार के लिए राष्ट्रीय विज्ञान संग्रहालय परिषद और संस्कृति मंत्रालय की भूमिका सराही। राज्यमंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि राष्ट्रीय विज्ञान संग्रहालय परिषद विज्ञान की संस्कृति के प्रसार में अहम भूमिका अदा कर रही है। उन्होंने कहा कि यह नया विज्ञान केंद्र छात्रों को विज्ञान के बारे में कई अज्ञात तथ्यों को जानने में मदद करेगा। उन्होंने यह भी जोड़ा कि विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में भारत के योगदान और लोगों, विशेषकर बच्चों को हमारी समृद्ध विज्ञान और प्रौद्योगिकी विरासत के बारे में सूचित किया जाना चाहिए। एनसीएसएम के महानिदेशक एडी चौधरी ने बताया कि उदयपुर विज्ञान केंद्र 22वां विज्ञान केंद्र है, जिसे एनसीएसएम ने विकसित करके राज्य सरकार को सौंपा है।
एडी चौधरी ने बताया कि संस्कृति मंत्रालय की विज्ञान की संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए योजना के तहत राज्य सरकारों को विज्ञान केंद्र सौंपे जा रहे हैं। एडी चौधरी ने बताया कि यह विज्ञान केंद्र 6 करोड़ रुपये की लागत से विकसित किया गया है, जिसे भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय के साथ-साथ त्रिपुरा के विज्ञान, प्रौद्योगिकी और पर्यावरण विभाग ने संयुक्त रूपसे फंड किया है, इसके साथ ही एनसीएसएम ने सभी उत्तर पूर्वी राज्यों में विज्ञान केंद्र स्थापित किए हैं। उन्होंने बताया कि एनसीएसएम 2021 के दौरान भारत के विभिन्न हिस्सों में 4 और नए विज्ञान केंद्र खोलेगा। इस अवसर पर त्रिपुरा के उपमुख्यमंत्री जिष्णुदेव वर्मा और त्रिपुरा के कृषि, परिवहन एवं पर्यटन मंत्री प्रणजीत सिंह रॉय मौजूद थे।