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चीन की भारत की सीमा पर कुदृष्टि-मुलायम

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Monday 22 April 2013 08:54:19 AM

mulayam singh yadav

लखनऊ। भारत के पूर्व रक्षामंत्री और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव ने कहा है कि चीन, भारत की सीमा पर कुदृष्टि लगाए हुए है, उसने लद्दाख में भारत की सीमा में 10 किलो मीटर तक कब्जा कर लिया हैं, ब्रह्मपुत्र पर वह तीन बांध बना रहा है, इससे भारत में जल प्रवाह प्रभावित होगा, इस समय कोई पड़ोसी देश भारत का दोस्त नहीं रह गया है, विदेश नीति अप्रभावी हो चली है।
उन्होंने कहा हमारी फौज बहादुर है, दुनिया में उसका मुकाबला नहीं है, कांग्रेस राज में मंहगाई भी आम आदमी की कमरतोड़ रही है, देश में चीनी की कमी नहीं है, गेहूं का भी पर्याप्त भंडार है, फिर भी चीजें मंहगी हैं, गरीब भूखा सो रहा है, सरकार को स्टाक में जमा अतिरिक्त खाद्यान्न गरीबों में बांट देना चाहिए। उन्होंने कहा कि यह कैसी विडंबना है कि देश में तमाम समस्याएं बढ़ रही हैं और सरकार भी चल रही है।
मुलायम सिंह यादव ने कहा कि आगामी चुनावों में केंद्र में किसी भी दल का बहुमत नहीं आएगा, ऐसे में समाजवादी पार्टी की केंद्रीय राजनीति में महत्वपूर्ण भूमिका होगी। उन्होंने कहा अधिवक्ता कचेहरी से समाज को संदेश देते हैं, समाजवादी पार्टी को सत्ता में बिठाने में उनका बहुत योगदान रहा है, पिछली बसपा सरकार में वकीलों पर झूठे मुकदमें लगाए गए, उन पर लाठियां बरसाई गईं, अब लोकसभा चुनावो की नई चुनौती सामने है, अधिवक्ताओं को इसमें भी अपनी भागीदारी निभाने के लिए तैयार रहना होगा। उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी का व्यापक जनाधार है, यह सभी वर्गों के बीच पहुंची है।
मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि आजादी और लोकतंत्र की लड़ाई में अधिवक्ता समाज सदैव आगे रहा है, समाजवादी पार्टी ने हमेशा उनका सम्मान किया है, नेताजी ने अधिवक्ताओं के हित में अनेक योजनाएं लागू की थी। वीरेंद्र भाटिया ने समाजवादी पार्टी के साथ अधिवक्ताओं की ताकत खड़ी की थी, उन्होंने चेंबरों की संख्या बढ़ाए जाने में मदद का आश्वासन दिया।
बैठक में अधिवक्ताओं ने कहा कि नेताजी पर उनका पक्का भरोसा है, अधिवक्ताओं का सपना नेताजी को अब दिल्ली की गद्दी पर बैठे देखने का है, नेताजी की ताकत को बढ़ाने में अधिवक्ता कोई कोरकसर नहीं छोड़ेंगे। अधिवक्ताओं की बैठक में गिरीश चंद्र कटियार, वरिष्ठ अधिवक्ता, समाजवादी बौद्धिक सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष दीपक मिश्रा, देवीबक्श सिंह, जगन्नाथ यादव, विनय प्रताप यादव, अनिल बक्शी, बालेश्वर चतुर्वेदी, डॉ सुमन यादव, शिव अभिलाष मिश्र, संतोष यादव वारसी, हाजी मोहम्मद इस्लामुद्दीन, तनवीर अहमद खॉ, आरपी शुक्ला राजन आदि की उपस्थिति उल्लेखनीय रही।

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