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Wednesday 14 July 2021 01:29:04 PM
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉंफ्रेंसिंग के जरिए टोक्यो ओलंपिक जानेवाले भारतीय एथलीटों के दल से बातचीत की और कहा कि खेलों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए ओलंपिक में देश का परचम लहराएं। प्रधानमंत्री ने एथलीटों के परिवारों के अमूल्य त्याग केलिए उनका भी धन्यवाद किया। उन्होंने इस बात पर खेद व्यक्त किया कि वह कोरोना महामारी के चलते टोक्यो ओलंपिक्स में हिस्सा लेने जा रहे खिलाड़ियों की मेजबानी नहीं कर सके। उन्होंने कहा कि महामारी ने खिलाड़ियों के अभ्यास के तरीके और यहां तककि ओलंपिक वर्ष को भी बदल दिया है। उन्होंने अपने मन की बात संबोधन को याद किया जब उन्होंने नागरिकों से ओलंपिक में खिलाड़ियों का उत्साह बढ़ाने का आह्वान किया था। उन्होंने #Cheer4India की लोकप्रियता का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि ओलंपिक में हिस्सा लेने जा रहे सभी खिलाड़ियों के पीछे पूरा देश है और सभी देशवासियों का आशीर्वाद उनके साथ है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बताया कि लोग नमो ऐप पर लॉगइन करके खिलाड़ियों का मनोबल बढ़ा सकते हैं, इसके लिए ऐप में विशेष प्रावधान किए गए हैं। प्रधानमंत्री ने सभी एथलीटों में सामान्य लक्षण यानी साहस, आत्मविश्वास और सकारात्मकता को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि सभी एथलीटों में अनुशासन, समर्पण और दृढ़ संकल्प के समान गुण हैं। प्रधानमंत्री ने खिलाड़ियों में प्रतिबद्धता और प्रतिस्पर्धा की भावनाओं का उल्लेख किया और कहा कि सभी एथलीट नए भारत का प्रतिनिधित्व करते हैं और वे देश के भविष्य का प्रतीक हैं। उन्होंने कहा कि सभी एथलीट इस बात के गवाह हैं कि आज देश कैसे अपने प्रत्येक खिलाड़ी के साथ नई सोच और नए दृष्टिकोण के साथ खड़ा है, आज उन सभी की प्रेरणा देश केलिए बहुत महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि एथलीटों को अपनी पूरी क्षमता के साथ खुलकर खेलने और उन्हें अपने खेल एवं तकनीक में सुधार करने को सर्वोच्च प्राथमिकता दी गई है। प्रधानमंत्री ने कहा कि खिलाड़ियों के लिए बेहतर प्रशिक्षण शिविर लगाने और उन्हें बेहतर उपकरण देने का प्रयास किया गया है, उनको ज्यादा इंटरनेशनल एक्सपोजर भी प्रदान किया जा रहा है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि चूंकि खेल से जुड़ी संस्थाओं ने खिलाड़ियों के सुझावों को प्राथमिकता दी है, इसलिए इतने कम समय में काफी सारे सकारात्मक बदलाव हुए हैं। प्रधानमंत्री ने इस बात पर खुशी व्यक्त है कि पहलीबार इतनी बड़ी संख्या में खिलाड़ियों ने ओलंपिक केलिए क्वालीफाई किया है। उन्होंने कहा कि फिट इंडिया और खेलो इंडिया जैसे अभियानों ने इसमें बड़ा योगदान दिया है। उन्होंने कहा कि ओलंपिक में पहलीबार भारतीय खिलाड़ी बहुत सारे खेलों में हिस्सा लेंगे, ऐसे कई खेल हैं, जिनमें भारतीय एथलीटों ने पहलीबार क्वालीफाई किया है। प्रधानमंत्री ने कहा कि युवा भारत के आत्मविश्वास और ऊर्जा को देखकर वे आशांवित हैं कि वह दिन दूर नहीं, जब जीत ही नए भारत की आदत बन जाएगी। उन्होंने खिलाड़ियों से खेलों में अपना सर्वश्रेष्ठ देने को कहा और देशवासियों का भी खिलाड़ियों के मनोबल एवं प्रोत्साहन के लिए 'चीयर4इंडिया' का आह्वान किया। प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर तीरंदाज दीपिका कुमारी को विश्व चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतने पर बधाई दी और कहा कि उनकी अद्भुत यात्रा तीरंदाजी के जरिए आम तोड़ने से शुरु हुई थी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक खिलाड़ी के रूपमें दीपिका कुमारी की अबतक की यात्रा के बारे में उनसे जानकारी प्राप्त की। प्रधानमंत्री ने निरंतर अडिग रहने केलिए तीरंदाज प्रवीण जाधव की भूरि-भूरि प्रशंसा की। प्रधानमंत्री ने उनके परिवार से भी बातचीत की और उनके अथक प्रयास सराहे। नरेंद्र