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Saturday 20 March 2021 04:21:22 PM
गुरुग्राम। केंद्रीय रिज़र्व पुलिस बल ने अपनी 82वीं वर्षगांठ समारोहपूर्वक मनाई। इस अवसर को खास बनाने के लिए गुरुग्राम की सीआरपीएफ अकादमी में एक भव्य परेड का आयोजन किया गया। गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय ने परेड की सलामी ली और कोविड-19 महामारी के खिलाफ लड़ाई में सीआरपीएफ कर्मियों की कोरोना योद्धा के रूपमें निभाई गई भूमिका की सराहना की। उन्होंने 80 हजार सीआरपीएफ कर्मियों के नि:स्वार्थ भाव से किए गए अंगदान की प्रशंसा की, इसके अतिरिक्त प्रकृति योद्धा के रूपमें लगाए गए 25 लाख पौधों और राष्ट्रीय दिव्यांग सशक्तिकरण केंद्र की स्थापना में निभाई भूमिका भी सराही। गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय ने महिला सशक्तिकरण में सीआरपीएफ के असाधारण कार्यों की प्रशंसा की।
गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय ने कहा कि सीआरपीएफ कर्मी आतंकवाद, उग्रवाद, वामपंथी उग्रवाद और दंगा नियंत्रण में रैपिड एक्शन फोर्स के रूपमें कानून व्यवस्था को बनाए रखने, साम्प्रदायिक समरसता और आपदा प्रबंधन जैसी अहम जिम्मेदारियों को अपने कंधों पर उठाए रखते हैं। नित्यानंद राय ने विभिन्न श्रेणियों में असाधारण उपलब्धियों के लिए वीरता पदक और ट्रॉफियां प्रदान करते हुए सीआरपीएफ कर्मियों और उनके परिवारों को बधाई दी। उन्होंने शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की और राष्ट्र की एकता, अखंडता एवं संप्रभुता को बनाए रखने में उनके अपार और अद्वितीय योगदान को सलाम किया। उन्होंने कहा की 'सेवा और वफादारी' के आदर्श वाक्य के लिए सीआरपीएफ की कटिबद्धता उसके कार्य संस्कृति में शामिल है।
सीआरपीएफ के महानिदेशक कुलदीप सिंह ने सीआरपीएफ के जवानों और उनके परिवारों के लिए शुभकामनाएं दीं और भरोसा दिलाया कि केंद्रीय रिज़र्व पुलिस बल पूरी दृढ़ता और समर्पण के साथ राष्ट्र की सेवा करती रहेगा। समारोह में सीआरपीएफ की प्रसिद्ध सीआरपीएफ स्पोर्ट्स टीम, मल्लखंब टीम और महिला डेयरडेविल्स ने बाइक स्टंट के आकर्षक प्रदर्शन प्रस्तुत किए। ज्ञातव्य है कि इसी दिन 1950 में सीआरपीएफ अधिनियम लागू होने के बाद तत्कालीन गृहमंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल ने सीआरपीएफ को उसका रंग और मौजूदा नाम दिया था। सीआरपीएफ का साल 1939 में क्राउन प्रतिनिधि पुलिस के रूपमें गठन किया गया था।