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योगी की कार्यप्रणाली से गृहमंत्री गदगद!

देश में पुलिस आधुनिकीकरण मील का पत्थर साबित होगा

लखनऊ में उप्र फॉरेंसिक साइंसेज इंस्टिट्यूट का शिलान्यास

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Sunday 1 August 2021 06:49:49 PM

amit shah lays the foundation stone of 'up state institute of forensic sciences'

लखनऊ। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की कार्यप्रणाली से गदगद हैं। गृहमंत्री ने आज लखनऊ में उत्तर प्रदेश स्टेट इंस्टिट्यूट ऑफ फॉरेंसिक साइंसेज के शिलान्यास के अवसर पर बार-बार मुख्यमंत्री के कामकाज की सराहना की। अमित शाह ने कहा कि उन्हें पूरा भरोसा है कि योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में यह इंस्टीट्यूट देशभर के पुलिस आधुनिकीकरण के इतिहास में एक मील का पत्थर साबित होगा। उन्होंने कहा कि देश में विकास की 44 योजनाओं को लागू करने में उत्तर प्रदेश सबसे आगे है। गृहमंत्री कह रहे थे कि योजनाएं बनाना बहुत सरल होता है, लेकिन उन्हें भूमि पर उतारकर लाभार्थी तक पहुंचाना, बिचौलियों से बचाना और रिश्वत के बिना लाभ मिले ऐसा तंत्र बनाना बहुत ही कठिन है, जिसे योगीजी ने कर दिखाया है। अमित शाह ने कहा कि टीम योगी हम सबके लिए गौरव की बात है। गृहमंत्री ने कहा कि यूपी में विकास, औद्योगिक निवेश, क़ानून व्यवस्था, गरीब किसान की ऋण माफ़ी, अनाज का मूल्य, हर घर में शौचालय, हर घरविहीन लोगों को घर, 1.47 करोड़ महिलाओं को गैस सिलेंडर, बिजली, भ्रष्टाचार पर नकेल, हर क्षेत्र में योगीजी के नेतृत्व में बहुत अच्छा काम हुआ है।
गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि उत्तर प्रदेश स्टेट इंस्टिट्यूट ऑफ फॉरेंसिक साइंसेज एक विशाल संकुल होगा, आज इसका बीजारोपण हुआ है, मगर जब यह वटवृक्ष होगा तब अनेक बच्चे यहां से अपना कैरियर बनाएंगे, वे यहां अनुसंधान में हिस्सा लेकर न केवल उत्तर प्रदेश बल्कि पूरे देश की क़ानून और व्यवस्था की रीढ़ बनने का काम करेंगे। अमित शाह ने कहा कि जब नरेंद्र मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे, तब उन्होंने भी वहां विश्व में अपनी तरह की सबसे पहली फ़ोरेंसिक साइंस यूनिवर्सिटी बनाने का काम किया था। गृहमंत्री ने कहा कि लखनऊ में स्टेट इंस्टिट्यूट ऑफ फॉरेंसिक साइंसेज पर क़रीब 200 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे, भारत सरकार ने इसके लिए 15 करोड़ रुपये की राशि आवंटित कर दी है, यह देश का सबसे आधुनिक डीएनए केंद्र होगा। अमित शाह ने कहा कि शुरुआत में यहां से हर साल क़रीब 150 छात्र ग्रेजुएट होंगे और 350 से ज़्यादा फ़ैकल्टी होंगी, कहने का मतलब कि यह संस्थान फ़ोरेंसिक साइंस के क्षेत्र में शोध और अनुसंधान के साथ ही उसके प्रेक्टीकल एप्लिकेशन को समाहित करने वाला इंस्टीट्यूट बनेगा।
केंद्रीय गृहमंत्री ने कहा कि लखनऊ इंस्टीट्यूट बिहेवियर साइंस और सिविल तथा क्रिमिनल लॉ का एक रिसोर्स सेंटर भी बनेगा, जो पूरे उत्तर क्षेत्र के सभी प्रदेशों में न्याय दिलाने के क्षेत्र में मदद करेगा। अमित शाह ने फिर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का जिक्र किया और कहा कि 2013-2019 में छह साल तक उन्होंने उत्तर प्रदेश के हर ज़िले और तहसील का दौरा किया, इसलिए उन्हें पहले का उत्तर प्रदेश अच्छी तरह याद है, चाहे पश्चिम में भय के कारण लोग घर छोड़कर जा रहे हों, चाहे महिलाएं अपने आपको असुरक्षित महसूस करती हों, चाहे भूमाफ़िया