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Wednesday 17 March 2021 05:08:01 PM
नई दिल्ली। जनजातियों के जीवन और आजीविका को बेहतर बनाने और जनजातीय सशक्तिकरण की दिशा में कार्य करने के लिए वर्तमान प्रयासों के एक अंग के रूपमें ट्राइफेड विभिन्न संगठनों के साथ साझेदारी करने के लिए वचनबद्ध है। इस संदर्भ में ट्राइफेड ने शिल्प के क्षेत्र में प्रशिक्षण और कला संवर्धन की दिशा में कार्यरत जेडईपीएचवाईआर के संचालित संगठन क्राफ्ट विलेज के साथ समझौता किया है। समझौते का आदान-प्रदान क्राफ्ट विलेज की संस्थापक इति त्यागी और ट्राइफेड के कार्यकारी निदेशक अनुपम त्रिवेदी के बीच हुआ। इस अवसर पर ट्राइफेड के प्रबंध निदेशक प्रवीर कृष्ण और दोनों संगठनों के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे। दोनों संगठनों ने विभिन्न क्षेत्रों में जनजातीय समुदायों के समग्र उत्थान की दिशा में संयुक्त रूपसे काम करने हेतु भागीदारी की है।
ट्राइफेड और क्राफ्ट विलेज ऐसे विविध माध्यमों को विकसित करेगा, जो न केवल कार्यात्मक होंगे, बल्कि वैश्विक स्तर पर आकर्षक भी होंगे। डिजाइन का विकास क्राफ्ट विलेज परिसर के साथ उन जनजातीय कारीगर समूहों में किया जाएगा, जो इनमें अपना नाम दर्ज कराएंगे। विकसित उत्पादों का विपणन ट्राइफेड अपने ट्राइब्स इंडिया नेटवर्क में मौजूद बिक्री स्थलों और ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के माध्यम से करेगा। ये संगठन जनजातीय कला और शिल्प रूपों के बारे में आम जनता को जानकारी देने और उन्हें इनके प्रति संवेदनशील बनाने के लिए जनजातीय कलाओं और शिल्प कार्यशालाओं एवं संगोष्ठियों का आयोजन करेंगे। इसके अतिरिक्त ये संगठन जनजातीय कारीगरों और शिल्पकारों के लिए संयुक्त रूपसे प्रशिक्षण और कौशल विकास कार्यक्रम आयोजित करेंगे, ताकि वे बेहतर उत्पादों का निर्माण कर सकें।
जनजातीय कलाकारों को बेहतर आर्थिक अवसर उपलब्ध कराने में सहायता प्रदान करने के लिए चुनिंदा अंतर्राष्ट्रीय लोक कला बाजारों में उनके उत्पादों की प्रदर्शनी भी इन सहयोगों में शामिल है। दोनों संगठन जनजातीय समुदायों के बारे में जानकारी का प्रसार करने के लिए जनजातीय शिल्प, संस्कृति और भोजन पर फिल्में बनाने के लिए कार्य करने की योजना बना रहे हैं, जिसका उद्देश्य एक अनुकूलित समुदाय आधारित रचनात्मक निर्माण प्रणाली विकसित करना है, जो इन उत्पादों को वैश्विक उपभोक्ताओं तक ले जाने में मदद करती है। ट्राइफेड जनजातीय कारीगरों के कौशल को विकसित करके, उनको सशक्त बनाने, उनकी आय और आजीविका बढ़ाने में मदद के साथ उन्हें राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय उपभोक्ताओं तक पहुंचाने में सहायता करने की उम्मीद रखता है। ट्राइफेड देशभर में इस तरह की और भी कई गतिविधियों से जनजातीय समुदायों के जीवन और उनकी आजीविका को सुदृढ़ करने की दिशा में कार्यरत है।