स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम
Sunday 20 June 2021 02:12:46 PM
हैदराबाद। वायुसेना अकादमी डुंडीगल हैदराबाद में संयुक्त स्नातक परेड का आयोजन किया गया, जो भारतीय वायुसेना में फ्लाइंग और ग्राउंड ड्यूटी शाखाओं के 161 फ्लाइट कैडेट्स के प्रशिक्षण के सफल समापन को चिह्नित करता है। वायुसेना प्रमुख एयरचीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया परेड में मुख्य अतिथि के रूपमें शामिल हुए और उन्होंने स्नातक फ्लाइट कैडेट्स को राष्ट्रपति कमीशन प्रदान किया। इस अवसर पर भारतीय नौसेना के 6 अधिकारियों और भारतीय तटरक्षक के 5 अधिकारियों को भी उनके उड़ान प्रशिक्षण के सफल समापन पर विंग्स से सम्मानित किया गया। एयर मार्शल आरडी माथुर एयर ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ ट्रेनिंग कमांड और एयर मार्शल आईपी विपिन एवीएसएम वीएम कमांडेंट एयरफोर्स एकेडमी ने परेड में एयरचीफ की अगवानी की।
एयर चीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया के आगमन पर कैडेट्स ने उनको जनरल सैल्यूट दिया और इसके बाद शानदार मार्च पास्ट किया। परेड का मुख्य आकर्षण पाइपिंग सेयरमनी थी, जिसमें स्नातक फ्लाइट कैडेट्स ने अपनी स्ट्रिप्स धारण की और मुख्य अतिथि ने उन्हें विंग्स और ब्रेवेट से सम्मानित किया। इसके बाद नए कमीशंड अधिकारियों को एएफए के कमांडेंट ने शपथ दिलाई। एयरचीफ ने प्रशिक्षण के विभिन्न विषयों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले प्रशिक्षुओं को पुरस्कृत भी किया। फ्लाइंग ब्रांच के फ्लाइंग ऑफिसर प्रज्वल अनिल कुलकर्णी को पायलट्स कोर्स में ऑर्डर ऑफ मेरिट में प्रथम स्थान पाने केलिए प्रेसिडेंट्स प्लाक के साथ एयर स्टाफ सोर्ड ऑफ ऑनर से सम्मानित किया गया, जबकि फ्लाइंग ऑफिसर कृतिका कुलहरि को ग्राउंड ड्यूटी शाखाओं में ओवरऑल ऑर्डर ऑफ मेरिट में प्रथम स्थान प्राप्त करने के लिए प्रेसिडेंट्स प्लाक से सम्मानित किया गया।
वायुसेना अध्यक्ष ने प्रशिक्षण की ढांचागत व्यवस्था पर गंभीर कोविड संबंधी बाधाओं के बावजूद प्रशिक्षण को समय पर पूरा करने के लिए एएफए और प्रशिक्षण प्रतिष्ठानों की सराहना की। उन्होंने पिछले एक वर्ष में 20,500 से अधिक उड़ान घंटों की प्राप्ति करने में वायुसेना अकादमी के इतिहास में अबतक का सबसे अच्छा प्रदर्शन बताया है। वायुसेना प्रमुख ने अभूतपूर्व और तेजी से पैदा हो रही सुरक्षा चुनौतियों का उल्लेख किया एवं युवा अधिकारियों को याद दिलाया कि वे वायुसेना में एक ऐसे मोड़ पर प्रवेश कर रहे हैं, जब प्रौद्योगिकियों और युद्धक क्षमताओं के शामिल होने से वायुसेना में एक अभूतपूर्व परिवर्तन चल रहा है। उन्होंने प्रमुख स्वचालन और नेटवर्किंग परियोजनाओं के विकास और परिचालन के साथ सैन्य अभियान संबंधी पद्धतियों में हो रहे बदलाव और कामकाज पर भी प्रकाश डाला।
एयर चीफ मार्शल ने आह्वान किया कि अत्याधुनिक विमानों, हथियारों, सेंसर और प्रौद्योगिकियों का पूरा फायदा उठाने के लिए वे उत्साह के साथ मैदान पर उतरें और वहां पहुंचने के बाद अपनी क्षमता साबित करें। संयुक्त स्नातक परेड समारोह का समापन जूनियर कोर्स से पहली सलामी मिलने के साथ नए कमीशंड अधिकारियों के औल्ड लैंग सिने की परंपरागत धुन के साथ मार्च करने के साथ हुआ। इसके बाद वे सैल्यूटिंग डायस के पीछे गए और अकादमी के पोर्टल्स से गुजरे जो भारतीय वायुसेना में अपनी यात्रा की शुरुआत का प्रतीक है। पिलेटस पीसी-7 एमके-II, हॉक्स, किरन, चेतक, सारंग, सूर्यकिरन विमानों के फ्लाईपास्ट और आकाश गंगा स्काई डाइविंग टीम के प्रदर्शन ने परेड में रंग भर दिए।