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Friday 18 June 2021 04:02:54 PM
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोविड-19 अग्रिम पंक्ति के कर्मियों के लिए 'विशेष क्रैश-कोर्स' कार्यक्रम लॉंच किया है। यह प्रशिक्षण कार्यक्रम 26 राज्यों के 111 केंद्रों में चलाया जाएगा। इस पहल के तहत लगभग एक लाख अग्रिम पंक्तियों के कर्मियों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। प्रधानमंत्री ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए प्रशिक्षुओं को शुभकामनाएं दीं और कहा कि उनका विश्वास है कि अग्रिम पंक्ति के जांबाजों के नए कौशल को देशवासियों की जान बचाने में उपयोग किया जाएगा। उन्होंने आगाह किया कि इस समय देश में कोरोना वायरस मौजूद है और उसके म्यूटेशन की संभावना बनी हुई है। प्रधानमंत्री ने कहा कि महामारी की दूसरी लहर ने यह बता दिया है कि वायरस कैसी-कैसी चुनौतियां हमें दे सकता है, देश को हर चुनौती से निपटने के लिये तैयार रहना चाहिए, एक लाख से अधिक अग्रिम पंक्ति के जांबाजों को प्रशिक्षण इसी दिशा में उठाया गया कदम है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने याद दिलाया कि महामारी ने दुनिया के हर देश, संस्था, समाज, परिवार और लोगों के हौसले को आज़माया है, इससे हम चौकन्ने भी हुए हैं कि हमें विज्ञान, सरकार, समाज, संस्था या व्यक्ति के स्तर पर अपनी क्षमता बढ़ानी होगी। उन्होंने कहा कि भारत ने यह चुनौती स्वीकार की है। प्रधानमंत्री ने कहा कि कोविड के उपचार और देखभाल के क्षेत्र में पीपीई किट, जांच और चिकित्सा संरचना में हमारी मजबूत हैसियत इस बात की गवाह है कि हमने इस दिशा में कितना प्रयास किया है। नरेंद्र मोदी ने बताया कि दूर-दराज इलाकों में मौजूद अस्पतालों को वेंटीलेटर और ऑक्सीजन कंसंट्रेटर मुहैया कराए जा रहे हैं, युद्ध स्तर पर 1500 से अधिक ऑक्सीजन प्लांट लगाए जा रहे हैं, इन सभी प्रयासों के बीच कुशल श्रमशक्ति भी बहुत अहमियत रखती है। प्रधानमंत्री ने कहा कि इस सिलसिले में और कोरोना जांबाजों की मौजूदा फौज को सहयोग देने के लिये एक लाख युवाओं को प्रशिक्षित किया जा रहा है, यह प्रशिक्षण दो-तीन महीने में पूरा हो जाएगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बताया कि देश के शीर्ष विशेषज्ञों ने छह कोर्स तैयार किए हैं, जो कोर्स राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों की मांग पर तैयार किए गए हैं। उन्होंने बताया कि छह विशेष कामों के मद्देनज़र कोविड जांबाजों को प्रशिक्षण दिया जाएगा, इनमें होम-केयर सपोर्ट, बेसिक केयर सपोर्ट, एडवांस केयर सपोर्ट, इमरजेंसी केयर सपोर्ट, सैम्पल कलेक्शन सपोर्ट और मेडिकल इक्विपमेंट सपोर्ट शामिल हैं, इन कोर्सों में ताजा कौशल विकास और कौशल विकास को बढ़ाना शामिल किया गया है, यह प्रशिक्षण उन लोगों को दिया जाएगा, जिन्हें इस तरह के कामों का पहले प्रशिक्षण प्राप्त हो चुका है, इस अभियान से स्वास्थ्य क्षेत्र की अग्रिम पंक्ति वाली फौज में नई जान आ जाएगी, इससे युवाओं को रोज़गार के अवसर भी मिलेंगे। प्रधानमंत्री ने कहा कि कोरोनाकाल ने यह साबित कर दिया है कि स्किल, री-स्किल और अप-स्किल का मंत्र कितना महत्वपूर्ण है। प्रधानमंत्री ने कहा कि स्किल इंडिया मिशन कौशल विकास मंत्रालय ने शुरु किया था और देशभर में प्रधानमंत्री कौशल विकास केंद्र खोले गए थे।
प्रधानमंत्री ने कहा कि स्किल इंडिया मिशन देश के लाखों युवाओं को हर साल आज की जरूरतों को देखते हुए प्रशिक्षण दे रहा है, पिछले वर्ष से कौशल विकास मंत्रालय महामारी के बीच भी लाखों स्वास्थ्यकर्मियों को प्रशिक्षित करता आ रहा है। प्रधानमंत्री ने कहा कि आबादी को देखते हुए यह जरूरी है कि स्वास्थ्य क्षेत्र में डॉक्टरों, नर्सों और पैरामेडिक्स की तादाद बढ़ाई जाए। उन्होंने कहा कि पिछले सात वर्ष से नए एम्स, नए मेडिकल कॉलेज और नए नर्सिंग कॉलेज खोलने के लिए पूरी लगन से काम किया जा रहा है, इसी तरह चिकित्सा शिक्षा और सम्बंधित संस्थानों में भी सुधारों को प्रोत्साहन दिया जा रहा है। प्रधानमंत्री ने कहा कि गांवों की डिस्पेंसरियों में तैनात आशाकर्मी, एएनएम, आंगनवाड़ी और स्वास्थ्यकर्मी जैसे स्वास्थ्य प्रोफेशनल हमारे स्वास्थ्य क्षेत्र के मजबूत स्तंभ हैं, जिनका अकसर कोई जिक्र नहीं किया जाता, दुनिया के सबसे बड़े टीकाकरण अभियान के सिलसिले में संक्रमण रोकने के लिए वे अहम भूमिका निभा रहे हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हर देशवासी की सुरक्षा करने की दिशा में विषम परिस्थितियों के दौरान काम करने के लिए स्वास्थ्यकर्मियों की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि गांवों, दूर-दराज के इलाकों, पहाड़ी और जनजातीय क्षेत्रों में संक्रमण को फैलने से रोकने में इन लोगों की बड़ी भूमिका है। प्रधानमंत्री ने कहा कि 21 जून से शुरु होनेवाले अभियान के सम्बंध में कई दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं, इसी दिन से पैंतालीस साल से कम आयु के लोगों को भी अब उसी तरह टीके लगाए जाएंगे जैसे 45 साल से अधिक आयु के लोगों को लगाए जाते रहे हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार प्रतिबद्ध है कि कोरोना प्रोटोकॉल पर अमल करते हुए हर नागरिक को मुफ्त टीका लगाया जाए। लॉंचिंग कार्यक्रम के दौरान कौशल विकास और उद्यमिता मंत्री डॉ महेंद्रनाथ पांडेय, कई केंद्रीय मंत्री, राज्यों के मंत्री, विशेषज्ञ और हितधारक उपस्थित थे।