ग़रीबों और सरकार की ज़मीन पर अवैध क़ब्ज़े कर लेते हों, चाहे दिन दहाड़े गोलियां चलती हों या फिर दंगे हों आज उत्तर प्रदेश भयमुक्त है। अमित शाह ने कहा कि 2017 में भाजपा ने वादा किया था कि हम उत्तर प्रदेश में क़ानून-व्यवस्था की स्थिति ठीक कर राज्य को एक विकसित प्रदेश बनाएंगे, आज जब मैं 2021 में यहां खड़ा हूं तो गर्व के साथ कह सकता हूं कि योगी आदित्यनाथ और उनकी टीम ने उत्तर प्रदेश की क़ानून व्यवस्था को देश में सबसे मजबूत बनाने का काम किया है, जिसके परिणामस्वरूप चार साल में उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था 11 लाख करोड़ रुपये से बढ़कर 22 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गई है।
अमित शाह ने कहा कि भाजपा सरकारें जातियों और परिवारों के आधार पर नहीं चलतीं, अपने नज़दीकी लोगों के लिए ही काम नहीं करतीं, बल्कि देश का सबसे गरीब और असहाय व्यक्ति उनकी प्राथमिकता पर होता है। उन्होंने कहा कि पिछली सरकार में मिली लचर स्वास्थ्य व्यवस्था को चुस्त दुरुस्त करना योगी सरकार की बहुत बड़ी उपलब्धि है, टीकाकरण में भी उत्तर प्रदेश देश में सबसे ऊपर है। गृहमंत्री ने कहा कि भाजपा सरकारें जिस संवेदना के साथ काम कर रही हैं, उनमें उत्तर प्रदेश का बड़ा नाम है। उन्होंने कहा कि हमने वायदा किया था कि शासन किसी एक जाति या परिवार के लिए नहीं होगा, बल्कि सबके लिए होगा, चंद बिल्डरों या धनी लोगों के लिए नहीं होगा, बल्कि गरीब के कल्याण केलिए होगा। गृहमंत्री ने कहा कि उन्हें विश्वास है कि 2024 से पहले देश के आधे राज्यों में फ़ोरेंसिक साइंस कॉलेज की शुरुआत हो जाएगी। गृहमंत्री ने कहा कि हमारे देश में दोष सिद्धि का अनुपात अन्य देशों के मुक़ाबले काफ़ी कम है और इसका मुख्य कारण प्रोफ़ेशनल शिक्षा का अभाव है, फ़ोरेंसिक साइंस यूनिवर्सिटी वैज्ञानिक आधार पर गुनहगारों की दोष सिद्धि में न्यायपालिका की मदद करेगी। गृहमंत्री ने कहा कि उन्हें विश्वास है कि इससे सजा दिलाने का अनुपात तो बढ़ेगा ही साथ ही अपराधों की दर भी घटेगी।
गृहमंत्री ने कहा कि आज की पुलिसिंग 20 साल पहले जैसी नहीं है, आज जाली नोट, नार्कोटिक्स, नार्को टेरर, आतंकवाद, साइबर अपराध, आर्थिक अपराध, हथियारों की तस्करी, गौ तस्करी जैसे अनेक अपराध आ गए हैं, जिनसे लड़ने के लिए देशभर के पुलिस बल को आधुनिक बनाने की ज़रूरत है। अमित शाह ने कहा कि पुलिस दो ही कारणों से बदनाम होती है, नो एक्शन और एक्स्ट्रानेट एक्शन, नो एक्शन ठीक नहीं है, क्योंकि अकर्मण्यता क़ानून व्यवस्था को ठीक नहीं कर सकती और एक्सट्रीम एक्शन भी ठीक नहीं है, क्योंकि यह उसकी प्रतिक्रिया का निर्माण करता है, इसलिए पुलिस को इनसे निकलकर जस्ट एक्शन की दिशा में एक स्वभाविक प्रतिक्रिया की दिशा में आगे बढ़ना चाहिए, इसमें ये दोनों यूनिवर्सिटी बहुत बड़ा काम करेंगी। अमित शाह ने कहा कि आज लोकमान्य बालगंगाधर तिलक की भी पुण्यतिथि है, आज़ादी के आंदोलन में तिलक महाराज का योगदान देश कभी भी भुला नहीं सकता, उनके समकालीन लाला लाजपत राय, बिपिन चंद्र पाल, लाल, बाल और पाल तीनों विभूतियों के योगदान से आज हमारा देश दुनिया के सबसे विकसित देशों की दिशा आगे बढ़ रहा है। गृहमंत्री ने एक पौधा भी लगाया। इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, उप मुख्यमंत्री डॉ दिनेश शर्मा, उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक, वरिष्ठ अधिकारी और गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।

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