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Tuesday 9 March 2021 03:24:18 PM
नई दिल्ली। केंद्रीय शिक्षामंत्री रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ ने अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर ऑनलाइन रूपसे छात्राओं के साथ बातचीत की। इस कार्यक्रम में देशभर के स्कूलों की छठी से बारहवीं कक्षाओं से चुनी गई छात्राओं ने भाग लिया और महिला सशक्तिकरण एवं उनकी राष्ट्र निर्माण में भूमिका पर अपने विचार साझा किए। केवी देहरादून से गार्गी, गुरुकुल ग्रामर स्कूल से अराधना बरुआ, जेएनवी मेहसाणा से ध्रुव पटेल, होली हार्ट्स एजुकेशनल अकैडमी, रायपुर से नाकिया मलक, केवी 2 नेवल बेस, कोच्चि से आर्य मनोज और जेएनवी लेह से पद्मा आंग्मो ने अपने जीवन के लक्ष्य, देश के लिए अपने सपने और तरीके जिससे वो राष्ट्र निर्माण में सहयोग करें साझा किए।
शिक्षामंत्री ने कहा कि अगर आप किसी पुरुष को शिक्षित करते हो तो आप एक व्यक्ति को शिक्षित करते हो अगर आप एक महिला को शिक्षित करते हो तो आप एक राष्ट्र को शिक्षित करते हो। उन्होंने कहा कि शिक्षा हर व्यक्ति के जीवन का अभिन्न अंग है और जब एक बालिका को शिक्षित किया जाता है तो देश मजबूत बनते हैं। उन्होंने जोर दिया कि छात्रों को नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 का ब्रांड एम्बेसडर होना चाहिए। उन्होंने कहा कि एनईपी महिलाओं को सशक्त करेगी और अग्रिम पंक्ति में रहकर नेतृत्व करने के योग्य बनाएगी। उन्होंने जवाहर नवोदय विद्यालय लेह की पद्मा आंग्मो को ‘खुशियों की ब्रांड एम्बेसडर’ भी घोषित किया।
शिक्षामंत्री ने कहा कि भारत के युवा दुनिया पर अपनी छाप छोड़ने और उसे अपनी मेहनत और समर्पण से बेहतर बनाने के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा कि आज का युवा कल का भविष्य है। शिक्षामंत्री ने युवा लड़कियों की आत्मनिर्भर बनने की आकांक्षाओं को सराहा और माना। उन्होंने उनपर भरोसा जताया कि ये लड़कियां देश को नई ऊंचाइयों पर ले जाएंगी। शिक्षामंत्री ने सीबीएसई से संबंधित स्कूलों के तैयार किए गए 3 ग्राफिक नावेल भी जारी किए। ये नावेल कक्षा 3 से 12 तक के एनसीईआरटी पाठ्यक्रम पर आधारित हैं, जोकि छात्रों के बीच 21वीं सदी के कौशल को बढ़ावा देने के लिए तैयार किए गए हैं। इस मौके पर स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग की सचिव अनिता करवाल और मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।