मोदी ने नीरज चोपड़ा (जैवलिन थ्रो या भाला फेंक) से भारतीय सेना में काम करने के उनके अनुभवों के साथ कुछ समय पहले लगी चोट से उबरने के बारे में जानकारी ली। नरेंद्र मोदी ने दुती चंद (स्प्रिंट) से संवाद की शुरुआत उनके नाम के अर्थ के साथ की, जोकि दरअसल ‘चमक’ है, उन्होंने उनके खेल कौशल के माध्यम से प्रकाश फैलाने केलिए उनकी प्रशंसा की। प्रधानमंत्री ने मुक्केबाज आशीष कुमार से पूछा कि उन्होंने आखिरकार बॉक्सिंग को ही क्यों चुना? उन्होंने कोविड-19 और अपने प्रशिक्षण को निरंतर जारी रखने दोनों ही लड़ाई किस तरह से लड़ी। पिता का निधन हो जाने के बावजूद अपने लक्ष्य से न डगमगाने के लिए प्रधानमंत्री ने उनकी खूब प्रशंसा की। प्रधानमंत्री ने उस अवसर को स्मरण किया, जब क्रिकेट खिलाड़ी सचिन तेंदुलकर ने इसी तरह की परिस्थितियों में अपने पिता को खो दिया था और फिर उन्होंने अपने विशिष्ट खेल के माध्यम से अपने पिता को श्रद्धांजलि दी थी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुक्केबाज मैरी कॉम की प्रशंसा की और कहा कि वे बहुत सारे एथलीटों की आदर्श हैं। उन्होंने मैरी कॉम से पूछा कि अपना खेल जारी रखने के साथ-साथ वे परिवार की देखभाल कैसे कर पाईं, खासकर इस महामारी के दौरान। प्रधानमंत्री ने उनसे उनके पसंदीदा पंच और पसंदीदा खिलाड़ी के बारे में पूछा और उन्हें शुभकामनाएं भी दीं। बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधु से बातचीत में प्रधानमंत्री ने हैदराबाद के गाचीबोवली में उनकी प्रैक्टिस की जानकारी ली। उन्होंने उनसे उनकी ट्रेनिंग में आहार के महत्व के बारे में पूछा। प्रधानमंत्री ने पीवी सिंधु के माता-पिता से पूछा कि वे उन माता-पिता को क्या सलाह और सुझाव देना चाहेंगे, जो अपने बच्चों को खिलाड़ी बनाना चाहते हैं। ओलंपिक में सिंधु की सफलता की कामना करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि जब वे एथलीटों की वापसी पर उनका स्वागत करेंगे तो वे उनके साथ आइसक्रीम खाएंगे।
प्रधानमंत्री ने निशानेबाज़ इलावेनिल वलारिवन से पूछा कि उन्हें खेल में दिलचस्पी क्यों है? उन्होंने पूछा कि वह अपनी पढ़ाई और खेल प्रशिक्षण दोनों में कैसे संतुलन बना पाती हैं। प्रधानमंत्री ने निशानेबाज़ सौरभ चौधरी से एकाग्रता और मानसिक संतुलन में सुधार लाने में योग की भूमिका के बारे में बातचीत की। प्रधानमंत्री ने अनुभवी टेबल टेनिस खिलाड़ी अचंत शरत कमल से पिछले और इस ओलंपिक के बीच अंतर के बारे में जाना। प्रधानमंत्री ने टेबल टेनिस खिलाड़ी मनिका बत्रा की गरीब बच्चों को खेल में प्रशिक्षण देने केलिए प्रशंसा की। उन्होंने खेलते समय हाथ में तिरंगा पहनने की उनकी प्रथा के बारे में पूछा। उन्होंने पूछा कि क्या नृत्य के प्रति उनका जुनून उनके खेल में तनाव घटाने का काम करता है। प्रधानमंत्री ने विनेश फोगाट (कुश्ती) से पूछा कि वे अपनी पारिवारिक विरासत के कारण बढ़ी हुई उम्मीदों का सामना कैसे करती हैं। प्रधानमंत्री ने विनेश फोगाट के पिता से भी बातचीत की। उन्होंने तैराक साजन प्रकाश से उनकी गंभीर चोट के बारे जाना।
प्रधानमंत्री ने हॉकी खिलाड़ी मनप्रीत सिंह से कहा कि उनके साथ बातचीत करने से उन्हें हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद का स्मरण हो रहा है। उन्होंने उम्मीद जताई कि मनप्रीत सिंह की टीम देश की विरासत को जिंदा रखेगी। भारतीय टेनिस खिलाड़ी सानिया मिर्जा से प्रधानमंत्री ने टेनिस खेल की बढ़ती लोकप्रियता के बारे में बात की और उनसे उभरते खिलाड़ियों को सलाह देने और अपने अनुभव साझा करने के लिए कहा। उन्होंने टेनिस के खेल में डबल्स मुकाबलों में अपने साथी के साथ तारतम्यता और समीकरण के बारे में भी उत्सुकता से बात की। सानिया मिर्जा ने कहा कि भारत में हाल के वर्षों में आत्मविश्वास देखा जा रहा है और यह खिलाड़ियों के प्रदर्शन में भी दिखाई देगा। इस अवसर पर केंद्रीय युवा कार्य और खेल मंत्री अनुराग ठाकुर, राज्यमंत्री निसिथ प्रमाणिक एवं विधि मंत्री किरेन रिजिजू भी उपस्थित थे।